कोरोना अपडेट : प्रधानमंत्री मोदी ने की हरिद्वार महाकुंभ को प्रतीकात्मक रखने की अपील, महामंडलेश्वर स्वामी श्यामदेव देवाचार्य महाराज और रोटी बैंक के किशोर कांत तिवारी की कोरोना से मौत,मंदिर ने बना दिया 1000 बेड कोविड केयर हास्पिटल

हरिद्वार कुंभ में गए कई संतों को कोरोना ने अपनी चपेट में ले लिया है। नरसिंह मंदिर के प्रमुख महामंडलेश्वर स्वामी श्यामदेव देवाचार्य महाराज हरिद्वार कुंभ में कोरोना से संक्रमित हो गए थे। शुक्रवार को जबलपुर में उनका निधन हो गया है। शनिवार को अंतिम संस्कार किया जाएगा। जबलपुर में शनिवार को महामंडलेश्वर का किया जाएगा अंतिम संस्कार, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने उनके निधन पर शोक व्यक्त किया।
प्रधानमंत्री मोदी की हरिद्वार कुंभ को प्रतीकात्मक रखने की अपील की है वहीं अब उत्तराखंड के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने भी प्रधानमंत्री के सुर में सुर मिलाते हुए कहा कि वे भी प्रधानमंत्री की बात का समर्थन करते हुए कुंभ को प्रतीकात्मक रखने की अपील करते हैं।.         इसी के साथ मुख्यमंत्री श्री तीरथ सिंह रावत ने जिलाधिकारी, देहरादून को निर्देश दिये हैं कि कल 18 अप्रैल को होने वाली एनडीए परीक्षा के परीक्षार्थियों को उनके एडमिट कार्ड के आधार पर परीक्षा केन्द्र जाने की अनुमति दी जाए। रविवार के लाकडाऊन के कारण एनडीए परीक्षा का कोई भी अभ्यर्थी परीक्षा से वंचित नहीं रहना चाहिए। साथ ही परीक्षार्थियों के आवागमन के लिए वाहनों की व्यवस्था भी सुनिश्चित की जाए।प्रधानमंत्री व गृह मंत्री ने  कुम्भ का संज्ञान लेते हुए प्रधानमंत्री ने की जूना पीठाधीश्वर से और गृहमंत्री ने की निर्मोही के श्रीमहंत से बात

सर्व सम्मति से सांकेतिक करेंगे अखाड़े चौथा शाही स्नान
हरिद्वार कुंभ का हनुमान जयंती पर होने वाला चौथा और अंतिम स्नान करोना की विकरालता के चलते भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आज आये बयान के बाद सांकेतिक होने की स्थिति बन गई है।
इधर जूना अखाड़े के पीठाधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरि द्वारा दिए बयान के बाद अन्य अखाड़ों ने भी स्नान को सांकेतिक बनाने का मन बना लिया है, हालांकि बैरागी अखाड़े अपने देवता बजरंगबली हनुमान जंयती का स्नान संक्षिप्त होने से दुखी जरूर है लेकिन, आज दोपहर निर्मोही अनि अखाड़े के श्रीमहंत राजेंद्र दास महाराज के पास गृहमंत्री अमित शाह का फोन आने पर बैरागी अखाड़ों का रुख नरम हो गया है, श्रीमहंत राजेंद्र दास ने कहा हम मोदी जी और गृहमंत्री की बात का मान रखते हुए अपने देवता का स्नान तो करेंगे लेकिन एक निश्चित संख्या में ही साधू स्नान को जायेंगे।
उन्होंने श्रद्धालुओं से अपील करते हुए कहा सभी भक्त गण घर पर ही रह कर भग्वान का भजन करें गंगा मईया का नाम ले स्नान करें और प्रशासन शासन को सहयोग करते हुए खुद भी सुरक्षित रहें, श्रीमहंत राजेंद्र दास ने कहा करोना एक भीषण महामारी है जिसका अचानक विस्तार समाज और मानव को बहुत क्षति पहुंचा रहा है इसलिए सावधानी आवश्यक है।

                 वहीं कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए प्रदेश सरकार ने फिर संशोधित गाइडलाइन की जारी।
रात्रि कर्फ्यू के समय में की बढ़ोतरी अब 9:00 बजे से सुबह 5:00 बजे तक रहेगा रात्रि कर्फ्यू नगर निगम क्षेत्र के आने वाले प्रत्येक शनिवार व रविवार को साप्ताहिक कोविड-19 कर्फ्यू रहेगा । प्रदेश के अन्य जनपदों में प्रत्येक रविवार को साप्ताहिक कोविड-19 लागू रहेगा ।

जनपद देहरादून के अंतर्गत आवश्यक सेवाओं से संबंधित सरकारी व गैर सरकारी संस्थान शनिवार को भी खुले रहेंगे मुख्य सचिव ओमप्रकाश ने जारी किया आदेश।

उत्तराखंड के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि हमारे यशस्वी प्रधानमंत्री श्री Narendra Modi जी की अपील कि कुम्भ को कोरोना संकट के कारण प्रतीकात्मक रखा जाए, का स्वागत करते हुए उत्तराखंड की धार्मिक नगरी हरिद्वार आने वाले साधु-संतों, श्रद्धालुओं तथा पर्यटकों से आग्रह करता हूं कि वे केंद्र व राज्य सरकार द्वारा जारी विभिन्न दिशा-निर्देशों का कड़ाई से पालन करें। जो साधु-संत कुम्भ की पूरी परंपरा का निर्वहन करना चाहते हैं, उनका हम हृदय से स्वागत करते हैं। किंतु वे सभी इस बात का विशेष ध्यान रखें कि 27 व 30 अप्रैल को होने वाले स्नान के दौरान देह-दूरी का पालन करें। मास्क लगाएं तथा समय-समय पर नियमित रूप से हाथ धोते रहें। महाकुम्भ के दौरान देव डोलियों का कुम्भ-स्नान निर्धारित समय पर होगा। इस अवसर पर भी कोविड नियमों का पूरी तरह से पालन होगा। इसमें किसी भी तरह की ढिलाई अथवा कोताही नहीं बरती जाएगी। इस संदर्भ में माननीय मुख्यमंत्री श्री Tirath Singh Rawat जी से भी वार्ता हो चुकी है।

महाराज ने कहा कि अगले माह से आस्था की प्रतीक चारधाम यात्रा भी आरंभ हो रही है। राज्य सरकार इसके लिए भी तैयार है। पूज्य रावलों से वार्ता के बाद चारधाम यात्रा की समीक्षा कर ली गई है ताकि विधि-विधान एवं परंपरा के अनुसार धामों के कपाट खोले जा सकें। अन्य राज्यों से यहां आने वाले तीर्थयात्रियों एवं भक्तजनों के लिए कार्टिज आधारित न्यूक्लिक एसिड एम्प्लीफिकेशन टेस्ट (CB-NAAT), रिवर्स ट्रांसक्रिप्शन पॉलीमर्स चेन रिएक्शन टेस्ट (RT-PCR) और टीबी डायग्नोसिस टेस्ट (TrueNAT) अनिवार्य होगा। बहुत आवश्यक है कि यात्री कोरोना उन्मूलन हेतु टीका लगवाएं। चारधाम यात्रा पर आने वालों का ऑनलाइन पंजीकरण होगा। सभी प्रकार की जांच के पश्चात ही उन्हें यात्रा की अनुमति प्रदान की जाएगी। मुख्यमंत्री जी के नेतृत्व में हम समय-समय पर यात्रा की समीक्षा करते रहेंगे। हमारा प्रयास रहेगा कि यात्रीगण कोविड के नियमों का पालन करते हुए यात्रा का भरपूर आनंद उठा सकें।

कोरोना मामले में किसी को भी सहायता की आवश्यकता है, हम दिल्ली में आपके जानने वाले किसी व्यक्ति की सहायता कर सकते हैं। सोमवार को शुरू होता है।
यह जानकारी साझा कर रहा हूं। * दिल्ली-एनसीआर में शून्य लागत पर सभी नागरिक नागरिकों के लिए अत्याधुनिक सुविधा, जो रोगसूचक और COVID स्थिति हैं। * सौजन्य भारतीय सेना, DRDO और टाटा समूह।
डीआरडीओ के सहयोग से भारतीय सशस्त्र बलों ने बिना किसी प्रचार के दिल्ली के केंद्र में एक अत्याधुनिक, 1000 बेड का कोविद केयर अस्पताल स्थापित किया है। नागरिक भाइयों और पूर्व सैनिकों के लिए मदद करने के लिए, वल्लभभाई कोविद अस्पताल किसी को और हर किसी को स्वीकार करता है जो रोगसूचक है और जो कोविद सकारात्मक है। * सब कुछ मुफ़्त है। *
भारतीय सशस्त्र बलों के महत्वपूर्ण देखभाल विशेषज्ञों, पल्मोनोलॉजिस्ट, डॉक्टरों और नर्सिंग अधिकारियों द्वारा संचालित, यह अस्पताल अपने शांत और निराधार तरीके से यौवन सेवा प्रदान कर रहा है। कोविड मामलों की दिल्ली में फिर से बढ़ रहे हैं ऐसे में यह सुविधा आशा की किरण के रूप में है। जरूरतमंद मरीजों के लिए गुणवत्ता की देखभाल बिल्कुल मुफ्त है, इसे अपने नेटवर्क में रखें। आप जरूरत में एक मरीज को बचा सकते हैं।
टर्मिनल 1 के पास, रक्षा भवन के बगल में।
लेफ्टिनेंट कर्नल प्रवीण, मेडिशिन स्पेशलिस्ट।

साल भर में ऐसे दर्जनों मंदिर देखे जिन्हें की आवश्यकता पड़ने पर अस्थाई हॉस्पिटल्स में भी ढाल दिया गया…. और आज भी जारी हैं। इसका खर्च भी मंदिर प्रबंधन ही उठाएगा

2000 बेड आइसोलेशन सेंटर @ राधास्वामी सत्संग परिसर इंदौर, और कोई ढिंढोरा नही पीट रहे कि हम न हो तो लोग भूखे मर जाये

याद रखना जब जब देश पर आपदा आएगी, मंदिर ही काम आएंगे………….

मुम्बई में मंदिर ने बना दिया 1000 बेड कोविड केयर हास्पिटल, विमारों का उपचार का व्यय भार भी मंदिर ही उठायेगा। 

हमारे #संस्कार थे हाईजीनिक और शोशल डिस्टेंशिग के। 


ये दुखद होगा की कुछ सालों में ऐसे वंदनीय व्यक्तित्व हमसे विदा ले लेंगे। 👏

मजबूरी में खड़े होकर भोजन तो किया, पर अन्न के सम्मान में जूते उतारना और हाथ पैर धोना नहीं भूले…

ये आखरी दौर है धोती वालो का, जो हमे संस्कार, मर्यादा और व्यवहारिक आचरण दे रहे है।🙏🏻🚩

चमोली जिले में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए जिला प्रशाषन एलर्ट मोड़ में आ गया है । जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया के निर्देशो पर आज मुख्य चिकित्साधिकारी चमोली व उपजिलाधिकारी कर्णप्रयाग वैभव गुप्ता ने सिमली में बने बेस अस्प्ताल की बिल्डिंग का निरीक्षण किया , उपजिलाधिकारी कर्णप्रयाग ने बताया कि कोरोना महामारी को देखते हुए बेस अस्प्ताल की बिल्डिंग को कोविड केयर सेन्टर बनाया गया है । इस कोविड सेंटर में 30 लोगो के रहने की ब्यवथा की गई है । बिल्डिंग में बिजली , पानी व भोजन की ब्यवस्था की जा रही है , ताकि कोरोना संक्रमित लोगो को कोई परेशानी न होने पाए , उन्होंने कहा कि यहाँ सिंर्फ उन कोरोना संक्रमित लोगो को रखा जाएगा जिनके पास रहने की उचित ब्यवस्था नही है । इसके बाद स्वास्थ्य विभाग व तहशील प्रशाषन की टीम ने कोरोना की जांच के लिए गौचर में आईटीबीपी के समीप बने बेरियर का भी निरीक्षण किया , मुख्य चिकित्साधिकारी ने बताया कि रविवार से गौचर में बेरियर भी शुरू कर दिया जाएगा , यहाँ पर बाहरी राज्यो से आने वाले प्रत्येक ब्यक्ति का एन्टीजन कोरोना टेस्ट किया जाएगा , इसके लिए वहां पर डॉक्टरों व पुलिस की टीम नियुक्त कर दी गयी है। कोरोना रिपोर्ट नेगेटिव आने पर ही बाहरी प्रदेशो से आने वाले लोगो को चमोली जिले में प्रवेश दिया जाएगा । स्वास्थ्य विभाग व जिला प्रशाषन कोरोना की रोकथाम के लिये हर सम्भव प्रयास कर रहा है ।