मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मसूरी में शहीद राज्य आंदोलनकारियों को श्रद्धांजलि देते हुए कहा बलिदानियों के सपनों पूरा करने के लिए राज्य सरकार संकल्पबद्ध, राज्य आन्दोलनकारी प्रतिनिधि बोले आन्दोलनकारियों को परस्पर विभाजित करने वाली अनेक श्रेणियों की बजाय एक ही श्रेणि रखें युवा मुख्यमंत्री

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मसूरी में शहीद राज्य आंदोलनकारियों को श्रद्धांजलि दी। 

राज्य आंदोलनकारियों के सपनों को पूरा करने के लिए राज्य सरकार संकल्पबद्ध

          मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने मसूरी में शहीद स्मारक पर पुष्पचक्र अर्पित कर शहीद राज्य आन्दोलनकारियों को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड राज्य निर्माण के लिए मसूरी गोलीकांड में बेलमती चौहान, हंसा धनई, बलवीर सिंह नेगी, धनपत सिंह, मदन मोहन ममगाईं, राय सिंह बंगारी ने अपने प्राणों की आहुति दे दी। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड के राज्य आन्दोलनकारियों के बलिदान के कारण ही हमें उत्तराखण्ड नया राज्य मिला। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड राज्य आन्दोनकारियों ने जिस उद्देश्य से अलग राज्य की मांग की थी। उसके अनुरूप ही राज्य को आगे बढ़ाया जायेगा। जन समस्याओं का समाधान तेजी से हो, इसके लिए हर स्तर पर अधिकारियों की जिम्मेदारी तय की गई है। कार्यों में तेजी लाने के लिए प्रक्रियाओं को आसान बनाया जा रहा है। जन सुविधा के लिए सरकार का ध्यान प्रक्रियाओं के सरलीकरण, समाधान और निस्तारण पर अधिकारियों को विशेष ध्यान देने के निर्देश दिये गये हैं।
मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि जो राज्य आन्दोलनकारी चिन्हीकरण  हेतु छूट गये हैं, 31 दिसम्बर 2021 तक उन राज्य आन्दोलनकारियों के चिन्हीकरण की व्यवस्था की जायेगी। चिन्हित राज्य आन्दोलनकारी जिन्हें 3100 रुपये प्रतिमाह पेंशन अनुमन्य की गई है, उनकी मृत्यु के पश्चात उनके आश्रितों, पति/पत्नी को भी 3100 रुपये प्रतिमाह पेंशन दी जायेगी। विभिन्न विभागों में कार्यरत राज्य आन्दोलनकारियों को सेवा से हटाये जाने के माननीय उच्च न्यायालय के आदेश पर राज्य सरकार पुनर्विचार याचिका दाखिल कर ठोस पैरवी करेगी। उद्योगों में नौकरी के लिए भी राज्य आन्दोलनकारियों को प्राथमिकता के लिए समुचित व्यवस्था की जायेगी। राजकीय अस्पतालों की तरह मेडिकल कॉलेजों में भी राज्य आंदोलनकारियों का निःशुल्क ईलाज किया जायेगा।


मुख्यमंत्री ने कहा कि मसूरी के सिपनकोट के लोगों की पुनर्वास की उचित व्यवस्था की जायेगी। मसूरी रोपवे का कार्य शुरू होने से पूर्व सिपनकोट के लोगों के पुनर्वास की समस्या का समाधान किया जायेगा। मसूरी में वन टाइम  सेटलमेंट लागू किया जायेगा। गढ़वाल सभा के भवन को यदि अन्यत्र स्थान पर शिफ्ट करना पड़ा तो, इसके लिए दूसरी जगह पर व्यवस्था की जायेगी।
केन्द्रीय पर्यटन एवं रक्षा राज्य मंत्री श्री अजय भट्ट ने कहा कि शहीद राज्य आन्दोलनकारियों के बलिदान की वजह से ही उत्तराखण्ड राज्य का निर्माण हुआ है। उत्तराखण्ड अलग राज्य बना, यह प्रदेशवासियों के त्याग का ही परिणाम है। शहीद राज्य आन्दोलनकारियों के सपनों के अनुरूप जो कार्य करना होगा, वह सरकार करेगी। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में प्रदेश तेजी से प्रगति के पथ पर अग्रसर है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के पद्चिन्हों पर चलकर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी राज्य को आगे बढ़ा रहे हैं।
कैबिनेट मंत्री श्री गणेश जोशी ने कहा कि उत्तराखण्ड राज्य आन्दोलन में मसूरी गोलीकांड एक महत्वपूर्ण घटना है। इसमें हमारे अनेक आन्दोलनकारी राज्य निर्माण की मांग को लेकर शहीद हुए। उन्होंने कहा कि सिपनकोट के लोगों के पुनर्वास की व्यवस्था के लिए प्रयास हो रहे हैं, जल्द ही इसका समाधान निकाला जायेगा।
इस अवसर पर पूर्व विधायक श्री जोत सिंह गुनसोला, मसूरी नगर पालिका परिषद् के अध्यक्ष श्री अनुज गुप्ता, मसूरी नगर पालिका परिषद् के पूर्व अध्यक्ष श्री मन्नू मल, श्री बलजीत सिंह सोनी, एवं राज्य आन्दोलनकारी उपस्थित रहे ।

  बता दें कि उत्तराखंड राज्य बनाने के लिए उत्तराखंड के विभिन्न जनपदों के साथ ही दिल्ली में देव सिंह रावत लक्ष्मी प्रसाद थपलियाल पान सिंह परिहार आदि अनेक नेताओं के नेतृत्व में जन्तर-मन्तर दिल्ली में त्तराखंड राज्य बनाने के लिए लंबे समय तक आंदोलन चला। आंदोलनकारी लक्ष्मी प्रसाद थपलियाल ने कहा कि राज्य आंदोलनकारियों के पक्ष में मुख्यमंत्री की पहल स्वागत योग्य है। उन्होंने ने कहा कि सरकार सबसे पहले आंदोलनकारियों को विभाजित करने वाली श्रेणियों को समाप्त करके सभी आंदोलनकारियों के लिए एक श्रेणी ही निर्धारित करे, क्योंकि सभी आंदोलनकारी एक ही उद्देश्य को लेकर लड़े थे और वह उद्देश्य उसी उत्तराखंड राज्य की स्थापना करना रहा जिस राज्य के मुख्यमंत्री जिस राज्य के युवा मुख्यमंत्री आज पुष्कर सिंह धामी हैं। श्री लक्ष्मी प्रसाद थपलियाल ने कहा कि दिल्ली में करीब 300 आंदोलनकारियों की सूची हरीश रावत सरकार को दी गई थी उस पर कुछ नहीं हुआ। Chief Minister Pushkar Singh Dhami, while paying homage to the martyred state agitators in Mussoorie, said that the state government is determined to fulfill the dreams of the martyrs,

     the state agitating representatives said that instead of dividing the agitators into categories, young Chief Minister should keep one category. ✍️हरीश मैखुरी