शिक्षा विभाग से शीतकालीन अवकाश पर बड़ा समाचार

रिपोर्ट – हरीश मैखुरी

शिक्षा विभाग से बड़ी खबर सामने आयी है शिक्षा सचिव मीनाक्षीसुंदरम की ओर से जारी आदेश के चलते शीतकालीन अवकाश पर शंशय समाप्त हो गया है। बोर्ड परीक्षाओं के मद्देनजर कक्षा दसवीं और बारहवीं की कक्षाएं सुचारू रूप से जारी रखने के आदेश जारी किए गए हैं। साथ ही 2 नवंबर से शिक्षकों को भौतिक रूप से विद्यालय में उपस्थित रहने के आदेश को आगे के लिए यथावत रखा गया है।
बता दें कि राजकीय शिक्षक संघ शिक्षकों और छात्रों के लिए शीतकालीन अवकाश की मांग कर रहा था, शिक्षक संघ के प्रांतीय अध्यक्ष कमल किशोर डिमरी ने कहा कि डब्ल्यूएचओ की गाइडलाइन के हिसाब से भी और कोरोना की दृष्टि से भी शीतकालीन छुट्टियां आवश्यक हैं। कमल किशोर डिमरी ने कहा कि  हमारे शिक्षक साथियों ने जून की छुट्टियों में भी शिक्षण कार्य किया है, अब शीतकालीन अवकाश  निरस्त होने से शिक्षकों को मायूसी हाथ लगी है। उनका कहना है कि ऑनलाइन कक्षाएं चलती रही रहे इस शर्तत पर भी शीतकालीन अवकाश दिया जा सकता था। समझा जा रहा है कि शिक्षक संघ की दलील को किनारे करते हुए शिक्षा विभाग शीतकाल में बोर्ड परीक्षाओं के मद्देनजर विद्यालयों को सुचारू रखना चाहता है।
जिन क्षेत्रों में बहुत ज्यादा ठंड पड़ती है या बर्फ गिरती है वहां के जिला शिक्षा अधिकारियों को परिस्थिति जन्य निर्णय लेने की भी छूट दी गई है। महत्वपूर्ण बात यह है कि विद्यालय खुलने के बाद भारी संख्या में शिक्षक और शिक्षणेतर कर्मचारी भी कोरोना संक्रमित भी होते रहे हैं। लेकिन शिक्षा विभाग की जीवटता और जिजीविषा में कमी नहीं आयी।

    लेकिन शिक्षक संगठन को भी शीतकालीन अवकाश का समाप्त किया जाना बहुत अखर रहा है। राजकीय शिक्षक संगठन के प्रान्तीय महामंत्री सोहन मांजिला ने कहा कि “सर्दियों का अवकाश समाप्त करने संबधित देर रात किये गए आदेश से सभी अचंभित है, कार्य दिवस समाप्त होने के उपरांत आदेश निर्गत किया गया, जबकि संगठन ने विभाग शासन व सरकार को लिखित में सर्दियों का अवकाश समाप्त न करने का अनुरोध किया था। उन्होंने कहा कि राजकीय शिक्षक संघ की प्रांतीय कार्यकारणी सभी संमानित सदस्यों से अनुरोध करती है कि वे एकजुटता का परिचय देते हुए प्रश्नगत प्रकरण का समाधन निकालने हेतु सहयोग करें, प्रांतीय कार्यकारणी सक्षम स्तर पर बात करेगी। बातचीत से समाधान न निकलने की स्थिति में मण्डल व जनपद के पदाधिकारियों के साथ बैठक कर अग्रिम निर्णय लेगी। सोशियल मीडिया से समस्या का हल नहीं निकालएगा, समाधान सब की एकजुटता से निकलेगा।