बिग ब्रेकिंग – रैणी में वैली ब्रिज तैयार, शुक्रवार 5मार्च से नीति घाटी में सड़क मार्ग से हो सकती है आवाजाही शुरू

फोटो- रैणी मे तैयार हुआ वैली ब्रिज
प्रकाश कपरूवाण
जोशीमठ। रैणी में वैली ब्रिज तैयार, शुक्रवार 5मार्च से हो सकती है आवाजाही शुरू।

ऋषि गंगा त्रासदी के दिन 7 फरवरी को नीती घाटी व तिब्बत बोर्डर को जोडने वाला रैणी मंे एक मात्र मोटर वाहन पुल भी आपदा की भेंट चढ गया था। जिसके कारण सीमा पर आवाजाही के साथ ही सडक संपर्क से पूरी तरह कट चुके 13गाॅवों तथा भारत-तिब्बत सीमा को सडक संपर्क से जोडने के लिए बीआरओ ने सात फरवरी को ही रैणी पंहुचकर वैली ब्रिज निर्माण सर्वे प्रक्रिया शुरू की। इस दौरान ऋषि गंगा पावर प्रोजेक्ट के अन्दर से उस ओर वैली ब्रिज लाॅच करने के लिए भी सर्वे किया गया, लेकिन ऋषि गंगा की ओर एबेडमेंट निर्माण के लिए मजबूत चटटान व स्थान नही मिलने के कारण बीआरओ को ध्वस्त हो चुके पुल के समीप ही नए स्थान का चयन करना पडा। बीआरओ ने सैकडो मजदूरो व मशीनों को झौंक पर उक्त स्थान दोनो ओर एबेडमेंट तैयार किये। और ब्रिज लाॅच किया।

करीब दो सौ फीट लंबे इस वैली ब्रिज का निर्माण बेहद मजबूती से किया गया है। क्योकि इस ब्रिज से ने केवल ग्रामीणों की आवाजाही ब्लकि भारत-चीन सीमा की अग्रिम चैकियों मे तैनात जाॅबाजो के साथ ही बडे वाहनो की भी आवाजाही होनी है।

बीआरओ की शिवालिक परियोजना के मुख्य अभियंन्ता ए0एस0राठौड के अनुसार रैणी मे वैली ब्रिज तैयार कर लिया गया है, और शुक्रवार से इस पुल से वाहनो की आवाजाही शुरू की जा सकेगी।

सुखद समाचार–
सीमान्त क्षेत्र जोशीमठ के रेणी में वैली ब्रिज तैयार हो गया है।5 मार्च से आवागमन शुरू होने की सूचना है।—विधानसभा बद्रीनाथ के विधायक महेंद्र भट्ट ने भी इस बात पर खुुशी जताई।