प्रधानमंत्री की ‘मन की बात’ के आज प्रसारित 78वें एपिसोड में उत्तराखंड का विवरण, मुख्यमंत्री ने किया करोड़ों की योजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास

*मन की बात में उत्तराखंड का विवरण *

*माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा उत्तराखंड के संदर्भ में ‘मन की बात’ के 78वें एपिसोड में आज रविवार, 27 जून को की गई बात*

*उत्तराखंड से राज्यसभा सांसद और भाजपा के राष्ट्रीय मीडिया प्रमुख अनिल बलूनी ने कहा कि आदरणीय प्रधानमंत्री मोदी जी का उत्तराखंड से विशेष अनुराग है। उत्तराखंड के चारों धामों को जोड़ने के लिए ऑल वेदर रोड का निर्माण, ऋषिकेश- कर्णप्रयाग रेल लाइन और बाबा केदार की नगरी अपना पुनर्निर्माण बताता है कि उत्तराखंड का विकास, पर्यटन, तीर्थाटन और आर्थिकी उनकी प्राथमिकता में है।*
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“हमारे देश में अब मानसून का सीजन भी आ गया है। बादल जब बरसते हैं तो केवल हमारे लिए ही नहीं बरसते, बल्कि बादल आने वाली पीढ़ियों के लिए भी बरसते हैं। बारिश का पानी जमीन में जाकर इकठ्ठा भी होता है, जमीन के जलस्तर को भी सुधारता है। और इसलिए मैं जल संरक्षण को देश सेवा का ही एक रूप मानता हूँ। आपने भी देखा होगा, हम में से कई लोग इस पुण्य को अपनी ज़िम्मेदारी मानकर लगे रहे हैं। ऐसे ही एक शख्स हैं उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल के सच्चिदानंद भारती जी। भारती जी एक शिक्षक हैं और उन्होंने अपने कार्यों से भी लोगों को बहुत अच्छी शिक्षा दी है। आज उनकी मेहनत से ही पौड़ी गढ़वाल के उफरैंखाल क्षेत्र में पानी का बड़ा संकट समाप्त हो गया है। जहाँ लोग पानी के लिए तरसते थे, वहाँ आज साल-भर जल की आपूर्ति हो रही है।

साथियों, पहाड़ों में जल संरक्षण का एक पारंपरिक तरीक़ा रहा है जिसे ‘चालखाल’ भी कहा जाता है , यानि पानी जमा करने के लिए बड़ा सा गड्ढा खोदना। इस परंपरा में भारती जी ने कुछ नए तौर –तरीकों को भी जोड़ दिया। उन्होंने लगातार छोटे-बड़े तालाब बनवाये। इससे न सिर्फ उफरैंखाल की पहाड़ी हरी-भरी हुई, बल्कि लोगों की पेयजल की दिक्कत भी दूर हो गई। आप ये जानकर हैरान रह जायेंगे कि भारती जी ऐसी 30 हजार से अधिक जल-तलैया बनवा चुके हैं। 30 हजार ! उनका ये भागीरथ कार्य आज भी जारी है और अनेक लोगों को प्रेरणा दे रहे हैं।

साथियों, इसी तरह यूपी के बाँदा ज़िले में अन्धाव गाँव के लोगों ने भी एक अलग ही तरह का प्रयास किया है। उन्होंने अपने अभियान को बड़ा ही दिलचस्प नाम दिया है – ‘खेत का पानी खेत में, गाँव का पानी गाँव में’। इस अभियान के तहत गाँव के कई सौ बीघे खेतों में ऊँची-ऊँची मेड़ बनाई गई है। इससे बारिश का पानी खेत में इकठ्ठा होने लगा, और जमीन में जाने लगा। अब ये सब लोग खेतों की मेड़ पर पेड़ लगाने की भी योजना बना रहे हैं। यानि अब किसानों को पानी, पेड़ और पैसा, तीनों मिलेगा। अपने अच्छे कार्यों से, पहचान तो उनके गाँव की दूर-दूर तक वैसे भी हो रही है। साथियों, इन सभी से प्रेरणा लेते हुए हम अपने आस-पास जिस भी तरह से पानी बचा सकते हैं, हमें बचाना चाहिए। मानसून के इस महत्वपूर्ण समय को हमें गंवाना नहीं है।

मेरे प्यारे देशवासियों, हमारे शास्त्रों में कहा गया है –“नास्ति मूलम् अनौषधम्”।अर्थात, पृथ्वी पर ऐसी कोई वनस्पति ही नहीं है जिसमें कोई न कोई औषधीय गुण न हो! हमारे आस-पास ऐसे कितने ही पेड़ पौधे होते हैं जिनमें अद्भुत गुण होते हैं, लेकिन कई बार हमें उनके बारे में पता ही नहीं होता! मुझे नैनीताल से एक साथी, भाई परितोष ने इसी विषय पर एक पत्र भी भेजा है। उन्होंने लिखा है कि, उन्हें गिलोय और दूसरी कई वनस्पतियों के इतने चमत्कारी मेडिकल गुणों के बारे में कोरोना आने के बाद ही पता चला ! परितोष ने मुझे आग्रह भी किया है कि, मैं ‘मन की बात’ के सभी श्रोताओं से कहूँ कि आप अपने आसपास की वनस्पतियों के बारे में जानिए, और दूसरों को भी बताइये।” (सौजन्य सतीश लखेड़ा) 

हल्द्वानी 27 जून 2021 (सूचना) – सूबे के मुख्यमंत्री श्री तीरथ सिह रावत ने सर्किट हाउस काठगोदाम में 10909.25 लाख के चैबीस विकास कार्यो का लोकार्पण शिलान्यास वैदिक मंत्रों के बीच किया। विकास कार्यो में 1139.46 लाख की चार योजनाओं का लोकार्पण एवं 9769.79 लाख की बीस योजनाओं का शिलान्यास किया।
इसके उपरान्त सर्किट हाउस सभागार मे मुख्यमंत्री श्री रावत अधिकारियों के साथ बैठक कर विकास कार्यो के साथ ही कोविड एवं आपदा की तैयारियों की समीक्षा की। मुख्यमंत्री श्री रावत ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि मानसून काल में आपदा से संवेदनशील क्षेत्रों का नियमित भ्रमण करें तथा बन्द सडकों को न्यून समय मे खोला जाए तथा किसी प्रकार की आपदा आने पर त्वरित राहत एवं बचाव कार्य किये जांए। उन्होने कहा कि आपदा की दृष्टि से संवेदनशील क्षेत्रों को चिन्हित करें तथा जहां-जहां सडके टूटने अथवा धंसने की सम्भावनायें है उन सडकों पर पहले से ही यातायात सुचारू करने हेतु पहले से ही जेसीबी तैनात की जाए ताकि ताकि आम जनता को आवागमन मे कोई परेशानी का सामना ना करना पडे। उन्होने पेयजल व विद्युत विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये कि वे मानसून दौरान विद्युत एवं पेयजल सूचारू रखने हेतु दूरस्थ एवं ग्रामीण क्षेत्रों मे अभी से उपकरण अथवा सामग्री स्टोर करें ताकि मानसून के दौरान विद्युत एवं पेयजल बाधित होने पर तत्काल सुचारू किया जा सके। उन्होने सिचाई विभाग के अधिकारियों के निर्देश दिये कि वे वर्षाकाल में नदियों व बैराजों के जलस्तर पर पैनी नजर रखें तथा बाढ चैकियो को सक्रिय करते हुये नदियों का जलस्तर  बढने पर समय-समय पर चेतावनी विभिन्न माध्यमो से जारी करें ताकि जानमाल की हानि को रोका जा सके। जिस पर जिलाधिकारी धीराज सिह  गर्ब्याल   ने बताया कि जनपद में 17 बाढ चैकियां सक्रिय कर दी गई है जिनमे चैबीस घंटे काम्रिको की तैनाती कर दी गई है तथा नदियों के जलस्तर बढने पर नियमित चेतावनी भी दी जा रही है। जिलाधिकारी ने बताया कि शहर एवं ग्रामीण क्षेत्रों मे रोस्टर बनाकर अधिक से अधिक कोविड जांच एवं वैक्सीनेशन किया जा रहा है। वैक्सीन की उपलब्धता के अनुसार नियमित वैक्सीनेशन सेन्टरों को बढाया जा रहा है। जनपद मे ंप्रतिदिन लगभग 15 हजार से अधिक लोगों को कोविड वैक्सीन लगाई जा रही है।  
मुख्यमंत्री श्री रावत ने कोविड कार्यो की समीक्षा करते निर्देश दिये कि कोविड की तीसरी लहर के लिए सभी तैयारिंयां अभी से कर ली जाए। उन्होने अधिकारियों को निर्देश दिये कि वे चिकित्सालयो मे बच्चा वार्ड मे सारी व्यवस्थाये सुनिश्चित करें तथा आक्सीजन,वैन्टिलेटर, दवायें आदि की व्यवस्था सुनिश्चित कर ली जाए। उन्होने कहा कि सभी सीएचसी, पीएचसी में कोविड से सम्बन्धित व्यवस्थायें सुनिश्चित करते हुये उन्हे कोविड केयर सेन्टर के रूप मे विकसित किया जाए ताकि कोविड मरीजों को उनके क्षेत्र मे ही तुरन्त उपचार मिल सके। श्री रावत ने शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रो में कोविड जांच बढाये जाने के साथ ही जनता को जागरूक करते हुये सभी लोगों का वैक्सीनेशन कराने के निर्देश दिये साथ ही उन्होने कहा कि वृद्ध एवं दिव्यांगों को उनके घर मे जाकर वैक्सीनेशन किया जाए। जिस पर मुख्य चिकित्साधिकारी डा0 भागीरथी जोशी ने बताया कि जनपद में ब्लाकवार, ग्रामवार रोस्टर बनाकर कोविड जांच एवं वैक्सीनेशन किया जा रहा है। उन्होने बताया कि हम तीसरी कोविड लहर से लडने के लिए तैयार हैं। हमारे पास सभी चिकित्सालयों मे पर्याप्त आक्सीजन एवं आक्सीजन सिलेन्डर हैं। प्रत्येक सीएचसी, पीएचसी में पर्याप्त आक्सीजन सिलेन्डर एवं कोविड दवा किट रखी गई हैं साथ ही प्रत्येक ग्रामवार कोेविड दवा किट एवं आयुष रक्षा किट तथा आईवरमैक्टीन दवा वितरित की जा रही है। उन्होने बताया कि जनपद में 12 सरकारी बालरोग चिकित्सक तथा प्राइवेट में 17 बालरोग चिकित्सक हैं। हमारे पास 15 सरकारी एम्बुलैंस तथा 108 की 23 एम्बुलैंस कार्यरत है। शहरी विकास एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री बंशीधर भगत ने कोटाबाग में शीघ्र एक्सरे मशीन सुचारू करने के निर्देश मुख्य चिकित्साधिकारी को दिये। विधायक संजीव आर्य ने दुरस्थ ब्लाक बेतालघाट चिकित्सालय मे अल्ट्रासाउन्ड व बीडी पाण्डे चिकित्सालय नैनीताल में सीटी स्कैन मशीन लगाने के साथ ही तकनीशियन तैनात करने का अनुरोध मुख्यमंत्री से किया। विधायक रामसिह कैडा ने कहा कि ओखलकांडा चिकित्सालय में मुख्यमंत्री द्वारा एक्सरे मशीन लगाने की घोषणा की गई थी, शीध्र एक्सरे मशीन लगाने की मांग की।
क्षेत्रीय सांसद अजय भटट ने कोविड वैक्सीनेशन में तेजी लाने के निर्देश दिये साथ ही हल्द्वानी मे 50 बैड का निर्मित आयुर्वेदिक चिकित्सालय के अवशेष धनराशि जारी करने का अनुरोध मुख्यमंत्री से किया। महांपौर डा0 जोगेन्दर पाल सिह रौतेला ने एसटीएच मे कैथ लैब खोलने का अनुरोध किया साथ ही मेयर ने तीनपानी से काठगोदाम तक हल्द्वानी रोड को एनएच से लोनिवि को हस्तांन्तरित कराने का अनुरोध भी किया।
विधायक संजीव आर्य ने राष्टीय राजमार्ग काठगोदाम से नैनीताल तक एनएच द्वारा हाल ही मे डामरीकरण किया गया जो खराब गुणवत्ता के कारण उखड़ गया है। जिस पर मुख्यमंत्री ने नाराजगी व्यक्त करते हुये मामले की जांच कराने के निर्देश जिलाधिकारी को दिये।
मुख्यमंत्री श्री रावत ने जामरानी बांध के अध्यतन कार्यो की जानकारियां ली। जिस पर आयुक्त अरविन्द सिह हृयांकी ने बताया कि ग्रामवासियों के साथ लगातार बैठकें की जा रही है तथा डूब क्षेत्र मे आ रहे परिवारों को विस्थापित करने हेतु उधमसिह नगर के सितारगंज जेल परिसर मे भूमि चिन्हित की गई है ग्रामवासियों चयनित भूमि का भ्रमण कराया गया, ग्रामवासियों ने उक्त भूमि मे जलभराव होने की वजह से वहां भूमि लेने से असहमति व्यक्त की है। क्षेत्रवासियो ंसे लगातार वार्ता की जा रही है एवं भूमि का तलाशी जा रही है।
पत्रकारों द्वारा मुख्यमंत्री का बुके एवं अंगवस्त्र भेंट कर सम्मानित किया गया। पत्रकारो को सम्बोधित करते हुये मुख्यमंत्री श्री रावत ने कोरोना काल के दौरान जिन पत्रकारों की मृत्यु हो गई है, उन्हें श्रद्वांजलि देते हुये उनके परिवार मे से एक सदस्य को उपनल अथवा आउटसोर्सिंग के माध्यम से रोजगार देने की घोषणा की।
मुख्यमंत्री ने रविवार को सर्किट हाउस में स्यूडा बडेत पेयजल योजना 207.35 लाख,पस्तोला पेयजल योजना 50.79 लाख, राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान चोरगलिया 231.22 लाख,लालकुआ के गोरापडाव माॅल तिराहे से इन्दरपुर-हनुमान मन्दिर होते हुये धनश्याम जोशी- हरिपुर बच्ची के निवास तक मार्ग चैडीकरण लागत 650.10 लाख की योजनाओं का लोकार्पण किया। इसी तरह पाण्डे गांव भांकर मोटरमार्ग का नवनिर्माण 71.20लाख, सेनिटोरियम भवाली के रेडक्रास भवन, क्रियेशन भवन, फिमेल वार्ड, ब्लाक पांच भवन, न्यू सर्जिकल वार्ड व फिमेल वार्ड ब्लाक आठ में 76 बैड स्थापित किये जाने हेतु 367.11 लाख,सयुंक्त चिकित्सालय रामनगर मे आक्सीजन जनरेशन प्लांट एवं सेन्टल आक्सीजन पाईप लाइन की स्थापना 194.54 लाख, हाथीखाल लालकुआं में 200 शैय्यायुक्त उप जिला मल्टीस्पेशलिस्ट चिकित्सालय निर्माण लागत 7289.21 लाख,लालकुआ के अन्तर्गत तेजपुर नेगी, जयपुर बीशा,गंगापुर एवं गंगा रामपुर के आन्तरिक मार्गो का पुर्ननिर्माण 59.01 लाख, लालकुआ के ग्राम पदमपुर देवलिया व सूफीभगवापुर मे नवनिर्माण लागत 53.05 लाख, लालकुआ मे पदमपुर देवलिया के आन्तरिक मार्गो का नवनिर्माण लागत 59.82 लाख,लालकुआ के नारायणपुर कालोनी व तुलारामपुर के आन्तरिक मार्गो का नवनिर्माण लागत 64.84 लाख, लालकुआ के ग्राम सभा धनपुर एवं गंगारामपुर केे आन्तरिक मार्गो का नवनिर्माण लागत 71.88 लाख,लालकुआ के फत्ताबंगर पूर्वी के आन्तरिक मार्गो का नवनिर्माण लागत 72.12 लाख,धौलाखेडा व फत्ताबंगर पश्चिम के आन्तरिक मार्गो का नवनिर्माण लागत 67.21 लाख, बिन्दुखत्ता के संजय नगर तीन के आन्तरिक मार्गो का नवनिर्माण लागत 68.26 लाख,बिन्दुखत्ता के राजीव नगर के आन्तरिक मार्गो का नवनिर्माण 52.47,चोरगलिया मे आन्तरिक मार्गो का नवनिर्माण 58.91 लाख,मण्डी हल्द्वानी से तीनपानी मोड तक मार्ग चैडीकरण एवं सुधरीकरण प्रथम चरण 117.99 लाख,तुमडीयाडैम प्रथम एवं तुमडीयाडैम द्वितीय मे 60 मीटर स्पान का सेतु 653.72 लाख,राइका नौकुचियाताल में एक आर्ट एवं क्राफ्ट कक्ष एवं पुस्तकालय कक्ष 40.49 लाख, राइका धौलाखेडा मे  आर्ट एवं क्राफ्ट कक्ष एवं पुस्तकालय  कक्ष 40.12 लाख,राइका गरगढी मल्ली मे एक कम्प्यूटर कक्ष, एक विज्ञान कक्ष तथा प्रयोगशाला कक्ष 67.84लाख व बन्दर बचाओ जन्म नियंत्रण एवं पुनर्वास केन्द्र दीनाबंगर लागत 200.00 लाख की योजनाओ का शिलान्यास किया।
कार्यक्रम में कृषि व कृषि शिक्षा एवं जनपद प्रभारी मंत्री श्री सुबोध उनियाल,शहरी विकास एवं संसदीय कार्य मंत्री श्री बंशीधर भगत, सांसद अजय भटट, जिला पंचायत अध्यक्ष बेला तोलिया, विधायक नवीन दुम्का, संजीव आर्य, रामसिह कैडा, मेयर डा जोगेन्द्र पाल सिह रौतेला,अध्यक्ष मण्डी परिषद मनोज साह, उपाध्यक्ष अल्पसंख्यक आयोग मजरह नईम नवाब,उपाध्यक्ष जिला पंचायत आनन्द सिह दरम्वाल, पूर्व दर्जा मंत्री तरूण बंसल, गजराज बिष्ट, प्रकाश हरर्बोला,हेमन्त द्विवेदी, राजेन्द्र सिह बिष्ट,प्रमोद तोलिया, शान्ति भटट,प्रकाश गजरौला, भूवन भटट, सुरेश तिवारी,बहादुर सिह नदगली, डा0 अनिल डब्बू,लक्ष्मण सिह खाती, नीरज बिष्ट, धु्रव रौतेला, जेडए वारसी के अलावा सचिव मा0 मुख्यमंत्री पराग मधुकर धकाते, आईजी अजय रौतेला, एसएसपी प्रीति प्रियदर्शनी, मुख्य विकास अधिकारी संदीप तिवारी, प्रबन्ध निदेशक केएमवीएन नरेन्द्र सिह भण्डारी,डीएफओ टीआर बीजूलाल, संदीप कुमार, परियोजना निदेशक अजय कुमार, जिला विकास अधिकारी रमा गोस्वामी, जिला अर्थसंख्याधिकारी एलएम जोशी, मुख्य अभियन्ता सिचाई संजय शुक्ला सहित अनेक जनप्रतिनिधि एवं अधिकारी मौजूद थे।    
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योगेश मिश्रा उपनिदेशक सूचना 70550-07008
गोविन्द सिह बिष्ट अति जिला सूचना अधिकारी 7505140540