सीएम डैशबोर्ड’ बनेगा अब ‘पब्लिक डैशबोर्ड’, जिस पर जनता देख सकेगी विकास कार्यों का बजट और उसकी प्रगति – मुख्यमंत्री

रिपोर्ट :  दीपक फर्स्वाण
   सरकारी विभागों की परफॉर्मेन्स चैक करने के लिए बनाए गए अपने डैश बोर्ड (सीएम मॉनीटिरंग डैश बोर्ड) को मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत अब आम जनता के लिए खोलने जा रहे हैं। अगले महीने से जनता सीएम डैश बोर्ड पर देख सकेगी कि किसी विभाग के लिए कितना बजट किन योजनाओं के लिए दिया गया और उसकी मौजूदा प्रगति क्या है। यह जानकारी मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने कल नयार वैली में एडवेंचर स्पोर्ट्स फेस्टिवल 2020 के उद्घाटन मौके पर दी। खास बात है कि डैश बोर्ड में कोई भी व्यक्ति प्रशंसा अथवा शिकायत के रूप में अपनी टिप्पणी दर्ज कर सकता है। सरकार तत्काल उसका संज्ञान लेगी।

     मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत एडवेंचर स्पोर्ट्स फेस्टिवल 2020 उद्घाटन समारोह के सम्बोधन के दौरान पूरी रौ में नजर आए। लगभग 40 मिनट तक उन्होंने गढ़वाली भाषा में जनता के सामने अपनी बात रखी। मुख्यमंत्री ने कहा कि लोकतंत्र में जनता ही जनार्दन है। जनता ही प्रधान, विधायक, मुख्यमंत्री, सांसद व प्रधानमंत्री चुनती है, इसलिए उसे यह जानने का पूरा अधिकार है कि सरकार ने किस जिले और विभाग के लिए कितना बजट आवंटित किया और बजट का योजनाओं में सदुपयोग हो भी रहा है या नहीं।

उन्होंने कहा कि ‘मुख्यमंत्री डैश बोर्ड’ को अभी तक सचिव स्तर के अधिकारी ही देख सकते थे लेकिन अब आम लोगों के लिए अगले माह यह खोल दिया जाएगा। सरकार बाकायदा इसकी लॉचिंग करेगी। बताते चलें कि सीएम डैशबोर्ड के लिए सॉफ्टवेयर एनआइसी व आइटीडीए ने विकसित किया है। नागरिक सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए मुख्यमंत्री खुद डैशबोर्ड के माध्यम से विभागों के जन सेवाओं का अनुश्रवण करते हैं। यानी इसमें सचिवालय से लेकर जिलों तक के विभागों पर सीधे मुख्यमंत्री नजर रखते हैं। डैशबोर्ड में दर्ज विभागवार डाटा में प्रत्येक योजना के बजट व उसकी भौतिक व वित्तीय प्रगति की रिपोर्ट रहती है। यह देश में पहला उदाहरण है कि किसी प्रदेश के मुख्यमंत्री अपना डैशबोर्ड जनता के हवाले कर रहे हैं।