महामारी के समय राजनीति नहीं, राष्ट्रनीति पर कार्य हो

डॉ हरीश मैखुरी 

At the time of the epidemic, not politics, work on national policy जब देश के हित की बात हो प्रधानमंत्री मोदी एक मिनट की देर नहीं करते। शायद आम लोगों को चीन से उत्पन्न Covid 19 महामारी के कहर का जरा भी अनुमान नहीं, अन्यथा 21 दिनों एक जहाँ हैं वहीं ठहरने की बजाय अफरातफरी होती? इटली अमेरिका आदि देशों ने भी शुरू में हल्के में लिया। आज वहां सब तहस-नहस हो रहा है। सुपर पावर अमेरिका में भी एक ही दिन में 14000 करोना संक्रमित पाए जा रहे हैं। प्रधानमंत्री मोदी के द्वारा सुझाया देश व्यापी लाॅकडाउन उपाय सही समय पर सही कदम है। यदि 21दिन लोग घरों में रह कर सहयोगी बने तो कोरोना महामारी बनेगा ही नहीं। और देश आने वाली भंयकर मेडिकल आपदा से उबर जायेगा। 

दिल्ली में लाॅकडाउन का जो मजाक बन रहा और वोट लेने के बाद अफवाह फैलाकर दिहाड़ी मजदूरों को मेडिकल आपदा के समय उनके हाल पर छोड़ दिया, वही आगे पूरे राष्ट्र को मंहगा पड़ सकता है। क्योंकि दिल्ली में देश भर से कामगार हैं। इसी तरह कुछ गिरोहों द्वारा अफवाह फैलाई जा रही है कि यह लाकडाउन लम्बे समय तक चलेगा इससे शहरों के दिहाड़ी मजदूर शहर छोड़ रहे हैं। इस पर समय रहते रोक नहीं लगी तो कम्युनिटी इनफेक्शन का खतरा है। बहुत खतरनाक स्थिति आ सकती है। ये समय राजनीतिक विरोध और वैचारिक द्वन्द्व का नहीं, इस राष्ट्रीय मेडिकल आपदा के समय अपने हिस्से के योगदान की भूमिका निभाने का अवसर है इस चाईनीज वायरस से समय रहते मुक्ति पाने की आवश्यकता है। नहीं तो भारत जैसी बड़ी जनसंख्या और कम मेडिकल सुविधा वाले देश को इसकी भारी कीमत चुकानी पड़ सकती है।