दून विश्वविद्यालय की कुलपति बनाये जाने पर डा सुरेखा ध्यानी डंगवाल को उत्तराखंड भर से बधाई और शुभकामनाएं

संकल्पना -डाॅ हरीश मैखुरी
दून विश्वविद्यालय की नई कुलपति डा सुरेखा डंगवाल नियुक्त की गई हैं। डा डंगवाल वर्तमान में हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल केंद्रीय विश्वविद्यालय में अंग्रेजी विभागाध्यक्ष एवं प्रोफेसर हैं। राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने कुलपति पद पर तीन वर्ष के लिए उनकी नियुक्ति के आदेश पिछले शनिवार को जारी किए।
सुरेखा डंगवाल 33 वर्षों के अध्यापन और शोध अनुभव के साथ ही विभिन्न सामाजिक सरोकारों से भी जुड़ी हैं। महिला सशक्तीकरण के साथ ही अंग्रेजी और हिंदी भाषा में लेखन में भी उन्हें महारत हासिल है। हिंदुइस्म इन टीएस इलियट्स राइटिंग्स, द आर्ट ऑफ इफेक्टिव कम्युनिकेशन एंड लर्निंग इंग्लिश लेंग्वेज थ्रू लिटरेचर उनकी प्रसिद्ध पुस्तकों में शामिल हैं।
वर्तमान में गढ़वाल केंद्रीय विश्वविद्यालय के अंग्रेजी, आधुनिक यूरोपीय एवं अन्य विदेशी भाषा विभाग में वह विभागाध्यक्ष हैं। उनके निर्देशन में 13 शोध छात्रों ने अंग्रेजी विषय में पीएचडी और 30 छात्रों ने एमफिल की उपाधि भी प्राप्त की। उनके लिखे 55 से अधिक शोध पत्र विभिन्न अंतर्राष्ट्रीय और राष्ट्रीय जर्नलों में प्रकाशित हो चुके हैं। टारलटन स्टेट  यूनिवर्सिटी स्टीफनविल अमेरिका में बतौर विजीटिंग फैकल्टी अध्यापन कार्य करने के साथ ही प्रो. सुरेखा डंगवाल हेनोबर विश्वविद्यालय जर्मनी में शोध कार्य करने के साथ ही साउथ एशियन लिटररी एसोसिएशन पिट्सबर्ग अमेरिका की आजीवन सदस्य भी हैं। 
बद्रीनाथ के विधायक और चारधाम देवस्थानम्ब बोर्ड के सदस्य महेंद्र भट्ट कहा कि ‘हिन प्रो. सुरेखा डंगवाल को दून  विश्वविद्यालय का कुलपति नियुक्त किये जाने पर बहुत बहुत बधाई, शुभकामनाएं।प्रो. सुरेखा डंगवाल गढ़वाल केंद्रीय विश्वविद्यालय श्रीनगर वर्तमान में अंग्रेजी विभाग की विभागाध्यक्ष थी।”

नेहरू युवा केन्द्र के जिला समन्वयक रहे इतिहास के जानकार *(डॉ योगेश धस्माना)*ने बधाई देेत हुए लिखा कि * 
” राज्य गठन के बाद सरकार द्वारा जनहित और उच्च मापदंडों के अनुरूप प्रोफेसर सुरेखा कि दून विश्वविद्यालय के कुलपति के रूप में की गई नियुक्ति का स्वागत सर्वत्र सभी वर्गो एवं बुद्धिजीवियों द्वारा किया गया। निश्चित रूप से प्रोफ़ेसर सुरेखा एक प्रखर महिला नेत्री भाषाविद और प्रखर वक्ता के रूप में भी छात्र छात्राओं के बीच लोकप्रिय शिक्षिका भी रही हैं।
मुझे गढ़वाल विश्वविद्यालय के दिनों की याद है कि हम विश्वविद्यालय में अन्तर्र महाविद्यालय भाषण प्रतियोगिता में भाग लेने जब श्रीनगर जाते थे तब वहां सुरेखा, मदनस्वरूप और जयप्रकाश खंकरियाल के मुख्य प्रतिद्वंदी होते थे। इन सभी छात्रों ने तब आखिल भारतीय विश्वविद्यालय में गढ़वाल विश्वविद्यालय का भी प्रतिनिधित्व किया।
मेरा अनुभव रहा है कि प्रोफेसर सुरेखा एक गंभीर अध्येता एवं चिंतनशील महिला नेत्री हैं। अपने ओजस्वी भाषणों के कारण गढ़वाल मंडल में उन्हें सुषमा स्वराज के नाम से भी संबोधित किया जाता था। उन्हें शोध कार्यों के साथ-साथ अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भी विदेश यात्रा में अकादमिक अनुभव रहा है। यही कारण है कि उन्हें एक गंभीर अध्ययनशील संवेदना से ओतप्रोत व्यक्तित्व के धनी भी कहा जाता है।
वर्तमान समय में जब सूटकेस लेकर नेताओं के पीछे कथित बुद्धिजीवी कुलपति बनने के लिए दौड़ भाग कर रहे हैं। कई तो स्वयंभू कुलपति भी बन बैठे हैं। ऐसे शिक्षा के संक्रमण काल में सुरेखा के कुलपति बनने की खबर एक सुखद अहसास दिलाती है। उन्हें अनंत शुभकामनाएं।”

उत्तराखंड के सुविख्यात संस्कृति डाॅ कर्मी राकेश भट्ट ने लिखा है कि”जहाँ रहेगा वहीं रौशनी लुटाएगा 

किसी चराग़ का अपना मकाँ नहीं होता 
Prof Surekha Dangwal  जी को नई पारी की शुरुवात के लिए कोटिशः बधाई, शुभकामनाएं।”
पौड़ी जिले के एक संस्कृत विद्यालय में नियुक्त विद्वान शिक्षक सच्चिदानंद सेमवाल ने लिखा है कि “दून विश्विद्यालय की कुलपति बनकर आपने गढ़वाल विश्वविद्यालय का भी मान बढ़ाया है।
बहुत बधाई।
🌹🌹🌹जहाँ रहेगा अपनी रौशनी लुटायेगा!
किसी च़राग का अपना मकां नहीं होता!!
     टिहरी जनपद में देवप्रयाग विकासखंड के अमिल्डा गांव की मूल निवासी Pr. Surekha Dangwal मैम को दून विश्वविद्यालय की कुलपति नियुक्त होने की बहुत बहुत बधाइयाँ एवं हार्दिक शुभकामनाएं।
       श्रीमती डंगवाल की नियुक्ति तीन वर्ष के लिए हुई है। विश्वविद्यालय कुलाधिपति एवं राज्यपाल बेबी रानी मौर्य की ओर से इस आशय के आदेश जारी किए गए हैं।
    आप अभी तक गढ़वाल विश्वविद्यालय श्रीनगर में अंग्रेजी की विभागाध्यक्ष थीं और आपके पति प्रो. आर सी डंगवाल जी भी इसी विवि में कॉमर्स के विभागाध्यक्ष हैं। श्रीमती डंगवाल जी द्वारा विरचित कुछ पुस्तकें वहाँ के पाठ्यक्रम में भी पढ़ाई जाती हैं। आप पर प्रत्येक उत्तराखंडी को सदैव गर्व रहेगा।  💐💐💐”

 भारतीय जनता पार्टी चमोली के नेता और सामाजिक कार्यकर्ता टीका प्रसाद मैखुरी ने लिखा कि” सरस्वती शिशु मंदिर श्रीनगर की पूर्व छात्रा प्रोफेसर सुरेखा डंगवाल दून विश्वविद्यालय की कुलपति बनने पर  से ढेर सारी शुभकामनाएं व बधाई”