उत्तराखंड में चरणबद्ध रूप से विद्यालय खोलने की कार्य योजना तैयार, 2अक्टूबर को शिक्षक रहेंगे विद्यालय में उपस्थित – अरविंद पांडे

कोरोना गाईडलाइन 5 के मद्देनज़र उत्तराखंड में सरकार ने शिक्षा विभाग में स्कूलों को लेकर बड़ा निर्णय लिया है। गुरुवार  12 बजे बैठक के बाद शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे ने उत्तराखंड में स्कूलों के विषय में कहा कि यहां विद्यालय तीन चरण में खोले जायेंगे। पहले चरण में कक्षा 9 से 12 तक दूसरे चरण में कक्षा 6 से 8 तक के बच्चों को और तीसरे चरण में पाँचवीं तक स्कूलों को खोला जाएगा. अगले एक सप्ताह में सभी ज़िलों के शिक्षा अधिकारी 7 दिन के भीतर शासन को रिपोर्ट सौंपने के लिए निर्देशित किया गया है।

जिसके बाद कैबिनेट में इस पर अंतिम निर्णय लिया जाएगा। मुख्य सचिव की उपस्थिति में लगभग 1 घंटे चली बैठक के बाद कहा गया कि गांधी जयंती आयोजन में शिक्षकों की उपस्थिति अनिवार्य होगी। परन्तु छात्रों की उपस्थिति वांछित नहीं है।

पिथौरागढ़ से लेखक हेम पांडे लिखते हैं कि अब जब गाड़ियाँ, बाजार, दुकानें सब सामान्य रूप से चलने खुलने लगी हैं। मजदूर से लेकर वकील डॉक्टर तक सभी पेशेवर नॉन पेशेवर लोग अपने -अपने काम मे जाने लगे हैं। कल-कारखाने भी सामान्य उत्पादन की प्रक्रिया में हैं यानी कि सब कुछ सामान्य रूप में आने लगा है तो ऐसे में सिर्फ स्कूलों को बंद रखने का फैसला समझ से परे है। बीमारी संक्रामक है, ये सारे लोग जो घर से बाहर निकल रहे हैं वह शाम को घर ही जाते होंगे, ऐसे में खतरा तो बच्चों को अपने परिवारजनों से भी है ही। जब बच्चे खतरे के बीच ही हैं, तो फिर बच्चों को स्कूलों से लंबे समय तक दूर रखना ठीक नहीं है। मध्यप्रदेश जैसा बड़ा राज्य यदि स्कूलों को खोल सकता है तो फिर उत्तराखंड तो उसके आधे से भी छोटा है, यहाँ तो योजना के साथ अच्छी व्यवस्थाओं के साथ स्कूल खुल सकते हैं।