गैरसैंण राजधानी क्षेत्र के विकास के लिए 350 करोड़ स्वीकृतः मुख्यमंत्री ने इन विकास योजनाओं के लिए भी जम कर धनवर्षा, सांस्कृतिक कार्यक्रमों की यादगार प्रस्तुति

✍️हरीश मैखुरी

गैरसैंण राजधानी क्षेत्र के विकास के लिए 350 करोड़ स्वीकृत करते हुए मुख्यमंत्री श्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि हमने अपने बजट में मुख्यतः चार बातों पर फोकस किया है। ये हैं- स्वस्थ उत्तराखण्ड, सुगम उत्तराखण्ड, स्वालम्बी उत्तराखण्ड और सुरक्षित उत्तराखण्ड।

विधानसभा भवन परिसर में आयोजित पत्रकार वार्ता में मुख्यमंत्री ने बजट में पहली बार किए गए प्रावधानों की भी दी जानकारी। 

गैरसैंणः भराड़ीसैंण, गैरसैंण में पत्रकारों से बातचीत में मुख्यमंत्री श्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि राज्य के बजट में हर वर्ग का ख्याल रखा गया है। उन्होंने कहा कि गैरसैंण राजधानी क्षेत्र के विकास के लिए सरकार ने पूरा खाका तैयार किया है। गैरसैंण राजधानी क्षेत्र के विकास के लिए 350 करोड़ रूपए स्वीकृत हैं। वहीं, मुख्यमंत्री घस्यारी योजना से लेकर सौभाग्यवती योजना आदि के लिए पहली बार बजट में प्रावधान किया गया है।गैरसैंण राजधानी क्षेत्र के विकास के लिए सरकार ने 350 करोड़ रूपए स्वीकृत हैं। इसमें अवस्थापना मद में 50 करोड़, चौखुटिया हवाई अड्डे के लिए 20 करोड़, सचिवालय के लिए 15 करोड़, विधानसभा भवन के लिए 19 करोड़, अंतर्राष्ट्रीय संसदीय अध्ययन शोध, प्रशिक्षण संस्थान के लिए 1 करोड़, गैरसैंण पेयजल योजना के लिए 106.87 करोड़, पीएनजीएसवाई में 93.25 करोड़, स्टेडियम के लिए 2. 42 करोड, जिसमें से 1. 33 करोड़ दिया़, दिवालीखाला-भराड़ीसैंण डबल लाईन के लिए 8.67 करोड़, सीएचसी हाॅस्पिटल अपग्रेडेशन के लिए 11.50 करोड़ जिसमें 3 करोड़ अवमुक्त, ग्रोथ सेंटर के लिए 17.46 लाख दिया है, 15 लाख देंगे। परिवहन बस डिपो के लिए 5 करोड़, स्किल डेवलपमेंट के लिए 1 करोड़, पुलिस बैरक के लिए 2 करोड़, माध्यमिक शिक्षा के तहत 7 विद्यालय-2 अतिरिक्त कक्षा कक्ष, प्राथमिक शिक्षा के तहत 6 विद्यालय में एक कक्षा कक्ष, उद्यान के अंतर्गत कोल्ड स्टोर एवं प्रौसेसिंग यूनिट के लिए ढाई करोड़, मशरूम उत्पादन यूनिट के लिए 1 करोड़, माली प्रशिक्षण केंद्र के लिए 15 लाख, चाय बोर्ड के अंतर्गत कालीमाटी के लिए 2 करोड़। इसके अलावा गैरसैंण में चाय बोर्ड कार्यालय प्रस्तावित, दूधातौली तक नेचर ट्रेल, कमिशनरी, डीआईजी आफिस, टाउन प्लानिंग व भराड़ीसैंण में हेलीपैड़ के लिए 2 करोड़ रूपए प्रावधानित किए गए हैं। इस हेलीपैड पर एक साथ तीन एमआई हेलीकाॅप्टर उतर सकेंगे। 

मुख्यमंत्री श्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि हमने अपने बजट में मुख्यतः चार बातों पर फोकस किया है। ये हैं- स्वस्थ उत्तराखण्ड, सुगम उत्तराखण्ड, स्वालम्बी उत्तराखण्ड और सुरक्षित उत्तराखण्ड।

मुख्यमंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री घस्यारी कल्याण योजना से समाज में बहुत बड़ा परिवर्तन आएगा। भले तत्काल इसका असर नजर न आए। इसके लिए सरकार को तमाम व्यवस्था करनी पड़ेंगी। उन्होंने कहा कि हमारे किसान जो धान और गेहूं पैदा करते हैं। उन्हें घास प्रजाति की मक्का, जई व बरसीन बोने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा। ऐसे में अनाज से ज्यादा पैसा वह इन फसलों से ले सकते हैं। फेयर प्राइस शाॅप के माध्यम से जिलों में घास को पहुंचाया जाएगा। एक ओर जहां घास बोने से तो पैकिंग से भी इनकम होगी। इस योजना के लिए पहली बार बजट में 25 करोड़ रूपए का प्रावधान किया गया है।मुख्यमंत्री श्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि राज्य सरकार सौभाग्यवती योजना प्रारंभ करेगी। इसके तहत जच्चा-बच्चा को एक किट दी जाएगी जिसमें बच्चे व मां दोनों के लिए जन्म के समय की आवश्यकता वाली चीजों को दिया जाएगा। इसका लाभ पहले बच्चे को दिया जाएगा। यह योजना सरकारी कर्मचारियों, टैक्स पेयर को छोड़कर सब पर लागू होगी

मुख्यमंत्री श्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि समाज में महिलाओं की सुरक्षा के दृष्टिगत न्यायवाद के दौरान महिलाओं को आर्थिक सहायता हेतु 3 करोड़ 60 लाख रूपए की व्यवस्था की गई है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने पति की संपत्ति में महिलाओं को सह-खातेदार का अधिकार प्रदान करने का काम किया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस योजना से महिलाओं की सामाजिक और आर्थिक स्थिति में बड़ा परिवर्तन आएगा। महिला स्वालंबन की दृष्टि से यह मील का पत्थर साबित होगा। यह आवाज देश में उठेगी और देश को भी इसका लाभ मिलेगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि अटल आयुष्मान उत्तराखंड योजना को लेकर जो परिकल्पना की गई थी आज वह साकार हो रही है। योजना के तहत देशभर के 22 हजार से अधिक अस्पतालों में इलाज किया कराया जा सकता है। वर्ष 2021-22 के लिए इस योजना मद में 150 करोड़ धनराशि का आवंटन किया गया है। 108 इमरजेंसी सेवा के अंतर्गत 271 अत्याधुनिक वाहन उपलब्ध हैं। इसका परिणाम यह हुआ है कि मातृ मृत्यु दर जो पूर्व में प्रति लाख पर 201 थी वह प्रति लाख 99 पर आ गई है। संस्थागत प्रसव पहले 50 प्रतिशत होते थे जबकि अब बढ़कर 71 प्रतिशत हो गया है। इसी तरह टीकाकरण 87 प्रतिशत से बढ़कर 99 प्रतिशत हो गया है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार बिजली, पानी, सड़क, स्वास्थ्य के प्रति पूरी तरह से प्रतिबद्ध है। पलायन रोकने के लिए तमाम योजनाएं चलाई जा रही हैं जबकि अब इसी के परिणाम स्वरूप रिवर्स पलायन भी हो रहा है। प्रदेश में कनेक्टिविटी में लगातार सुधार हो रहा है। विगत चार वर्षों के दौरान प्रदेश के ग्रामीण इलाकों में 7431 किमी सड़कों का निर्माण किया गया है जो कि पिछले 16 साल में निर्मित कुल 7529 किमी से महज 98 किमी कम है। सरकार ने दशकों से लंबित कई पुुलों एवं सुरंगों का निर्माण पूरा किया है। बजट में प्रदेश की सभी सड़कों के समुचित रखरखाव व नवीनीकरण के लिए पिछले बजट की तुलना में 385 करोड़ की ज्यादा की व्यवस्था की गई है। ग्रामीण क्षेत्रों में मोटर मार्गों और पुलों के लिए 330 करोड़ का प्रावधान किया गया है। एयर कनेक्टिविटी के विस्तार के लिए बजट में 181 करोड़ की व्यवस्था की गई है। 

स्वावलंबी उत्तराखंड के तहत शिक्षा के बजट में पिछले बजट के मुकाबले 300 करोड़ की वृद्धि की गई है। राज्य सरकार कक्षा एक से 8 तक के बच्चों को निशुल्क जूता और बैग भी देगी। इसके लिए 24 करोड़ की व्यचस्था की गई है। मुख्यमंत्री सीमांत क्षेत्र विकास योजना में 20 करेाड़ तो पलायन रोकथाम योजना में 18 करोड़ रूपए की व्यवस्था की गई है।(गैरसैंण)विधान सभा में मुख्यमंत्री श्री त्रिवेंद्र सिंह रावत से शिष्टाचार भेंट करते हुए पर्यटन मंत्री श्री सतपाल महाराज एवं वन मंत्री डॉ हरक सिंह रावत व विधायक कुंवर प्रणव चैंपियन।

कल बीर बार को मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने भराड़ीसैंण (गैरसैंण) में बजट पेश करने के दौरान कुछ महत्वपूर्ण घोषणाएं भी की हैं। 

➡️गैरसैंण को उत्तराखण्ड में एक नई कमिश्नरी बनाया जायेगा। इसमें चमोली, रूद्रप्रयाग, अल्मोड़ा और बागेश्वर जिलों को शामिल किया जायेगा। गैरसैंण कमिश्नरी में कमिश्नर एवं डीआईजी की नियुक्ति की जायेगी।

➡️नई बनाई गई नगर पंचायतों में इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट के लिए 01-01 करोड़ रूपये दिये जायेंगे।

➡️ भराड़ीसैंण (गैरसैंण) ग्रीष्मकालीन राजधानी क्षेत्र के नियोजित विकास के लिए मास्टर प्लान का टेंडर एक माह के भीतर किया जाएगा।

➡️गैरसैंण ग्रीष्माकालीन राजधानी परिक्षेत्र में खाद्य प्रसंस्करण इकाई की स्थापना की जायेगी।

➡️ गैरसैंण ग्रीष्माकालीन राजधानी परिक्षेत्र में 20 हजार फलदार पेड़ लगाये जायेंगे।

➡️राज्य के प्रत्येक महाविद्यालयों को 20-20 कम्यूटर दिये जायेंगे।

कल शाम को ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैंण (भराड़ीसैंण) की घोषणा के एक वर्ष पूर्ण होने पर भराड़ीसैंण विधानसभा परिसर में सांस्कृतिक संध्या व दीपोत्सव कार्यक्रम का आयोजन किया गया। सांस्कृतिक संध्या में स्थानीय कलाकारों व स्कूली छात्राओं ने भव्य कार्यक्रम प्रस्त ुत किये। इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत, विधानसभा अध्यक्ष श्री प्रेमचन्द अग्रवाल, मंत्रीगणों, विधायकगणों सहित अन्य लोगों ने भराड़ीसैंण में 1100 दीप जलाकर दीपोत्सव मनाया। इस अवसर पर चमोली जनपद के रैणी क्षेत्र में आपदा मृतकों की आत्मा शांति के लिए 02 मिनट का मौन रखा गया।
मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने कहा कि गैरसैंण ग्रीष्मकालीन राजधानी क्षेत्र के सुनियोजित विकास के लिए राज्य सरकार प्रयासरत है। उन्होंने सांस्कृतिक संध्या में प्रस्तुतीकरण देने वाले सभी कलाकारों को मुख्यमंत्री विवेकाधीन कोष से 10-10 हजार रूपये देने एवं सरस्वती विद्या मंदिर इण्टर कॉलेज गैरसैंण को 20 कम्प्यूटर देने की घोषणा की।
विधानसभा अध्यक्ष श्री प्रेमचन्द अग्रवाल ने कहा कि आज गैरसैंण ग्रीष्मकालीन राजधानी की घोषणा के एक वर्ष पूर्ण हो चुके हैं। प्रदेश के सर्वांगीण विकास के लिए शानदार बजट पेश करने पर उन्होंने मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया। विधानसभा अध्यक्ष ने सांस्कृतिक संध्या में प्रस्तुतीकरण देने वाले सभी कलाकारों को विधानसभा अध्यक्ष कोष से 02-02 हजार रूपये देने की घोषणा की।

 भराड़ीसैंण ग्रीष्मकालीन राजधानी घोषित होने की पहली वर्षगांठ पर विधानसभा परिसर, भराड़ीसैंण में उत्सव के रूप में मनाया गया।इस अवसर पर परिसर में 1101 दिए प्रज्वलित कर दीपावली मनाई गयी।इस अवसर पर उत्तराखंड विधानसभा अध्यक्ष, मुख्यमंत्री, मंत्रीगण एवं कई विधायक गण मौजूद थे।
इस अवसर पर बच्चों द्वारा कई सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन भी किया गया इस दौरान मंत्रियों, विधायकों ने वर्षगांठ को जश्न के रूप में मनाया।इस अवसर पर शिशु मंदिर एवं राजकीय इंटर कॉलेज गैरसेंण की छात्र छात्राओं ने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए। वहीं उत्तराखंड विधानसभा अध्यक्ष ने सांस्कृतिक प्रस्तुति देने वाले प्रत्येक छात्र एवं छात्राओं को उत्तराखंड विधानसभा अध्यक्ष विवेकाधीन कोष थे दो-दो हज़ार रुपये देने की घोषणा भी की।
इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष ने मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत द्वारा आज बजट पेश करने के उपरांत गैरसेंण को राज्य की तीसरी कमिश्नरी घोषित किए जाने एवं ग्रीष्मकालीन राजधानी क्षेत्र के विकास में टाउन प्लानर की नियुक्ति के लिए टेंडर प्रक्रिया शुरू करने संबंधित निर्देश पर मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया है एवं प्रदेश वासियों को शुभकामनाएं दी है।
इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि बीते वर्ष आज के ही दिन उत्तराखंड में लंबे समय से चल रहे संघर्ष का अंत हुआ और मुख्यमंत्री जी द्वारा गैरसैंण को प्रदेश की ग्रीष्मकालीन राजधानी का दर्जा दिया गया।उन्होंने कहा कि यह घोषणा सवा करोड़ उत्तराखंडवासियों की भावनाओं का सम्मान थी।विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि ग्रीष्मकालीन राजधानी बनने की खुशी पर पिछले वर्ष आज के ही दिन हमने भराड़ीसैंण परिसर में रगों की होली मनायी थी एवं आज दीये जलाकर दीपावली मना रहे हैं ।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि भराड़ीसैंण को आदर्श पर्वतीय राजधानी का रूप दिया जा रहा है, आने वाले समय में भराड़ीसैंण सबसे सुंदर राजधानी के रूप में अपनी पहचान बनाएगी।भराड़ीसैंण को ई-विधानसभा के रूप में विकसित करने पर कार्य हो रहा है।भराड़ीसैंण विधान सभा परिसर में उत्तराखंड विधानसभा के बजट सत्र के दौरान उत्तराखंड विधानसभा अध्यक्ष श्री प्रेमचंद अग्रवाल जी की अध्यक्षता में सदन में प्रश्नकाल के दौरान सभी तारांकित प्रश्नों को निर्धारित समय के अंतर्गत उत्तरित किया गया।

अवगत करा दें कि श्री प्रेम चंद अग्रवाल के विधानसभा अध्यक्ष बनने के बाद 24 बार विधानसभा सत्र के दौरान सदन के भीतर प्रश्नकाल के दौरान माननीय सदस्यों के तारांकित प्रश्नों को निर्धारित समय सीमा के अंतर्गत उत्तरित किया गया है।