ऐसा कौन सा पटाखा हिंदुस्तान में बनता है जो प्रेशर से फटे और हाथी का जबड़ा फाड़ दे?

पटाखे वाला अनानास,,,

ऐसा कौन सा पटाखा हिंदुस्तान में बनता है जो प्रेशर से फटे और हाथी का जबड़ा फाड़ दे भाइयो??

हर जगह हर अखबार के जहाँ भी कुछ छापा गया है वहाँ यही लिखा गया है हथिनी के बच्चे पर पूरा फोकस है लेकिन अफसोस उस बम से फोकस हटा दिया गया है और हम तो हैं ही अंधे,

इस तरह दोषी भी छोटी मोटी माफी मांगकर बच जाएगा अदालत से…

क्यों कि उस पे बम बनाने और ट्रायल के लिए हाथी के जबड़े जैसी सख्त चीज़ को चुनने का कोई आरोप नही लगेगा,

हथिनी मर गई तीन दिन लगातार खून के श्राव से तड़पकर उसका बच्चा दम घुटने से मर गया होगा शायद कुछ समय पहले ही मर गया होगा हथिनी से,,,

हमने भी अपने हिस्से की संवेदना प्रकट कर वामपंथियों को कोश लिया इति श्री किया जाए।।

बम निर्माता भी खुश होगा कि उसका बम बहुत प्रभावशाली है हथिनी के जबड़े को उड़ा सकता है इसलिए वह किसी भी बड़ी साजिश के लिए खुद को तैयार संमझ रहा होगा ।।

 धरती को नरक बना चुके केरल के मल्लापुरम देश का सबसे कुख्यात जिला है। यहां हर तीसरे दिन हाथी समेत कई जानवरों की हत्या होती है।ये पीएफआई और मुस्लिम लीग का गढ़ है। इस बार राहुल गांधी का संसदीय क्षेत्र है, उन्हें इस मुद्दे को संसद में उठाना चाहिए। यहां के लोगों की करतूत पर पूर्व पर्यावरण व वन्यजीव संरक्षण मंत्री मेनका गांधी ने सवाल उठाते हुए उच्चतम न्यायालय से मामले में स्वत: संज्ञान लेने की मांग की है। 

😡😡😔😔
मल्लापुरम केरल, जहा प्रेग्नेंट हथिनी की हत्या की गई है वहां 70%+ मुस्लिम आबादी है

क्रेडिबल पोस्ट डाट काम की रिपोर्ट के अनुसार “केरल की हथिनी के हत्यारों के नाम है मोहम्मद अमजत अली और तमीम शेख, इन्ही ने बम से मारा हथिनी को” https://www.facebook.com/100000943506485/posts/3973101189397959/

चूंकि हिन्दू गणेश जी की पूजा करते हैं इसलिए तो उमा नामक हथिनी को नहीं मारा गया? 🤔

मल्लापुरम IS का गढ़ है, पिछले वर्ष मल्लापुरम के 11 युवा ISIS के साथ मिलकर जेहाद करते हुए सीरिया में मारे या पकड़े गए।

पिछली बार बीच सड़क पर गाय काट कर गो हत्या कानून के विरोध भी इसी राज्य में हुआ था। 

मित्रों,
विचलित …….. बहुत विचलित होकर लिख रहा हूँ ।
कुछ वर्ष पहले डिस्कवरी चैनल पर मैँ एक कार्यक्रम देख रहा था जो कि आहार खानपान आदि पर आधारित था ……….
हालाँकि इस तरह के कार्यक्रम में अपनी कोई विशेष रुचि तो नही फिर भी अनमने मन से देख ही रहा था।
तो उस कर्यक्रम में दिखाया गया कि केरल की एक महिला के घर कोई विशेष अतिथि आने वाले थे तो महिला ने विशेष अतिथि के लिए विशेष भोजन बनाने का विचार किया और चल पड़ी स्थानीय बाजार कुछ विशेष खरीदारी करने ………..
वो गई एक माँस के बाजार में और दुकानदार से पूछा -: कुटिपाई है ?
दुकानदार-: नही है ।
अब अपनी भी थोड़ी उत्सुकता जगी कि ये कुटिपाई क्या होता भई ?
उस महिला ने 10-12 दुकानों पर पूछा तब एक दुकानदार ने हामी भरी कि हाँ मेरे पास कुटिपाई है ……..
और उसने महिला को कुटिपाई उपलब्ध कराया और चैनल वालों ने कुटिपाई का वर्णन किया तब मैँ एकदम से सन्न रह गया ……….
क्या होता है कुटिपाई ???????????
एक गर्भवती बकरी जिसका प्रसव का समय बिल्कुल समीप हो मतलब एक या दो दिन में ही प्रसव होने वाला हो मतलब गर्भस्थ शिशु पूर्ण हो चुका होता है तब उस बकरी की हत्या करके उस गर्भस्थ शिशु को निकाला जाता है और वो होता है “कुटिपाई” ………
फिर वो महिला बताने लगी कि कुटिपाई बहुत स्वादिष्ट होता है नरम होता है
जल्दी पकता है
चबाने में आसानी होती है
पचाने में आसानी होती है
ईट्स सो डिलिशियस …………..
और मैँ बैठा बैठा सोच रहा कि इंसान और हैवान में क्या फर्क रह गया ?
उसी केरल से एक खबर आ रही कि एक गर्भवती हथिनी को बम वाला अनानास खाने को दिया गया और बम हथिनी के मुँह में फट गया ,
हथिनी की सूंड और मुँह बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए और कुछ समय तड़पने के बाद हथिनी अपने गर्भ में पल रहे शिशु सहित दुनिया को छोड़ गई …………..
मित्रों कुछ समय पहले शायद डिस्कवरी का ही एक वीडियो सामने आया था कि एक शेरनी ने एक मादा बन्दर का शिकार किया और जब उसका पेट फाड़ा तो उसमें से एक सम्पूर्ण शिशु बाहर आया तो शेरनी की ममता जाग उठी और शिशु को दुलारने लगी ….. और शायद उस शिशु का उसने पालने पोषण भी किया ।
अभी हाल में ही एक वीडियो आया जिसमे एक मगरमच्छ एक मादा हिरन को पकड़ लेता है कुछ देर दबोचने के पश्चात मगरमच्छ को अहसास होता है कि मादा हिरन गर्भवती है तो वो अपने जबड़े खोल उस मादा हिरन को आजाद कर देता है ……………
ये सब क्या है भई ????????
मनुष्य मनुष्यता भूल रहा सिर्फ जीभ के स्वाद के लिए उसे गर्भस्थ शिशु चाहिए ……..
मनोरंजन के लिए एक हथिनी की क्रूर हत्या ………….
और हाँ एक बात और याद आई …… चीन का बेबी सूप …… घिन्न आने लगी स्वयं को मनुष्य कहने में ।
और दूसरी तरफ जानवर क्या दिखा रहे वो देखिए ……..
मतलब एक तरह से जानवर और मनुष्य एकदूसरे से अपना व्यवहार की अदला बदली कर रहे …….क्या पृथ्वी का अंत निकट है ?
ये कोरोना ये आँधी तूफान बवंडर भूकम्प साइक्लोन आदि ……….रहने लायक नहीं रही ये पृथ्वी आओ करें आह्वाहन नई धरती नया आसमान हो ।

जहाँ इंसान का मतलब इंसान हो ।।