भाजपा का स्थापना दिवस : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में पूरे विश्व में हमारा देश अग्रणी बन रहा है – मुख्यमंत्री तीरथ सिंह

✍️हरीश मैखुरी

भारतीय जनता पार्टी ने आज देशभर में अपना 41वां स्थापना दिवस  मनाया। उत्तराखंड में भी  भाजपा प्रदेश कार्यालय देहरादून में सुसंगत रूप से स्थापना दिवस मनाया गया। इस अवसर पर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने भी आयोजित कार्यक्रम में प्रतिभाग किया। इस अवसर पर भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री व प्रदेश प्रभारी Dushyant Kumar Gautam  और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष Madan Kaushik भी उपस्थित रहे।

 भारतीय जनता पार्टी की स्थापना के समय अटल बिहारी वाजपेयी जी ने कहा था कि “अंधेरा छंटेगा, सूरज उगेगा, कमल खिलेगा। आज छोटे से छोटे गांव में भी भाजपा के जनप्रतिनिधि हैं!। 

    इस अवसर पर मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने कहा कि” प्रधानमंत्री श्री Narendra Modi के नेतृत्व में पूरे विश्व में  हमारा देश अग्रणी बन रहा हैं। भाजपा सबसे पहले देश, फिर पार्टी और फिर कार्यकर्ता हैं, इसे अपने मन में संजोकर हमें देश की रक्षा और समाज को साथ लेकर चलने के लिए आगे बढ़ना है।” 

6 अप्रैल 1980 की ऐतिहासिक तस्वीर जब बीजेपी की नींव रखी गई थी
चित्र में बाई ओर से….
.भैरो सिंह शेखावत,
..सुंदरलाल पटवा,
….कुशाभाऊ ठाकरे,
……मदन लाल खुराना,
……..लालकृष्ण आडवाणी,
..……..अटल बिहारी वाजपई ओर
…………श्रीमती विजय राजे सिंधिया

*भारतीय जनता पार्टी एक नजर में 

*पार्टी की स्थापना*:– 6 अप्रैल 1980
*पार्टी का चुनाव चिन्ह*:– कमल का फूल
*भाजपा के प्रथम राष्ट्रीय अध्यक्ष*– अटल बिहारी वाजपेयी
*भाजपा के वर्तमान राष्ट्रीय अध्यक्ष*:– जगत प्रकाश नड्डा

*भाजपा के मूल सिद्धांत* ;
1. एकात्म मानववाद
2. राष्ट्रवाद (हिंदुत्व)
3. लोकतंत्र (आंतरिक)
4. राष्ट्रीय अखंडता
5. मूल्याधारित अर्थनीति

*पार्टी की वर्तमान स्थिति*
१. 12 करोड़ सदस्यों के साथ विश्व का सबसे बड़ा राजनीतिक दल,
२. केंद्र में अपनी सरकार,
३. 20 राज्यों में अपनी या मिली जुली सरकार,
४. 303 सांसद,
५. देश भर में 1000 से अधिक विधायक,

यूं तो भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की स्थापना साल 1980 में हुई थी, लेकिन इसके मूल में श्यामाप्रसाद मुखर्जी के नेतृत्व में 1951 में निर्मित भारतीय जनसंघ ही है। जिसके पहले महामंत्री पo दीनदयाल उपाध्याय की मूल अवधारणा अंत्योदय, प्रखर राष्ट्रवाद के सिद्धांतों के साथ निरन्तर आगे बढ़ रही है ।
*भाजपा*:–
देश का एकमात्र लोकतांत्रिक प्रक्रिया का पालन करने वाला, जनमानस को साथ ले, कार्यकर्ता आधरित, समर्पित कैडर बेस, राजनीतिक संगठन है।
*इसके मूल में 1925 में डॉ हेडगेवार जी द्वारा गठित हिंदुत्त्ववादी राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) है।*
इसके संस्थापक अध्यक्ष अटल बिहारी वाजपेयी रहे, तब से लेकर अब तक राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं उनकी कार्यावधि इस प्रकार है:–
*क्र० अध्यक्ष कार्यकाल*
1.अटल बिहारी वाजपेयी (1980 से 1986)
2. लाल कृष्ण आडवाणी (1986 से 1991)
3. मुरली मनोहर जोशी (1991 से 1993)
4. लाल कृष्ण आडवाणी (1993 से 1998)
5. कुशाभाऊ ठाकरे (1998 से 2000)
6. बंगारू लक्ष्मण (2000 से 2001)
7. जना कृष्णमूर्ति (2001 से 2002)
8. वेंकैया नायडू (2002 से 2004)
9. लाल कृष्ण आडवाणी (2004 से 2005)
10. राजनाथ सिंह (2005 से 2009)
11. नितिन गडकरी (2009 से 2013)
12. राजनाथ सिंह (2013 से 2014)
13. अमित शाह (2014 से 20)
14. जगत प्रकाश नड्डा (2020 से……)40 साल पहले भाजपा की स्थापना हुई, तब किसी ने सोचा नहीं होगा, कि पार्टी नाम और काम के इस पायदान पर पहुंचेगी ।

*जनसंघ से भाजपा तक ।*
*अटल युग से मोदी युग ।*
*3 सांसदों से 303 सांसद तक*
*वर्ष* *सांसद* *दल* *लोकसभा*
1952 3 जनसंघ पहली
1957 4 जनसंघ दूसरी
1962 14 जनसंघ तीसरी
1967 35 जनसंघ चौथी
1971 21 जनसंघ पांचवीं
1977 में जनसंघ का जनता पार्टी में विलय हुआ
1977 छटी
1980 सातवीं
1980 में भाजपा स्थापना उपरांत !
1984 02 भाजपा आठवीं
1989 86 भाजपा नोंवी
1991 119 भाजपा दसवीं
1996 161 भाजपा ग्यारहवीं
1998 182 भाजपा बारहवीं
1999 182 भाजपा तेहरवीं
2004 138 भाजपा चौदहवीं
2009 116 भाजपा पंद्रहवी
2014 282 भाजपा सोलहवीं
2019 303 भाजपा सत्रहवीं

*पार्टी विद्व ए डिफरेंस*

*जब यह बात कही जाती है कि भारतीय जनता पार्टी दूसरी राजनीतिक पार्टियों से भिन्न एक विशेष विचारधारा वाली पार्टी है, तो यह बात केवल कहने भर की नहीं है ।*
*वास्तव में भाजपा केवल एक राजनीतिक पार्टी ही नहीं एक सतत चिन्तन वाली विचारधारा, समर्पित कैडर, विशेष कार्यशैली, जनलोक- कल्याणकारी नीतियां इसका मुख्य आधार संतभ है ।*
*यदि हम भाजपा की तुलना अन्य पार्टियों से करें, तो हम पाएंगे कि वास्तव में भारतीय जनता पार्टी ही केवल एक ऐसी राजनीतिक पार्टी है, जो मर्यादित राजनीतिक पार्टी के रूप में हर कसौटी पर खरी उतरती है ।*
*जहां देश की अधिकतर राजनीतिक पार्टियां कुनबा परस्ती, भाई-भतीजावाद व वंशवाद की पोशक बन कर रही गई हैं और सत्ता प्राप्ति ही उनका केवल एक मात्र लक्ष्य बन कर रह गया है।*
*आज जहां भारतीय राजनीति भ्रष्टाचार, अत्याचार, जातीय संघर्ष, वर्ग संघर्ष, सम्प्रदाय संघर्ष, धनतंत्र, बलतंत्र, अपराध तंत्र एवं अनुशासन हीनता की शिकार बन गई है ।*
*वहीं भारतीय जनता पार्टी अपने समर्पित कैडर और वरिष्ठ विचारधारा के आधार पर निरंतर आगे बढ़ती जा रही है।*
*देश भर में ऐसे हजारों समर्पित कार्यकर्ता हैं, जो जीवन भर अविवाहित रह कर घर-परिवार व ऐश्वर्यापूर्ण जीवन का त्याग करके एक सन्यासी की भांति इस पार्टी के माध्यम से राष्ट्र को एक मां के रूप में स्वीकार करते हुए यह सोच रखते हैं, कि सभी भारतवासी उसके पुत्र हैं व भारत माता के रूप में इसका वंदन भी करते है।*
*पार्टी का चाल-चरित्र और चेहरा दूसरी पार्टियों से बिल्कुल भिन्न है, भारतीय सांस्कृतिक राष्ट्रवाद इसका मूलमंत्र है।*
*हमारा देश सुरक्षा की दृष्टि से आत्मनिर्भर और पूर्ण शक्तिशाली राष्ट्र बने, परमाणु नीति और कार्यक्रम इसी सोच का प्रमाण है।*
*हमारा राष्ट्र विश्व में अध्यात्मिक गुरू रहा है, वही स्थान और प्रतिष्ठा भारत की पुनः स्थापित हो, ऐसा चिंतन इस पार्टी का है ।*
*हमारा राष्ट्र अतीत में सोने की चिडि़या कहा जाता था, इसी के अनुरूप भाजपा परम वैभवशाली राष्ट्र का सपना संजोये हुऐ है।*
*पार्टी चाहती है कि भारत एक सुख-समृद्धिशाली राष्ट्र बने।*
*भारतीय सांस्कृतिक मूल्यों में पार्टी की गहन आस्था और विश्वास है।*
*इन मूल्यों को किसी प्रकार की ठेस ना पहुंचे, ऐसा प्रयास भारतीय जनता पार्टी का रहता है।*
*समाज का सभी वर्गों का हित हो, किसी भी एक वर्ग का तुष्टिकरण व वोट बैंक की राजनीति पार्टी को कतई स्वीकार नहीं है।*
*समाज के अति वंचित वर्ग का उत्थान पार्टी का मुख्य उद्धेश्य है ।*
*अंतयोदय का सूत्र लेकर पार्टी इसे क्रिर्यान्वित करने में लगी हुई है।*
*धर्म जाति के नाम पर भेदभाव पार्टी को किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं है।*
*आओ हम सब मिल कर गौरवशाली, परम वैभवशाली, शोषणमुक्त, संमतायुक्त, सुसांस्कृतिक, सुसंगठित एवं कल्याणकारी राष्ट्र व समाज का पुननिर्माण करें।*

भाजपा के भविष्य के लक्ष्य –

1-जनसंख्या नियंत्रण कानून

2- समान नागरिक संहिता कानून

3-अखंड भारत का गौरवशाली वैभव लौटना, पुन: विश्व गुरु बनाना और सनातन संस्कृति संपन्न गणराज्य की स्थापना

4- सम्पूर्ण देश और इसके प्रत्येक नागरिक का समग्र विकास

5-अपराध भ्रष्टाचार और आतंकवाद की समाप्ति। 

भाजपा से डरे लोग झूठ और अफवाहों से देश अस्थिर करने में लगे हैं : प्रधानमंत्री मोदी

नयी दिल्ली 06 अप्रैल l प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने देश में चुनाव नहीं बल्कि महात्मा गांधी के सेवा के मंत्र के आधार पर देशवासियों का दिल जीता है और पार्टी के विस्तार से डरे हुए राजनीतिक विरोधी झूठ और अफवाहें फैला कर देश में अस्थिरता पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं।

श्री मोदी ने यहां भाजपा के 41वें स्थापना दिवस के मौके पर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए यह बात कही। पार्टी के दीनदयाल उपाध्याय मार्ग स्थित केन्द्रीय कार्यालय में भाजपा अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने पार्टी के ध्वजारोहण और पंडित दीनदयाल उपाध्याय और डाॅ. श्यामाप्रसाद मुखर्जी की प्रतिमाओं पर श्रद्धासुमन अर्पित करने के बाद पार्टी के अन्य प्रमुख नेताओं के साथ प्रधानमंत्री का संदेश सुना।

प्रधानमंत्री ने कहा कि भाजपा की गौरवशाली यात्रा के आज 41 वर्ष पूरे हो रहे हैं। ये 41 वर्ष इस बात के साक्षी हैं कि सेवा और समर्पण के साथ कोई पार्टी कैसे काम करती है। उन्होंने कहा, “डॉ श्यामाप्रसाद मुखर्जी जी, पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी, अटल बिहारी वाजपेयी जी, कुशाभाऊ ठाकरे जी, राजमाता विजयाराजे सिंधिया जी, ऐसे अनगिनत महान व्यक्तित्वों को बीजेपी के प्रत्येक कार्यकर्ता की तरफ से मैं श्रद्धांजलि देता हूँ, श्रद्धासुमन अर्पित करता हूँ।”

उन्होंने पार्टी को आकार एवं विस्तार देने एवं पार्टी को अपना जीवन समर्पित करने वाले श्री लालकृष्ण आडवाणी, डॉ. मुरली मनोहर जोशी सहित सभी वरिष्ठ नेताओं काे नमन किया।

उन्होंने कहा कि डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी के बलिदान की शक्ति है कि हम संविधान का अनुच्छेद 370 हटाकर कश्मीर को संवैधानिक अधिकार दे पाये।

उन्होंने कहा कि भाजपा के लिए हमेशा ये मंत्र रहा है कि-‘व्यक्ति से बड़ा दल, दल से बड़ा देश’ ये परंपरा डॉ श्यामाप्रसाद मुखर्जी से लेकर आज तक अनवरत चली आ रही है। हम सभी ने देखा है कि कैसे श्री वाजपेयी ने एक वोट से सरकार गिरना स्वीकार कर लिया था, लेकिन पार्टी के आदर्शों से समझौता नहीं किया था।

उन्होंने कहा कि पिछले साल कोरोना ने पूरे देश के सामने एक अभूतपूर्व संकट खड़ा कर दिया था। तब सब कार्यकर्ता अपना सुख-दुःख भूलकर देशवासियों की सेवा में लगे रहे। कार्यकर्ताओं ने ‘सेवा ही संगठन’ का संकल्प लिया, उसके लिए काम किया।

उन्होंने कहा कि आज भाजपा से गाँव-गरीब का जुड़ाव इसलिए बढ़ रहा है क्योंकि आज वो पहली बार अंत्योदय को साकार होते देख रहा है। आज 21वीं सदी में जन्म देने वाला युवा, भाजपा और उसकी नीतियों एवं प्रयासों के साथ है।

उन्होंने कहा, “गांधी जी कहते थे कि निर्णय और योजनाएं वो हों जो समाज की आखिरी पंक्ति में खड़े व्यक्ति तक लाभ पहुंचाए। गांधी जी की उस मूल भावना को चरितार्थ करने के लिए हमने अथक प्रयास किया है। हमारी कार्यशैली है- हम किसी ने कुछ भी न छीनते नहीं हैं। हम हर व्यक्ति तक पहुंचते हैं, उसकी आवश्यकता पर पूरी संवेदनशीलता से काम करते हैं।”

मोदी ने कहा कि पहले जो सरकारें रहीं, उनकी प्राथमिकताओं में ये छोटे किसान, इन छोटे किसानों की जरूरतें, कभी नहीं रहीं। लेकिन बीते वर्षों में हमारी सरकार की कृषि से जुड़ी हर योजना के केंद्र में ये छोटे किसान रहे।

श्री मोदी ने कहा कि उनकी सरकार का मूल्यांकन उसके डिलिवरी सिस्टम से हो रहा है। ये देश में सरकारों के कामकाज का नया मूलमंत्र बन रहा है। लेकिन इसके बावजूद यह दुर्भाग्य ये है कि भाजपा अगर चुनाव जीते तो उसे चुनाव जीतने की मशीन कहा जाता है।

उन्होंने कहा, “जो लोग कहते हैं कि भाजपा चुनाव जीतने की मशीन है, वो एक प्रकार से भारत के लोकतंत्र की परिपक्वता को समझ नहीं पाते। वो भारत के नागरिकों की सूझबूझ और उनकी आशाओं-अपेक्षाओं और सपनों को नहीं समझ पाते। जबकि सच्चाई ये है कि भाजपा चुनाव जीतने की मशीन नहीं, देश और देशवासियों का दिल जीतने वाला एक अनवरत-अविरल अभियान है। हम कभी गर्व नहीं करते कि हमारा दल जीता। हम हमेशा इस बात का गर्व करते हैं कि देश के लोगों ने हमें जिताया।”

प्रधानमंत्री ने कहा कि आज आम जनमानस ये महसूस करता है भाजपा सरकार का मतलब है कि राष्ट्रनिर्माण के लिए सही नीति, साफ नीयत और सटीक निर्णय। भाजपा आने का मतलब है कि ‘राष्ट्र प्रथम, देशहित से समझौता नहीं, देश की सुरक्षा सर्वोपरि।’ भाजपा आने का मतलब है- वंशवाद, परिवारवाद की राजनीति से मुक्ति, भाजपा आने का मतलब है ‘योग्यता को अवसर, पारदर्शिता, सुशासन और सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास’।

उन्होंने कहा, “हमारे जो संस्कार हैं, हम राजनीतिक छुआछूत में विश्वास नहीं करते। इसलिए हम सरदार पटेल को समर्पित स्टैच्यू ऑफ यूनिटी बनाकर गर्व करते हैं। इसलिए हम बाबा साहेब के लिए पंचतीर्थ का निर्माण कर गर्व करते हैं। हम खुले दिल से, भाजपा के घोर विरोधी रहे व्यक्तित्वों का भी सम्मान करते हैं, उन्हें सम्मान देते हैं। भारत रत्न से लेकर पद्म पुरस्कार, इसका उदाहरण हैं।”

उन्होंने कहा कि केरल और पश्चिम बंगाल जैसे राज्यों में हमारे कार्यकर्ताओं को धमकियाँ दी जाती हैं, उन पर हमले होते हैं, उनके परिवार पर हमले होते हैं। लेकिन अपनी विचारधारा के लिए वो अडिग रहते हैं, डटे रहते हैं। वहीं वंशवाद और परिवारवाद का हश्र भी 21वीं सदी का भारत देख रहा है।

उन्होंने कहा कि स्थानीय आकांक्षाओं के सहारे जो स्थानीय पार्टियां खड़ी हुईं, बाद में वो भी एक परिवार की, एक दो लोगों की पार्टियां बनकर रह गईं। नतीजा आज सामने है। ऐसी पार्टियों ने जो नकली सेकुलरिज़्म का नकाब पहन रखा था, वो भी उतरना शुरू हो गया है।

श्री मोदी ने कहा, “सैकुलरिज़्म का हमारे यहां मतलब बना दिया गया है- कुछ ही लोगों के लिए योजनाएं, कुछ ही लोगों का पक्षपात, वोट बैंक के हिसाब से नीतियाँ! जो सबके लिए योजनाएं बनाता हो, सबके अधिकार की बात करता हो, सबके लिए काम करता हो, उसे ये लोग कम्यूनल कहते हैं।”

उन्होंने कहा, “आज गलत नरैटिव बनाए जाते हैं- कभी सीएए को लेकर, कभी कृषि कानूनों को लेकर, कभी लेबर लॉ को लेकर, भाजपा के प्रत्येक कार्यकर्ता को समझना होगा कि इसके पीछे सोची-समझी राजनीति है, ये एक बहुत बड़ा षड़यंत्र है। इसका मकसद है देश में राजनीतिक अस्थिरता पैदा करना।”

उन्होंने कहा कि इसलिए देश में तरह-तरह की अफवाहें फैलाई जाती हैं, भ्रम फैलाया जाता है। कभी कहा जाता है संविधान बदल दिया जाएगा। कभी कहा जाता है आरक्षण समाप्त कर दिया जाएगा। कभी कहा जाता है नागरिकता छीन ली जाएगी। ये सब कोरे झूठ होते हैं लेकिन कुछ लोगों और संगठनों द्वारा इन्हें तेजी से फैलाया जाता है।

श्री मोदी ने भारत की स्वतंत्रता के 75 वर्ष पूरे होने पर मनाये जा रहे ‘अमृत महोत्सव’ को भी देश के प्रत्येक नागरिक तक लेकर जाने का आह्वान करते हुए कहा कि आज़ादी का अमृत महोत्सव अगले 25 वर्षों के लिए देश के लक्ष्य तय करने का अवसर भी है। देश के इन लक्ष्यों को पूरा करने में बहुत बड़ी भूमिका भाजपा और उसके कार्यकर्ताओं को भी निभानी है।