आधी-अधूरी तयारियों के बीच सीएम ने किया चारधाम यात्रा का शुभारंभ

हरीश मैखुरी

उत्तराखण्ड।  मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने चारधाम यात्रा-2017 का शुभारंभ, यात्रा बसों को हरी झंडी दिखाकर किया। मुख्यमंत्री रावत ने उत्तराखंड आगमन पर सभी चारधाम यात्रियों का स्वागत करते हुए उनकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण होने की भगवान से प्रार्थना की। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार चार धाम यात्रा के लिए पूरी तरह से तैयार है। इसकी प्रतिदिन मॉनिटरिंग की जा रही है। उन्होंने बताया कि सभी सम्बन्धित विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिए गए है कि चार धाम यात्रा पर लगे सभी वाहनों की फिटनेस पर विशेष ध्यान दिया जाए। उन्होंने कहा कि बिना फिटनेस वाली गाड़ी के संज्ञान में आने पर कठोर कार्यवाही की जाएगी। मुख्यमंत्री रावत ने सभी यात्रियों का रजिस्ट्रेशन किये जाने पर बल दिया। उन्होंने कहा सभी यात्रियों का रजिस्ट्रेशन किया जाए, सरकार के पास सभी यात्रियों का पूरा रिकॉर्ड होना चाहिए।

मुख्यमंत्री रावत ने मीडिया से भी अनुरोध किया कि यात्राकाल के दौरान होने वाली बादल फटने जैसी प्राकृतिक घटनाओं को बढ़ाचढा कर न दिखाया जाय। मुख्यमंत्री रावत ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेलवे प्रोजेक्ट और ऑल वेदर रोड हेतु बजट जारी कर दिया गया है। राज्य सरकार कोशिश कर रही है कि उत्तराखंड में धार्मिक पर्यटन एवं योग को बढ़ावा दिया जाएगा। साथ ही राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी एवं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के चारधाम आगमन से पूरी दुनिया में एक संदेश जाएगा कि उत्तराखंड में चारधाम यात्रा सुरक्षित है।

एक तरफ सरकार जहां बसों को हरी झण्डी दिखा रही है वहीं पिछले 40 सालों से ऋषिकेश बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग के सिरोहबगड़, नंदप्रयाग व लामबगड़ की लैंड स्लाइड सरकार को मुंह चिढ़ा रहे हैं, अब गौचर और धनतोली में भी नए स्लाइडस भी खतरा-ए-जान बने हुए हैं। सूचना तंत्र का हाल ये है कि बद्रीनाथ अभी तकम सैटेलाइट से नहीं जुड़ पाया वहीं इस पूरे यात्रा मार्ग पर चिकित्सालयों की हालत भी खस्ती है, इस मार्ग के किसी चिकित्सालय में हृदय रोग विशेषज्ञ नहीं है उल्टे सुप्रीम कोर्ट के स्पष्ट आदेशों के बावजूद इस यात्रा मार्ग पर 11 शराब की दुकानें और मांस की सैकड़ों दुकानें यात्रियों को आहत करने के लिए काफी है। ऐसे में सुरक्षित और सुगम यात्रा के सरकारी दावे कितने कारगर होंगे ये तो यात्रा शुरु होने पर ही पता चलेगा।