लामबगड़ में रगड़े से 300मीटर रोड़ सफाचट, सरकार यहां भी कुछ बड़ा करो

हरीश मैखुरी 

बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर लामबगड़ में रगड़े से 300मीटर रोड़ सफाचट, सरकार यहां भी कुछ बड़ा करो। दोपहर भूस्खलन के चलते पैदल मार्ग पर बाल बाल बची यात्रियों की जान, लांमबगड स्लाइड के ऊपर बड़ी दारार कभी भी पहाड़ी गिर सकती है नीचे, बुधवार से अभी तक मार्ग खोलने में लगातार दिक्कत जितनी मेहनत करो भूस्खलन सब पर पानी फेर देता है,

पिछले तीन दिनों से बंद यह मार्ग खुल भी जाएगा लेकिन कोई ठोस उपाय करना जरूरी है nh 58 बद्रीनाथ माणा के अलावा चीन सीमा माणा पास तक भी जाता है,

प्रशासन को तुरंत कोई निर्णय लेना चाहिए पर्यावरण मंत्रालय से अनुमति दिलाकर स्लाइड को गिराने की अनुमति देनी चाहिए, स्लाइड गिराने या छेड़खानी करने में पर्यावरण मंत्रालय या वन विभाग का रोड़ा है ऐसी जानकारी भी सुनने में आ रही है,  पिछले 20 सालों से नाम बगड़ में यह मार्ग यात्रियों के साथ साथ प्रदेश सरकार के लिए भी सिरदर्द बना हुआ है लेकिन यहां पर टनल के अलावा कोई दूसरा विकल्प नहीं है अब या तो सरकार करीब तीन-चार किलोमीटर ऊंची चट्टान काटकर रोड बनाए या फिर टनल का विकल्प खोजे एक तरफ हम पर्यटन प्रदेश के दावे करते हैं और दूसरी तरफ 20 सालों से यदि कोई सड़क सिरदर्द बनी हुई है तो उस पर निश्चित रूप से राज्य सरकार को युद्ध स्तर पर कार्य करने की जरूरत है और क्योंकि बद्रीनाथ से आगे सीमाओं पर हमारी सेनाएं भी रहती हैं उनके लिए रसद और अन्य उपकरणों की आवश्यकता रहती है इसी को देखते हुए केंद्र सरकार को भी इस सड़क का संज्ञान लेना चाहिए और जितनी जल्दी हो यहां स्थाई उपाय करने होंगे इसी के साथ बद्रीनाथ तक रेल पहुंचाने का लक्ष्य भी रखा जाना चाहिए