मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में देवस्थानम प्रबन्धन बोर्ड द्वारा तैयार किये गये विभिन्न उपविधि, विनिमय एवं नियमों से सम्बन्धित ड्राफ्ट रूल की स्वीकृति, लाकडाउन के उपरांत भी बद्रीनाथ मन्दिर को 7.55 करोड़ तथा केदारनाथ मन्दिर को 75 लाख की आय

*मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में आयोजित हुई उत्तराखण्ड चारधाम देवस्थानम प्रबन्धन बोर्ड की बैठक।*
*बैठक में प्रबन्धन बोर्ड के संचालन के सम्बन्ध में लिये कई निर्णय।*
*देवस्थानम प्रबन्धन बोर्ड के लोगो (प्रतीक चिह्न) पर हुई चर्चा।*
*प्रबन्धन बोर्ड द्वारा तैयार किये गये विभिन्न उपविधि, विनिमय एवं नियमों से सम्बन्धित ड्राफ्ट रूल को दी गई स्वीकृति।*

मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत की अध्यक्षता में मंगलवार को मुख्यमंत्री आवास में उत्तराखण्ड चारधाम देवस्थानम प्रबन्धन बोर्ड की बैठक आयोजित हुई। बैठक में बोर्ड के संचालन से सम्बन्धित विषयों के साथ ही बोर्ड द्वारा तैयार किये विभिन्न ड्राफ्ट रूल को स्वीकृति प्रदान की गई, जिसे शासन को उपलब्ध कराया जायेगा। इसमें पुजारियों, न्यासी तीर्थ पुरोहितो, पण्डो व हक हकूक धारियों के अधिकारों का विनिश्चय एवं संरक्षण से सम्बन्धित नियमावली भी शामिल है। इस अवसर पर देवस्थानम बोर्ड के लोगो की डिजाइनों पर भी चर्चा हुई। जिनमें कतिपय संशोधन के पश्चात अन्तिम निर्णय लिया जायेगा।
बैठक में श्री बद्रीनाथ धाम में मन्दिर एवं समीपवर्ती स्थलों के विस्तारीकरण एवं सौन्दर्यीकरण के सम्बन्ध में निर्णय लिया गया कि बद्रीनाथ धाम में यात्रियों की संख्या में प्रतिवर्ष हो रही वृद्धि के कारण इस क्षेत्र का विस्तारीकरण एवं सौन्दर्यीकरण आवश्यक है ताकि भविष्य में यात्रियों को दर्शन, यातायात एवं ठहरने की समुचित व्यवस्था हो सके इसके लिए देवस्थानम बोर्ड को इसकी व्यवस्था सौंपे जाने पर विचार किया गया। बोर्ड के स्तर पर इससे सम्बन्धित कार्यवाही सुनिश्चित कर शीघ्र प्रस्ताव तैयार कर शासन को प्रेषित करने पर सहमति बनी। बोर्ड अपने स्तर पर इसके लिये तकनीकि एवं विषय विशेषज्ञों की व्यवस्था भी कर सकेगा। इसके साथ ही बैठक में तृतीय केदार श्री तुगनाथ मन्दिर एवं सभा मण्डप आदि के जीर्णोद्धार पर भी सहमति बनी इसके लिये यू.एस.ए. के दानी श्री पंकज कुमार द्वारा धनराशि व्यय करने की इच्छा जतायी है।
केदारनाथ स्थित ईशानेश्वर मन्दिर के नव निर्माण के लिये भी स्वीकृति प्रदान की गई इस मन्दिर के निर्माण के लिये मुम्बई के दानी श्री मनोज सोलंकी ने इच्छा व्यक्त की है। श्री केदारनाथ मन्दिर के पूरब द्वार की मरम्मत पर भी सहमति बनी जिसके लिये धनराशि दानी हरियाणा के श्री यतिन घई ने दान की सहमति दी है।
बैठक में केदारनाथ मे रावल पुजारी आदि के कक्षों की मरम्मत भविष्य में ऊखीमठ मन्दिर के जीर्णोद्वार, बहुमूल्य पाण्डुलिपियों को डिजिटाइल किये जाने, कार्तिक स्वामी मन्दिर को देवस्थानम बोर्ड के अधीन लाये जाने तथा थैलीसैण्ड स्थित विन्देश्वर मन्दिर के जीर्णोद्वार किये जाने पर सहमति प्रदान की गई।
बैठक में मुख्यमंत्री एवं अध्यक्ष, उत्तराखण्ड देवस्थानम प्रबन्धन बोर्ड श्री त्रिवेन्द्र ने यात्रा मार्गो सहित मन्दिर परिसरो में देवस्थानम बोर्ड के साइनेज होर्डिंग आदि लगाये जाने की बात कही। उन्होंने कहा कि बद्रीनाथ, केदारनाथ मन्दिरों के पुजारियों, पण्डों, पुरोहितों, वाद्य यंत्र वादको आदि का विवरण तैयार किया जाय ताकि जरूरत पड़ने पर इन लोगों को भी आर्थिक सहायता उपलब्ध करायी जा सके। उन्होंने कहा कि ये लोग हमारी संस्कृति के संवाहक हैं।
     

बैठक में कैबिनेट मंत्री एवं उपाध्यक्ष उत्तराखण्ड देवस्थानम प्रबन्धन बोर्ड श्री सतपाल महाराज, ने बताया कि ” माननीय मुख्यमंत्री श्री त्रिवेंद्र सिंह रावत जी के आवास पर आयोजित उत्तराखंड चारधाम देवस्थानम् प्रबंधन बोर्ड की बैठक में बोर्ड के संचालन से संबंधित विभिन्न विषयों के साथ बोर्ड द्वारा तैयार किए गए ड्राफ्ट रूल को स्वीकृति प्रदान की गई। इसमें पुजारियों, न्यासी तीर्थ पुरोहितों, पंडों एवं हक हकूक धारियों के अधिकारों और संरक्षण से संबंधित नियमावली भी सम्मिलित है। बैठक में श्री बद्रीनाथ धाम में मंदिर व समीपवर्ती स्थलों के विस्तारीकरण तथा सौंदर्यीकरण के संबंध में निर्णय लिया गया ताकि भविष्य में यात्रियों को दर्शन, यातायात एवं उनके ठहरने की समुचित व्यवस्था हो सके। बैठक में तृतीय केदार, श्री तुंगनाथ मंदिर एवं सभा मंडप आदि के जीर्णोद्धार पर भी सहमति बनी। केदारनाथ स्थित ईशानेश्वर मंदिर के नवनिर्माण की स्वीकृति प्रदान की। केदारनाथ में रावल पुजारी के कक्षों की मरम्मत, ऊखीमठ मंदिर के जीर्णोद्धार, बहुमूल्य पांडुलिपियों का डिजिटलीकरण, कार्तिक स्वामी मंदिर को देवस्थानम् बोर्ड के अधीन लाने तथा थलीसैंण स्थित विंदेश्वर मंदिर के जीर्णोद्धार को भी मंजूरी दी गई।”उत्तराखण्ड देवस्थानम प्रबन्धन बोर्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री रविनाथ रमन ने बताया कि 25 अक्टूबर तक चारधाम में 1.72 लाख यात्री दर्शनार्थ आये हैं तथा 2 लाख द्वारा रजिस्ट्रेशन किया गया है, जबकि बद्रीनाथ मन्दिर को 7.55 करोड़ तथा केदारनाथ मन्दिर को 75 लाख की आय हुई है।

       इधर पंडे पुजारियों की ओर से सुझाव आया है कि चार धाम मंदिर लेलिए लेकिन उन मंदिरों के प्रकल्पों वृत्तिधारकों व विद्यालयों के कर्मचारियों के विषय में भी सम्यक विचार होना चाहिए। उत्तराखंड में अब तक उपेक्षित रही संस्कृत शिक्षा को बढ़ावा दिया जाना चाहिए ताकि पूर्वकाल की तरह यहां से समूचे देश में भारतीय संस्कृति की धारा बहे। संभवत इसीलिए बैठक में बोर्ड के सदस्य एवं बद्रीनाथ के विधायक श्री महेन्द्र भट्ट ने कुछ कर्मचारियों की पुनर्नियुक्ति विस्तार व वेतन वृद्धि हेतु विषय रखे।

      इस बैठक श्री गोपाल रावत, सचिव पर्यटन श्री दिलीप जावलकर, सचिव वित्त श्रीमती सौजन्या, अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री बी0डी0सिंह, देवस्थानम बोर्ड के श्री अनिल ध्यानी, श्री प्रमोद नोटियाल, डॉ0 हरीश गौड आदि उपस्थित रहे ।