उत्तराखंड में आईएएस के बम्पर स्थानांतरण, मठाधीशों की भी हिली कुर्सी, शिक्षा विभाग की भी औवर हालिंग, बीमारी वाले शिक्षकों के सालों से लटके प्रकरणों पर जगी आस

✍️हरीश मैखुरी

बिगब्रेकिंग – कई अधिकारीयों के स्थानांतरण और कई के विभाग परिवर्तन।

आशीष श्रीवास्तव को हटाकर आर राजेश कुमार को देहरादून का नया डीएम बनाया गया है। बृजेश कुमार संत को एमडीडीए के उपाध्यक्ष की भी जिम्मेदारी दी गई है। नीरज खैरवाल से ऊर्जा विभाग वापस लेकर उन्हें परिवहन निगम का प्रबंध निदेशक बनाया गया है। दीपक रावत को कुंभ मेला अधिकारी के पद से हटाकर यूपीसीएल और पिटकुल तथा उरेडा का प्रबंध निदेशक बनाया गया है।आनंद वर्धन को ग्रह और कारागार की जिम्मेदारी दी गई है। आरके सुधांशु से ग्रामीण निर्माण विभाग हटा दिया गया है। आर मीनाक्षी सुंदरम को कृषि विभाग दिया गया है।नीतीश कुमार झा को पंचायती राज सचिव और निदेशक बनाया गया है।राधिका झा से ऊर्जा विभाग वापस लेकर उन्हें विद्यालय शिक्षा का सचिव और औद्योगिक विकास का सचिव बनाया गया है। सौजन्य को ऊर्जा तथा वैकल्पिक ऊर्जा का सचिव बनाया गया है। मुरगेशन को खेल और युवा कल्याण विभाग का भी सचिव बनाया गया है।आर मीनाक्षी सुंदरम को कृषि विभाग दिया गया है। नीतीश कुमार झा को पंचायती राज सचिव और निदेशक बनाया गया है। राधिका झा से ऊर्जा विभाग वापस लेकर उन्हें विद्यालय शिक्षा का सचिव और औद्योगिक विकास का सचिव बनाया गया है। सौजन्य को ऊर्जा तथा वैकल्पिक ऊर्जा का सचिव बनाया गया है। मुरगेशन को खेल और युवा कल्याण विभाग का भी सचिव बनाया गया है।

एक दिन पहले धामी शासन ने शिक्षा निदेशालय में बड़े स्तर परिवर्तन कर दिया है। निदेशक से लेकर अन्य अधिकारियों को नये दायित्व देते हुए स्थानांतरण किया गया है। शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे की ओर से विभाग में इस बड़े फेरबदल को सहमति मिलने के बाद शासनादेश जारी कर दिया गया है, सूची के अनुसार सीमा जौनसारी को माध्यामिक शिक्षा का निदेशक बनाया गया है। बता दें कि शिक्षा विभाग के निदेशक राकेश कुमार कुंवर को स्वास्थ्य संबंधी दिक्कतों के चलते उनके पद से हटा दिया गया है। उनकी जगह अकादमी शोध एवं प्रशिक्षण की निदेशक सीमा जौनसारी को शिक्षा विभाग का निदेशक बनाया गया है। वहीं, शिक्षा विभाग के निदेशक आरके कुंवर को सीमा जौनसारी के स्थान पर निदेशक अकादमी शोध एवं प्रशिक्षण की जिम्मेदारी दी गई है। बेसिक शिक्षा पद में भी बड़ा परिवर्तन किया गया है। रामकृष्ण उनियाल को प्रभारी निदेशक प्रारंभिक शिक्षा की जिम्मेदारी सौंपी गई है। जबकि वीरेंद्र सिंह रावत को प्रभारी अपर निदेशक प्रारंभिक शिक्षा पौड़ी गढ़वाल मंडल की जिम्मेदारी सौंपी गई है । एसपी खाली को प्रारंभिक अपर निदेशक माध्यमिक शिक्षा निदेशालय उत्तराखंड के पद के साथ प्रभारी अपर निदेशक प्रारंभिक शिक्षा निदेशालय उत्तराखंड का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है। वहीं दूसरी और मुकुल कुमार सती को प्रभारी अपर राज्य परियोजना निदेशक समग्र शिक्षा उत्तराखंड के पद के साथ मुख्य शिक्षा अधिकारी देहरादून का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है । आशारानी पेन्यूली को संयुक्त निदेशक एससीईआरटी उत्तराखंड की जिम्मेदारी सौंपी गई है । विनोद कुमार से सेमल्टी को प्रभारी मुख्य शिक्षा अधिकारी उत्तरकाशी के पद के साथ – साथ जिला शिक्षा अधिकारी प्रारंभिक शिक्षा उत्तरकाशी का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है । जितेंद्र सक्सेना को प्रभारी प्राचार्य डाइट उत्तरकाशी का पद दिया गया है ।

  मोदी और योगी अंदाज में जिस त्वरित गति से मुख्यमंत्री पुष्कर धामी जिस तरह पिछले कई सालों से लटके पड़े कामों को निपटा रहे हैं, उससे लग रहा है कि शिक्षा विभाग में भी पिछले 3 सालों से 4 सालों से चल रहे शून्य सत्र में भी कुछ परिवर्तन होंगे। विशेष रुप से पिछले तीन-चार सालों से बीमार शिक्षकों के जो आवेदन विभागीय फाइलों में धूल फांक रहे हैं उन शिक्षकों की उम्मीद जग गई है कि अब उनके आवेदनों पर भी विचार हो सकता है, गंभीर बीमार शिक्षकों का स्थानांतरण उनका अधिकार भी है। यही नहीं वार्षिक स्थानांतरण की सभी विभागों में नियमावली है लेकिन सरकारें इस नियमावली की अनदेखा करती रही हैं। अब गंभीर बीमारी वाले प्रकरणों पर शिक्षकों की मुख्यमंत्री श्री धामी से अपेक्षा बढ़ गयी है।