बद्रीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति भंग तो कर्मचारी तंग

उत्तराखंड में  चार धामों के  इंफ्रास्ट्रक्चर के विकास की दृष्टि से  उत्तराखंड सरकार द्वारा  चार धाम  विकास देवस्थानम बोर्ड बनाया गया है। इसमें  पहले से चार धामों के  रखरखाव और  व्यवस्था कर रही समितियों को भी निहित कर दिया गया है। इस कारण अब बद्रीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री में पहले से व्यवस्थाओं का निर्वहन कर रही समितियां अस्तित्व में नहीं रही। विशेषकर बदरीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति भंग होने के बाद अब मंदिर समिति के कर्मचारियों की वेतन की समस्या आन खड़ी हुई है। अभी तक चार धाम देवस्थानम बोर्ड पूरी तरह से अस्तित्व में नहीं आ पाया और बदरीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति का पुराना स्ट्रक्चर अब अस्तित्व में रहा नहीं। बता दें कि मंदिर समिति में ज्यादातर काम करने वाले जमीनी कर्मचारी अस्थाई हैं और कम मानदेय पर काम करते हैं यानी ये कहा जाय कि ये ‘हैंड टु माउथ’ कर्मचारी हैं तो कोई अतिशयोक्ति नहीं होगी। एक-दो माह के लिए वेतन रूकना भी इन कर्मचारियों और उनके परिवारों पर भारी पड़ रहा है। उनके परिवार पर जीवन रक्षण का संकट आ गया, एक तरह से वे सड़क पर आ गये हैं। इसलिए कर्मचारियों ने इस सम्बन्ध में एक मीटिंग कर सरकार को देवस्थानम बोर्ड बनाने की बधाई दी और सरकार से अनुरोध किया कि वे बद्रीनाथ मंदिर समिति के बदरीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति के ढांचे को ज्यों का त्यों जहाँ है जैसा है पूरा का पूरा अधिग्रहित कर यथाशीघ्र वेतन जाय।

बद्रीनाथ केदारनाथ कर्मचारी संगठन द्वारा कहा गया कि बदरीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति में अब तक केवल सनातन धर्म को मानने वाले लोगों की ही नियुक्तियां होती थी और आधिकारिक पदों पर भी इन्हीं व्यक्तियों को रखा जाता था यह भी आशंका व्यक्त की गई कि आगे इन समितियों में इस बोर्ड में कहीं कोई विधर्मी नियुक्त हो कर मंदिर के कस्टम और सिस्टम ओं को दुष्प्रभावित कर सकता है। हाल में बद्री केदार मंदिर समिति में हुई नियुक्तियों पर कर्मचारियों का कहना था कि पहले भी इसी प्रकिया से नियुक्तियां होती रही है, श्री बद्री केदार मंदिर समिति के अध्यक्ष अध्यक्ष रहे श्री मोहन प्रसाद थपलियाल का कहना है कि मंदिर समिति अब अस्तित्व में नहीं रही इसलिए कर्मचारियों का मानदेय अब यह व्यवस्था उत्तराखंड देवस्थानम बोर्ड को ही करनी है बैठक में डॉक्टर बृजेश रावत विजय पंत वीरेंद्र बिष्ट अनीता बरनवाल कृति भट्ट मधुसूदन सुयाल विनोद नौटियाल दीपेंद्र रावत सविता रावत पिंकी रीना पवार आदि उपस्थित रहे ।