कोरोना से सावधानी ही बचाव है, टैस्टिंग को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के सुझाव, मुख्यमंत्री तीरथ सिंह ने की चिकित्सक आपके द्वार यानी वर्चुअल ओपीडी की शुरुआत

बिग ब्रेकिंग : उत्तराखंड के मुख्य सचिव ओमप्रकाश के कोरोना पॉजिटिव होने के समाचार हैैं। ब्रेकिंग उत्तराखंड डाट काम न्यूज उनके शीघ्र स्व्स्थ्य लाभ की कामना करता है – – – हरीश मैखुरी संपादक 

कोरोना से स्वयं कीजिये अपना बचाव

कोरोना रोकने में भाजपा सक्षम होती, तो मध्यप्रदेश में ना होता । कांग्रेस सक्षम होती तो छत्तीसगढ़ में ना होता । शिवसेना सक्षम होती तो महाराष्ट्र में ना होता । केजरीवाल सक्षम होते तो दिल्ली में ना होता । योगी जी सक्षम होते तो यूपी में न होता। मोदी सक्षम होते तो भारत मे ना होता। नेता सक्षम होते तो उन्हें खुद को ना होता।
पैसे से रुकता तो अमेरिका में ना होता ।।डॉक्टर और दवा से रुकता तो स्वीडन, फ़्रांस और बेल्जियम में न होता। अतः बेतुके बहस बाजी न करें ,अनावश्यक घरों से बाहर मत निकलिए, सदैव मास्क लगाइए खुद को बचाइए और दूसरों को भी बचाइए ।।
घरों में रहिये सुरक्षित रहिये
🙏🙏।। जान है, तो जहान है ।। 🙏🙏
द्वारा-श्री Rajendraprasad Balodhi

*7 दिनों से नवरात्री का* *उपवास.. अन्न त्याग और* *पानी पर आस.. एक* *बार फलहार..71 साल* *की उम्र कंधे पर* *भाजपा को बंगाल जिताने* *की तो देश कोरोना ** *से बचाने की** *जिम्मेदारी.. जो भी हो,* *उर्जा गजब की है.. अब* *ईसी उर्जा की दूसरी* *लहर से देश को* *बचाने की है…. मेरा PM.…..* *मेरा अभिमान….* 🚩 जय श्री राम 🚩

पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने उत्तराखंड सरकार को परामर्श दिया है कि #RT-PCR टेस्टिंग की सुविधाएं देहरादून में 1-2 लैब तक सीमित होने के कारण लोगों में जबरदस्त नाराजगी भी है और घबराहट भी है। लंबी कतारें लोगों को चिंतित कर रही हैं। #सरकार को चाहिए कि जहां-जहां ये फैसिलिटी उपलब्ध हो सकती हैं, चाहे प्राइवेट लैब में हो या सरकारी लैब में हो, उसे उपलब्ध करवाएं और ये ऐसी टेस्टिंग फैसिलिटी नहीं है जिसको नये सिरे से शुरू करने में बहुत समय लगता हो। यदि देहरादून में यह स्थिति है तो हरिद्वार, नैनीताल, उधमसिंहनगर में और चिंताजनक स्थिति है और पहाड़ों में तो टेस्टिंग फैसिलिटीज नाम मात्र की हैं, स्थिति टेस्टिंग के अभाव में बिगड़ सकती है, टेस्टिंग के अभाव में ट्रेसिंग करना और फिर ट्रीटमेंट करना असंभव है, यदि किसी व्यक्ति को सामान्य मौसमी खांसी भी है तो वो भी अपने को कोरोना पॉजिटिव मानकर घबराहट में है, उनके परिवार के लोग घबराहट में हैं, इसलिये टेस्टिंग फैसिलिटीज को बढ़ाने में राज्य सरकार तत्काल ध्यान दें और जो भी लोग टेस्टिंग फैसिलिटीज क्रिएट कर सकते हैं, उनको आमंत्रित करें कि वो ऐसा करें और उनको मान्यता प्रदान करें। इधर मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने जानकारी दी है कि प्रदेश में बढ़ते कोरोना संक्रमण को देखते हुए उत्तराखंड स्वास्थ्य विभाग द्वारा “चिकित्सक आपके द्वार” सेवा की शुरुआत की गई है। हमारी सरकार द्वारा शुरू की गई इस पहल के जरिये प्रदेश के दूरस्थ क्षेत्रों में रहने वाली जनता को घर बैठे ही विशेषज्ञ डॉक्टरों द्वारा स्वास्थ्य संबंधी परामर्श दिया जाएगा। इस सेवा का मुख्य उद्देश्य कोरोना संक्रमण की वजह से होम आइसोलेशन में रह रहे मरीजों को चिकित्सीय परामर्श देना है।

इस वर्चुअल ओपीडी का लाभ व्हाट्सएप वीडियो कॉल एवं टोल फ्री हेल्पलाइन के जरिये लिया जा सकता है। इसके लिए 104 टोल फ्री नंबर जारी किया गया है। इसके साथ ही 9412080622 व्हाट्सएप नंबर के जरिये भी जनता सेवा का लाभ ले सकती है। इसके साथ ही www.esanjeevaniopd.in/register के माध्यम से भी इस सेवा का लाभ लिया जा सकता है।

वर्चुअल ओपीडी रोजाना सुबह 9:00 बजे से शाम 6:00 बजे तक जारी रहेगी। ई-संजीवनी वर्चुअल ओपीडी के जरिये ह्रदय रोग विशेषज्ञ, ईएनटी विशेषज्ञ, नेत्र विशेषज्ञ, प्रसूति रोग विशेषज्ञ, बाल रोग विशेषज्ञ के अलावा फिजीशियन का चिकित्सकीय परामर्श लिया जा सकेगा। प्रदेशवासियों के स्वास्थ्य की सुरक्षा के लिए हमारी सरकार प्रतिबद्ध है।