अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर सहकारिता मंत्री डाॅ धनसिंह रावत के हाथों 156 स्वंय सहायता समूहों को 5 करोड़ 27 लाख का ब्याज मुक्त ऋण वितरित, मुख्यमंत्री द्वारा आंगनबाड़ी व आशा कार्यकत्रियों को 10-10 तथा मंगल दलों एवं महिला स्वयं सहायता समूहों को 15-15 हजार रूपये देने की घोषणा


✍️हरीश मैखुरी
अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर सहकारिता मंत्री डाॅ धनसिंह रावत के हाथों 156 स्वंय सहायता समूहों को 5 करोड़ 27 लाख का ब्याज मुक्त ऋण वितरित, मुख्यमंत्री द्वारा आंगनबाड़ी व आशा कार्यकत्रियों को 10-10 तथा मंगल दलों एवं महिला स्वयं सहायता समूहों को 15-15 हजार रूपये देने की घोषणा.. 
आज अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर गैरसैंण के किसान मेला मैदान में आयोजित कार्यक्रम मे पं. दीनदयाल किसान कल्याण योजना के अन्तर्गत प्रदेश में महिला स्वयं सहायता समूहों के लिए वृहद ब्याज मुक्त ऋण वितरण कार्यक्रम का शुभांरभ किया गया। इस अवसर पर जनपद के 156 स्वंय सहायता समूहों को 5 करोड़ 27 लाख का ब्याज मुक्त ऋण वितरण किया गया।
 मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने वर्चुअल माध्यम से कार्यक्रम को सबोधित करते हुए सभी प्रदेशवासियों एवं कार्यक्रम में उपस्थित महिलाओं को अन्तरराष्ट्रीय महिला दिवस की शुभकामनाएं दी। इस अवसर पर उन्होंने घोषणा की कि कोविड काल में राज्य को सेवा देने वाली प्रत्येक आंगनबाड़ी एवं आशा कार्यकत्रियों को 10-10 हजार रूपये दिये जायेंगे। सभी महिला मंगल दलों एवं महिला स्वयं सहायता समूहों को 15-15 हजार रूपये दिये जायेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि समाज एवं प्रदेश के सर्वांगीण विकास के लिए महिलाओं का सशक्त होना बहुत जरूरी है। महिलाओं की सहभागिता जितनी अधिक बढ़ेगी। उतनी ही तेजी से प्रदेश का विकास होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि 18 मार्च को राज्य सरकार के चार साल पूर्ण हो रहे हैं। इन चार वर्षों में महिलाओं के कल्याण के लिए अनेक योजनाएं चलाई गई। राज्य में महिलाओं को अपने पति की पैतृक सम्पति में सह खातेदारी का अधिकार दिया गया है। आने वाले समय में इसके काफी सकारात्मक परिणाम आयेंगे। यदि कोई महिला बैंक से ऋण लेना चाहेगी तो अब उन्हें इसके लिए परेशानियों का सामना नहीं करना पड़ेगा। राज्य में मुख्यमंत्री घस्यारी कल्याण योजना भी लागू की है, इसके लिए इस बार के बजट में 25 करोड़ रूपये का प्राविधान किया गया है। महिलाओं के सिर से घास का बोझ हटाने के लिए सुनियोजित प्लानिंग बनाई जा रही है। जंगलों में घास लाने के दौरान अनेक महिलाओं को राज्य में दुर्घटनाओं को शिकार होना पड़ता है। इन दुर्घटनाओं को रोकने के लिए राज्य में मुख्यमंत्री घस्यारी योजना लाई गई है।
 उच्च शिक्षा एवं सहकारिता राज्य मंत्री डा0 धनसिंह रावत ने कार्यक्रम में चमोली जनपद मे सब्जी व दुग्ध उत्पादन, बकरी पालन, झंगोरा व चावल पैकेजिंग, जूस व अचार पैकेजिंग से जुडे 11 महिला स्वयं सहायता समूहों को चैक वितरण किया। जिसमें स्वयं सहायता समूह अनुसूया माता, लक्ष्मी महिला किसान, जय मां बंधाणगढी, वैष्णव देवी, जय मां भगवती, आदित्य देव, नाग देवता, लक्ष्मी स्वयं सहयता समूह सूया, छात्तेश्वर महादेव, जय भूमियाल, जय दुर्गा मां स्वयं सहायता समूह शामिल है।
अंतराष्ट्रीय महिला दिवस पर गैरसैंण में आयोजित कार्यक्रम के दौरान राज्य मंत्री डा0 धन सिंह रावत ने विधायक श्रीमती चन्द्रा पंत, श्रीमती मुन्नी देवी शाह, जिलाधिकारी श्रीमती स्वाति एस भदौरिया, राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष श्रीमती विजया बड़थ्वाल, बाल आयोग की अध्यक्ष श्रीमती ऊषा नेगी, दुग्ध संघ अध्यक्ष श्रीमती राजेश्वरी देवी, उत्तराखंड की प्रसिद्व गायिका संगीता ढोडियाल को प्रतीक चिन्हत, मोमेंटो एवं पुष्प गुच्छ भेंट कर सम्मानित किया।
 उच्च शिक्षा एवं सहकारिता राज्य मंत्री ने कहा कि प्रदेश में महिला स्वयं सहायता समूहों को 5-5 लाख रूपये तक ब्याज मुक्त ऋण देने की एक बड़ी शुरूआत की गई है। केन्द्र में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी एवं राज्य में मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत के नेतृत्व में अनेक जन कल्याणकारी योजनाएं चलाई जा रही है। मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत द्वारा राज्य में महिलाओं के कल्याण के लिए अनेक योजनाएं शुरू की गई है। जन शिकायतों के त्वरित निस्तारण के लिए मुख्यमंत्री हेल्पलाईन 1905 से अनेक लोगों की समस्याओं का शीघ्र समाधान हुआ है। 108 एबुंलैंस सुविधा को राज्य में और अधिक विस्तार दिया गया है। राज्य के सभी परिवारों को 05 लाख रूपये तक का स्वास्थ्य सुरक्षा कवच दिया गया है। उन्होंने कहा कि कोरोना की स्वदेशी वैक्सीन आ चुकी है। लेकिन जब तक सबका कोविड टीकाकरण नहीं होता तब तक सतर्कता बरतना जरूरी है।
इस अवसर पर विधायक श्री महेन्द्र प्रसाद भट्ट, श्रीमती चन्द्रा पंत, श्रीमती मुन्नी देवी शाह, राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष श्रीमती विजया बड़थ्वाल, बाल आयोग की अध्यक्ष श्रीमती ऊषा नेगी, दुग्ध संघ अध्यक्ष श्रीमती राजेश्वरी देवी, सहकारी बैंक के अध्यक्ष श्री गजेन्द्र सिंह रावत, भाजपा जिलाध्यक्ष श्री रघुवीर सिंह बिष्ट, जिलाधिकारी श्रीमती स्वाति एस भदौरिया, पुलिस अधीक्षक श्री यशवंत सिंह चैहान, मुख्य विकास अधिकारी श्री हंसा दत्त पांडे एवं स्थानीय जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे। 

उच्च शिक्षा एवं सहकारिता राज्य मंत्री डाॅ. धन सिंह रावत ने राजकीय पाॅलिटैक्निक गैरसैंण में रोजगार, उद्यमिता विकास एवं नवाचार (सेन्टर आॅफ एक्सीलेंस इन इम्पलाइमेंट) का उद्घाटन किया। सेन्टर ऑफ एक्सीलेस के माध्यम से राज्य सरकार का प्रयास उद्यमिता को बढ़ावा देना तथा स्थानीय उत्पादों में वेल्यू एडिशन कर उन्हें बाजार उपलब्ध कराना है। जिससे युवा स्थानीय स्तर पर ही उद्यम स्थापित कर सके, जो कि पलायन को रोकने में अहम भूमिका निभायेगा। इस अवसर पर उच्च शिक्षा एवं सहकारिता मंत्री डाॅ. धन सिंह रावत की उपस्थिति में सेन्टर ऑफ एक्सीलेस एवं कृषि, खाद्य प्रसंस्करण ब्यूटी एण्ड वैलनेस सेक्टर स्किल काउंसिल के साथ एमओयू हुआ। साथ ही राज्य के स्थानीय युवाओं को ट्रैकिंग के क्षेत्र में उपलब्ध अवसरों से जोडने हेतु पर्यटन के क्षेत्र में कार्य कर रही संस्था इंडिया हाइक्स के साथ भी एम0ओ0यू0 किया गया।उच्च शिक्षा एवं सहकारिता राज्य मंत्री डाॅ. धन सिंह रावत ने सभी को अन्तरराष्ट्रीय महिला दिवस की शुभकामनाएं देते कहा कि सेंटर आॅफ एक्सीलेंस की गैरसैंण में इंडियन शुरूआत हुई है। कृषि, खाद्य प्रसंस्करण ब्यूटी एण्ड वेलनेस तथा पर्यटन के क्षेत्र में उद्यमिता विकास हेतु राज्य में पर्याप्त संसाधन व अपार सम्भावनाये है। यहां से स्वयं सहायता समूहों की आर्थिकी में वृद्धि करने के लिए अनेक प्रशिक्षण कार्यक्रम चलाये जायेंगे। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने गैरसैंण के लिए अनेक महत्वपूर्ण कार्य किये हैं, जिसमें गैरसैंण को राज्य की ग्रीष्मकालीन राजधानी बनाना एवं गैरासैंण ग्रीष्मकालीन राजधानी परिक्षेत्र के लिए सुनियोजित विकास के लिए प्लानिंग शामिल है। राज्य में मुख्यमंत्री घस्यारी कल्याण योजना लाई जा रही है। इसके लिए इस बार के बजट में 25 करोड़ रूपये का प्राविधान किया गया है। इस योजना के तहत बहुत सस्ते दरों पर पशुचारा देने की व्यवस्था की जा रही है। जो किसान घास उगायेंगे, उन्हें इस योजना के तहत प्रति एकड़ 72 हजार रूपये दिये जायेंगे। उन्होंने कहा कि राज्य में दुग्ध उत्पादन को बढ़ाने के लिए 50 प्रतिशत डिस्काउंट पर 10 हजार दुधारू गायें दी जा रही हैं। दुग्ध उत्पादक जो दूध डेयरी को उपलब्ध करायेंगे, उस पर 04 रूपये प्रति लीटर बोनस दिया जा रहा है।

 
परियोजना निदेशक कौशल विकास डाॅ. आर. राजेश कुमार ने कहा कि अभी डेयरी के क्षेत्र में कौशल विकास का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इसके बाद इस केन्द्र में जैविक खेती, खाद्य प्रसंस्करण के प्रशिक्षण संचालित किये जायेंगे। इस केन्द्र में प्रशिक्षण के साथ-साथ प्रोडक्शन सेन्टर भी संचालित किया जायेगा। जो कि उद्यमियों के उत्पादों को मंच भी प्रदान करेगा। यह सेन्टर ऑफ एक्सीलेंस राज्य में उद्यमिता विकास एवं नवाचार के स्टेट ऑफ द आर्ट केन्द्र के रूप में स्थापित होगा ।
जिलाधिकारी श्रीमती स्वाति एस. भदौरिया ने कहा कि चमोली जनपद में पशुओं की संख्या काफी अधिक है। मुख्यमंत्री घस्यारी योजना से ग्रामीण महिलाओं को पशु चारे के लिए समस्याओं का सामना नहीं करना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि दुग्ध उत्पादन बढने एवं अच्छी मार्केटिंग की व्यवस्था होने से इस क्षेत्र में लोगों के आर्थिकी में सुधार लाने में मदद मिलेगी।

इस अवसर पर विधायक श्री महेन्द्र प्रसाद भट्ट, उपाध्यक्ष ग्राम्य विकास एवं पलायन आयोग डाॅ. एस. एस. नेगी, मुख्यमंत्री के तकनीकि सलाहकार डाॅ. नरेन्द्र सिंह, उत्तराखण्ड चाय बोर्ड के उपाध्यक्ष श्री गोवन्द पिलख्वाल, चमोली के जिलाध्यक्ष भाजपा श्री रधुवीर सिंह बिष्ट, एस.पी चमोली श्री यशवंत सिंह चैहान एवं मुख्य विकास अधिकारी श्री हंसादत्त पांडे उपस्थित थे।