राजभवन से देवस्थानम बोर्ड विधेयक-2019 को मिली मंजूरी, विधेयक पर मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत का बड़ा बयान 

राजभवन से देवस्थानम बोर्ड विधेयक-2019 को मिली मंजूरी

‘बद्रीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री, यमुनोत्री और इनके आसपास के मंदिरों का प्रबंधन बोर्ड के नियंत्रण में रहेगा’

 ‘पुजारी, न्यासी, तीर्थ, पुरोहितों, पंडों और हक-हकूकधारियों को वर्तमान में प्रचलित देव दस्तूरात और अधिकार यथावत रहेंगे’

सीएम त्रिवेंद्र रावत ने देवस्थानम बोर्ड को लेकर आशंकाएं की खारिज। मुख्यमंत्री ने कहा कि किसी भी धाम या तीर्थ की परंपरा, उसकी पूजा पद्धति और उसमें सदियों से चलने वाली सभी परंपराओं को पूर्ववत बनाए रखा जाएगा उनके साथ इस विधेयक में किसी तरह की छेड़छाड़ का प्रावधान नहीं है यह विधेयक इन तीर्थ स्थानों की मूलभूत सुविधाओं को बढ़ाने के उद्देश्य से लाया गया है क्योंकि अब तक इन स्थानों पर जन सुविधा मुहैया कराने के लिए एक बड़ी रेगुलेटिंग अथॉरिटी नहीं थी इसलिए देवस्थानम बोर्ड की आवश्यकता पड़ी