मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने मार्मिक अपील के साथ दिया कोरोना चिकित्सा संसाधनों का विवरण, कहा चिकित्सा इत्यादि आवश्यक सेवाओं कर्मचारी नहीं कर सकेंगे हड़ताल

मुख्यमंत्री ने मार्मिक अपील करते हुए कहा कि प्रिय प्रदेशवासियों, #Covid19 के उपचार व रोकथाम हेतु प्रदेश सरकार निरंतर कार्यरत है। मैं रोजाना वृहद स्तर पर समीक्षा कर रहा हूं। कोरोना से बचाव के लिए राज्य में चिकित्सकीय व्यवस्थाओं का दायरा बढ़ाया है व आवश्यकतानुसार गुणवत्तापूर्ण सुविधाओं के विस्तार हेतु आदेश जारी किए गए हैं। कोरोना महामारी की रोकथाम के लिए सभी आवश्यक उपकरणों की संख्या में वृद्धि की गई है। इसके तहत राज्य में संक्रमितों के लिए 566 ICU बेड उपलब्ध हैं, जिनमें से 337 बेड वेंटिलेटर के साथ हैं। इसी प्रकार वर्तमान में प्रदेश में 31,377 आइसोलेशन बेड उपलब्ध हैं, जिनमें 3,407 बेड ऑक्सीजन के साथ हैं।

Covid-19 से बचाव के लिए स्वास्थ्य सेवाओं से संबंधित सभी आवश्यकताओं को पूरा किया जा रहा है। वर्तमान समय में Covid-19 के मद्देनजर राज्य में 11 Covid-19 अस्पताल, 27 Covid-19 हेल्थ सेंटर, 422 Covid-19 केयर सेंटर जैसी व्यवस्थाओं के साथ 460 अस्पताल एवं फैसिलिटी सेंटर संचालित हैं। राज्य में कोरोना नियंत्रण में है एवं राज्य सरकार प्रदेशवासियों के स्वास्थ्य के प्रति कटिबद्ध है। मैं समस्त प्रदेशवासियों को यह विश्वास दिलाना चाहता हूं कि प्रदेश सरकार Covid-19 संक्रमण से बचाव के लिए हरसंभव कदम उठाने के लिए संकल्पबद्ध है और इस कार्य में तत्परता के साथ संलग्न है। मैं आप सभी से आग्रह करता हूं कि Covid-19 से बचाव के लिए अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन परिपक्वता से करें। मास्क पहने, हाथों को साबुन से धोते रहें, आसपास स्वच्छता रखें और अनावश्यक घर से बाहर ना निकलें। कोरोना हारेगा, भारत जीतेगा एक अन्य जगह मुख्यमंत्री श्री तीरथ सिंह रावत ने यह भी कहा कि कोविड-19 महामारी के दृष्टिगत चिकित्सा एवं आवश्यक सेवाओं के अन्तर्गत कार्यरत् कोई भी कर्मचारी हड़ताल या आन्दोलन करते हैं तो ऐसे कर्मचारियों पर आपदा प्रबंधन अधिनियम की सुसंगत धाराओं के अन्तर्गत तत्काल कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने उक्त सेवाओं में कार्यरत सभी कर्मचारियों से अपेक्षा है कि इस महासंकट काल में अपने कार्य दायित्वों का निर्वहन ईमानदारी से करें अन्यथा की स्थिति में हड़ताल व आन्दोलनरत् कार्मिकों को सेवा से पृथक करते हुए नई नियुक्तियों की कार्यवाही प्रारम्भ कर दी जाएगी। मुख्यमंत्री ने इस सम्बंध में मुख्य सचिव, को समुचित कार्यवाही के निर्देश दिये हैं।  होम आइसोलेशन के लिए यहां करें रजिस्ट्रेशनl जिलाधिकारी ने कहा कि जिन संक्रमित व्यक्तियों को स्वास्थ्य के अनुसार चिकित्सालय में भर्ती होने की आवश्यकता नहीं है, ऐसे व्यक्ति जिला प्रशासन की वेबसाइट https://dsclservices.org.in/self-isolation.php पर होम आइसोलेशन के लिए रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं।

मन्दिर की जरूरत इसलिए है इस देश में ताकि आपदा काल उनको चिकित्सालय में बदला जा सके । धन्य है सनातन धर्म संस्कृति। कोरोना आपदा के इस आपात काल में बहुत सारे मंदिरों ने अस्थाई चिकित्सालय बनवा दिए। ये उन लोगों को दर्पण है जो पूछ रहे हैं कि मंदिर क्यों बनने चाहिए।