लगातार बारिश से बदरीनाथ हाईवे बंद, कई यात्री फंसे

राजधानी देहरादून समेत सूबे के कई जिलों में सुबह से बारिश हो रही है। बारिश के चलते हो रहे भूस्‍खलन के कारण चमोली में बदरीनाथ हाईवे लामबगड़ में बंद है। इस दौरान वहां कई यात्री फंसे हुए हैं। वहीं, उत्तराखंड में मंगलवार से मौसम के तेवर फिर तल्ख हो गए हैं। देहरादून स्थित मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार नौ से 11 अगस्त तक प्रदेश में 65 से 205 मिमी तक वर्षा के आसार हैं। इसको लेकर अलर्ट भी जारी कर दिया गया है।

चेतावनी के मद्देनजर शासन ने सभी जिलाधिकारियों को सतर्क रहने के निर्देश दिए हैं। दूसरी ओर सोमवार को पहाड़ों से लेकर मैदान तक छिटपुट वर्षा का दौर जारी रहा। बदरीनाथ के पास लामबगड़ में मलबा आने से बंद हाईवे दूसरे दिन भी नहीं खुल पाया। विभिन्न पड़ावों पर करीब 250 यात्री मार्ग खुलने का इंतजार कर रहे हैं। हालांकि केदरनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर आवाजाही सुचारु रही।

लगातार हो रही बारिश के कारण टिहरी झील का जलस्तर भी तेजी से बढ़ रहा है। सोमवार को जलस्तर 805मीटर दर्ज किया गया, जबकि तीन अगस्त को यह 800 मीटर था। इसके कारण झील से प्रतिदिन 550 क्यूमेक्स पानी भागीरथी में छोड़ा जा रहा था। टिहरी की जिलाधिकारी ने सोनिका ने बताया इससे हरिद्वार और ऋषिकेश के तटीय क्षेत्रों को खतरा पैदा हो गया। हरिद्वार प्रशासन ने पानी की मात्रा कम करने का आग्रह किया। इस पर टिहरी-हाइड्रो डेवलेपमेंट कारपोरेशन को यह मात्रा घटाकर 250 क्यूमेक्स करने के निर्देश दिए गए हैं।

कुमाऊं में भी दुश्वारियों का दौर बना हुआ है। पिथौरागढ़ में टनकपुर-तवाघाट हाईवे पर कनालीछीना के पास फिर पहाड़ी दरक जाने से भारी मलबा सड़क पर आ गया। इससे हाईवे करीब दो घंटे बंद रहा। टनकपुर-तवाघाट हाईवे दो घंटे बंद रहने से बड़ी संख्या में वाहन रास्ते में फंसे रहे। काली और गोरी नदियों का जल स्तर बढ़ गया है। पिथौरागढ़ जिले में गंगोलीहाट के मड़कनाली गांव में एक गोशाला ध्वस्त हो गई।

देहरादून मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक विक्रम सिंह ने बताया कि मानसून ट्रफ (द्रोणी) का रूख 14 अगस्त से देश के अन्य भागों की ओर होने लगेगा। इससे बारिश में कमी आएगी। उन्होंने बताया कि प्रदेश के लोग 15 अगस्त राहत महसूस करेंगे।