भराड़ीसैंण में उत्तराखंड की विधानसभा के बजट सत्र का पहला दिन

✍️हरीश मैखुरी गैरसैंण 1 मार्च। भराड़ीसैंण विधानसभा भवन में बजट सत्र के प्रथम दिन राज्यपाल बेबी रानी मौर्य के अभिभाषण से पूर्व उत्तराखंड विधानसभा अध्यक्ष श्री प्रेमचंद अग्रवाल द्वारा राज्यपाल को पुष्पगुच्छ भेंट कर स्वागत किया गया। उत्तराखंड की ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैंण में विधानसभा का बजट सत्र की सदन की कार्यवाही 11:00 बजे राज्यपाल के अभिभाषण से प्रारंभ हुई।इससे पूर्व राज्यपाल को गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया साथ ही राष्ट्रगान के साथ सदन की कार्यवाही शुरू की गई।राज्यपाल के सदन में प्रवेश करने से पूर्व मुख्यमंत्री, उत्तराखंड विधानसभा अध्यक्ष सहित मंत्री गणों एवं विधायकों ने राज्यपाल का स्वागत किया। गैरसेंण के ग्रीष्मकालीन राजधानी बनने के बाद पहली बार राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने विधानसभा भवन, भराड़ीसैंण के सभा मंडप में 27 पेज के अभिभाषण को पड़ा। अभिभाषण के दौरान राज्यपाल ने राज्य सरकार के विजन को सदन के पटल पर रखा।उत्तराखंड की ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैंण के भराणीसैंण क्षेत्र में स्थित विधानसभा भवन में आज से बजट सत्र आरंभ हुआ, जिसमें प्रतिभाग किया। बजट सत्र के प्रथम दिन, प्रदेश की माननीय राज्यपाल श्रीमती बेबी रानी मौर्य जी ने सदन को संबोधित किया। सीएम स्वरोजगार योजना के तहत मोटर साइकिल टैक्सी योजना संचालित कर दो वर्षों तक ब्याजमुक्त ऋण की व्यवस्था की गई है। 1357 करोड़ बाह्य वित्त पोषित और 150 करोड़ केंद्र पोषित जलागम विकास योजनाएं प्रदेश के 151 सूक्ष्म जलागमों के 4343 वर्ग किमी क्षेत्र में क्रियान्वित की जा रही हैं।राज्यपाल ने अभिभाषण पढ़ते हुए कहा सरकार हर वर्ग के विकास को लेकर आगे बढ़ रही है। सरकार ने उत्तराखंड में नए आयाम आगे बढ़ाते हुए ग्रमीण इलाको में भी विकास को बढ़ाने का काम किया हैबजट सत्र के पहले मुख्यमंत्री श्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने चौखुटिया में कहा कि राज्य सरकार द्वारा सड़क, स्वास्थ्य, शिक्षा, पर्यटन के क्षेत्र में अनेक प्रयास किये हैं। महिलाओं के कल्याण हेतु मुख्यमंत्री घस्यारी योजना लाई जा रही है। जिसमें महिलाओ को अब जंगल से सिर पर गठरी लाने से छुटकारा मिल जायेगा। उन्होंने कहा कि इस योजना से महिलाओ के आर्थिक व सामजिक स्तर में सुधार आयेगा। राज्य सरकार द्वारा महिलाओ को पैतृक सम्पत्ति में सह खातेदारी दी गयी है जिससे आने वाले समय में व्यापक परिवर्तन देखने को मिलेगा। स्वास्थ्य के क्षेत्र में सरकार द्वारा 2200 से अधिक डाक्टर की तैनाती के साथ 765 डाक्टर व 2500 नर्सों की भर्ती की प्रक्रिया गतिमान है। उन्होंने कहा कि सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण चैखुटिया हवाई पट्टी व तड़ागताल झील आने वाले समय में पर्यटको के लिये आर्कषण का केन्द्र बनेगी साथ ही स्थानीय लोगों के लिये रोजगार के नये अवसर पैदा करेगी जिससे आस-पास के क्षेत्र का विकास होगा।मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि हरियाली का प्रतीक हरेला पर्व के दिन पूरे प्रदेश में सभी लोगों द्वारा एक पौधा अवश्य लगाया जायेगा। उन्होंने कहा कि साल भर में होने वाले पौध रोपण को इस वर्ष हरेला के दिन एक साथ पूरे प्रदेश में वृहद रूप से पौध रोपण किया जायेगा। उन्होंने कहा कि यहां की ऐपण कला अब घर तक नहीं रह जायेगी इस कला को देश-विदेश तक पहचान दिलाने के लिये हम प्रयासरत है। इसी वर्ष में ऐपण व हस्तशिल्प का कार्य करने वाले लोगों के लिये 05 करोड़ रूपये का बजट प्राविधानित किया जायेगा जिससे ऐसी कलाओं को संरक्षित किया जा सके। ऐपण से बनने वाले चीजों के विपणन के लिये देहरादून में विश्वस्तरीय सेन्ट्रर आॅफ एक्सलेंस इम्पोरियम बनाया जा रहा है। शिक्षा के क्षेत्र में अनेक अभिनव प्रयास किये जा रहे है 500 विद्यालयों को वर्चुअल क्लासों से जोड़ दिया गया है 600 विद्यालयों में यह प्रक्रिया गतिमान है, जिससे आने वाले समय में कुछ अच्छे सुधार देखने को मिलेंगे। प्राइमरी स्तर के कम छात्र संख्या वाले स्कूलों को क्लब किया जा रहा है। क्लब करने के बाद प्रत्येक स्कूल में कम से कम पांच-पांच शिक्षक तैनात किए जाएंगे और इन स्कूलों में स्कूल वैन के जरिए छात्र छात्राओं को घर से लाने और ले जाने की व्यवस्था की जायेगी।     सत्र के पहले दिन जहां बेरोजगारी आदि विषयों पर पहले दिन कांग्रेस विधायकों ने विधानसभा के सत्र से वाकआउट किया।      वहीं पिछले अनेक सत्रों की भांति इस बार भी कुछ लोगों द्वारा एक अलग मुद्दे पर प्रदर्शन किया गया। इस बार नन्दप्रयाग घाट रोड़ चौड़ीकरण के लिए ग्रामीणों का दिवाली खाल में प्रदर्शन किया गया, विधानसभा घेराव के लिए बैरिकेडिंग को तोड़ कर आगे बढ़ने व पथराव को देखते हुए पुलिस प्रशासन द्वारा लाठी चला कर प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर किया गया, घटना में कुछ आन्दोलनकारियों और कुछ पुलिस के जवानों को चोटें भी आयी।

पुलिस द्वारा कुछ लोगों को हिरासत में लेने के बाद छोड़ा गया। इस घटना से ग्रामीणों में आक्रोश और मायूसी देखी गयी। पुलिस प्रशासन द्वारा घटना के वीडियो भी जारी किए गए हैं।  https://m.facebook.com/story.php?story_fbid=3678887595481997&id=100000823774208

पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने कहा कि आज जो घटना गैरसैंण में घटी है, वह अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है । पथराव में कुछ पुलिस कर्मियों को भी चोटें आई हैं। मैं आश्वस्त करना चाहूँगा कि हम घटना की पूर्णतयः निष्पक्ष जांच कराएंगे एवं दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करेंगे।पुलिस की ओर से फिलहाल मामला शांत बताया गया है। 

           पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने इस घटना पर कहा कि “गैरसैंण में नंदप्रयाग-घाट सड़़क चौड़ीकरण की माँग कर रहे आंदोलनकारियों पर पुलिस द्वारा की लाठीचार्ज की घोर निंदा करता हूंँ। नंदप्रयाग-घाट क्षेत्र के लोग लम्बे समय से सड़क की माँग को लेकर आंदोलनरत हैं, नंदप्रयाग घाट क्षेत्र के लोगों पर सरकार ने पुलिस लाठीचार्ज में हमारी कई माताएं-बहनें भी घायल हुई हैं, इसकी जितनी भी निंदा की जाय वो कम है। “    

         मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत द्वारा इस घटना को गंभीरता से लेते हुए दिवालीखाल में हुई इस घटना के मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए हैं। 

      बता दें कि मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत घाट मोटर मार्ग के चौड़ीकरण हेतु क्षेत्रीय आन्दोलन का शोशल मीडिया पर ही संज्ञान लेकर  तत्काल कार्यवाही के आदेश सचिव लोकनिर्माण विभाग को पहले ही दे चुके हैं, बताया गया कि इस मोटर सड़क की डीपीआर और रिवाइज्ड ऐस्टीमेट का प्राक्कलन वित्तीय स्वीकृति हेतु तैयार कर प्रस्ताव प्रस्तुत किया जा रहा है। क्योंकि यह सड़क सीमावर्ती क्षेत्रों तक मिल सकती है इसलिए रक्षा मंत्रालय के बजट से भी घाट रोड़ को डबल लेन बनाने की योजना विचाराधीन बताई गई। और सार्वजनिक रूप से सभी ब्लाक मुख्यालययों को तय समय में डेढ़ लाईन चौड़ाई वाली मोटर सड़कों द्वारा जिला मुख्यालयों से जोड़ने की घोषणा कर चुके हैं। मुख्यमंत्री की ओर से मुन्ना सिंह चौहान ने कहा कि ऐसी घटना होनी नहीं चाहिए, इसलिए इस घटना के मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए गए हैं।

  अपडेट – – – मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कल की घटना पर भराड़ीसैंण में मीडिया से वार्ता करते हुए कहा कि जनपद चमोली में गैरसैंण के समीप दिवालीखाल में घाट विकासखण्ड के लोगों द्वारा सड़क चैड़ीकरण को लेकर किये जा रहे प्रदर्शन के दौरान ग्रामीणों व पुलिस प्रशासन के बीच घटित घटना की मजिस्ट्रेटी जांच के निर्देश दिये गये हैं। उन्होंने कहा कि इस प्रकरण में जो भी दोषी है उसका भी संज्ञान लिया जायेगा और यदि कोई निर्दोष है, तो उस पर कोई कारवाई नहीं होनी चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी ब्लाक मुख्यालयों पर जिन पर ट्रेफिक कम है, उनको डेढ़ लेन से जोड़ने एवं अधिक ट्रेफिक वाले जनपदों को डबल लेन से जोड़ने की घोषणा पिछले माह अल्मोड़ा में की गई थी। चमोली जनपद भ्रमण के दौरान भी यह बात कही गई थी। लेकिन कुछ लोग अस्थिरता पैदा करना चाहते हैं एवं भ्रम फैलाने का कार्य कर रहे हैं।