सुषमा स्वराज के आकस्मिक निधन से देश स्तब्ध

जिनके बिना देश अधूरा है सूना है स्तब्ध है। अविश्वसनीय लेकिन भाजपा नेता पूर्व विदेश मंत्री श्रीमती सुषमा स्वराज के बारे में दुःखद समाचार, नहीं रही सुषमा, ६७ वर्षीय सुषमा का हृदयाघात के चलते एम्स में इलाज चल रहा था, यहां उन्हें 9:00 बजे शाम को बेचैनी हुई। जबकि कुछ चैनल अभी उनकी हालत नाजुक बता रहे। स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी भी पहुंचे एम्स। भाजपा नेता श्याम जाजू ने उनके निधन की पुष्टि करते हुए उनके निधन को भाजपा के लिए अपूरणीय क्षति बताया। सुषमा स्वराज जितनी लोकप्रिय भारतीय जनता पार्टी में थी उतनी ही स्वीकार्यता उनकी प्रतिपक्ष में भी थी, वे विदेशों में भी बहुत लोकप्रिय थी और विदेशों में फंसे भारतीयों के लिए तो वह मां के समान थी, हर हाल में उनकी मदद करती। वे भारतीय संस्कृति सभ्यता इसके वैभव और स्वर्णिम इतिहास से ओतप्रोत सुदृढ़ विचारधारा के साथ बहुत प्रभावशाली वक्ता, हिन्दी संस्कृत एवं अंग्रेजी की धारा प्रवाह विदुषी थी। कश्मीर में 370 की समाप्ति पर उन्होंने ट्वीट करके भारत के प्रधानमंत्री और अमित शाह को बधाई दी, उनके निधन पर देश को विश्वास नहीं हो रहा है और अनेक जागरूक लोग उनके निधन को अफवाह बता रहे हैं, वास्तव में वे थी ही इतनी लोकप्रिय, सब उनका आदर करते हैं। एक तरह से वे ग्लोबल नेता रही हैं। ऐसी भारतीय मनीषी भारतीय महिलाओं की प्रतिनिधि इस विशाल शख्सियत को नमन करते हुए गर्व की अनुभूति होती है। उनके आकस्मिक निधन पर आंखों से अश्रु धारा धारा बह रही है। वे भारत के उन गिने चुने नेताओं में शुमार रही जिन्होंने स्वेच्छा से पद व सक्रिय राजनीति का परित्याग किया। आंकड़ों के खेल में जब अटल बिहारी वाजपेई की सरकार गिर रही थी तब उन्होंने लोकसभा में यादगार भाषण देते हुए कहा था “अक्सर ऐसा होता है कि बिखरा हुआ विपक्ष होता है और एकजुट सरकार होती है, लेकिन आज बिखरी हुई सरकार है और एकजुट विपक्ष है। तब बामपंथी वर्चस्व वाले विपक्ष को आड़े हाथ लेते हुए उन्होंने कहा हम सांप्रदायिक इसलिए हैं क्योंकि हम राष्ट्रीय एकता की बात करते हैं क्योंकि हम देश में अमन चैन लाने की बात करते हैं क्योंकि हम तिरंगे का अपमान करने वालों को ठीक नहीं समझते क्योंकि हम 370 हटाने की बात करते हैं”।. समय का ऐसा दुर्लभ संयोग देखिए आज जब 370 समाप्त हुई तब उन्होंने ट्वीट करते हुए मोदी और अमित शाह के लिए बधाई देते हुए लिखा”सौभागय की बात है मैं अपने जीवन में इस दिन को देखने के लिए प्रतीक्षा कर रही थी” – सुषमा के पार्थिव शरीर को कल 11:00 बजे भारतीय जनता पार्टी के कार्यालय पर रखा जाएगा और उसके बाद अपराहन में लोधी रोड पर उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, एचआरडी मंत्री डॉ रमेश पोखरियाल निशंक, राज्य सभा सांसद अनिल बलूनी, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज चमोली जनपद के भाजपा जिला अध्यक्ष मोहन प्रसाद थपलियाल, बद्रीनाथ विधायक महेन्द्र भट्ट, कर्णप्रयाग विधायक सुरेंद्र सिंह नेगी व थराली विधायक मुन्नी देवी, पूर्व काबीना मंत्री राजेंद्र सिंह भंडारी व पूर्व विधानसभा उपाध्यक्ष डाॅ अनुसूया प्रसाद मैखुरी सहित देश-विदेश के सभी स्वनाम धन्य नेताओं ने सुषमा स्वराज को अपनी श्रद्धांजलि दी। वे इंदिरा गांधी के बाद देश की सर्व स्वीकार्य महिला नेता थी। – – हरीश मैखुरी।