प्रेम-प्रसंग के चलते चचेरे भाई-बहन ने फांसी लगाकर की आत्महत्या

मुनस्यारी के बरा गांव निवासी युवक (35 वर्ष) का अपने ही गांव में रहने वाली चचेरी बहन के साथ प्रेम-प्रसंग चल रहा था। पेशे से चालक युवक की 12 वर्ष पूर्व शादी हुई थी और उसके बच्चे डीडीहाट में रहते थे। जबकि युवती की दो माह पूर्व थल क्षेत्र के लेजम गांव में शादी हुई। रिश्ते में चचेरे भाई-बहन के बीच चला प्रेम प्रसंग अंत में मौत के फंदे पर झूल गया। दोनों ने एक साथ टेलीफोन लाइन के केबिल के सहारे रामगंगा नदी किनारे एक पेड़ पर लटककर जान दे दी।

एक माह पूर्व युवक और युवती घर से भाग गए। इनके एक साथ भागने की पुलिस में रिपोर्ट लिखाई गई। पुलिस ने उनके मोबाइल नंबर को सर्विलांस पर लगाया तो दोनों के नोएडा होने की जानकारी मिली। तीन दिन पूर्व पुलिस उन्हें ढूंढ कर वापस ले आई। दोनों को थल लाया गया। थल में युवक की पत्नी को डीडीहाट से बुलाया गया और लेजम से युवती के पति और ससुर को बुलाया गया। जहां पर पुलिस के समक्ष वार्ता हुई।

इस दौरान युवक की पत्नी ने पति व उसकी प्रेमिका को खरीखोटी सुनाते हुए हाथ भी चला दिया था। उसकी पत्नी ने बताया कि पति परिवार के साथ रहने नहीं आता था। बीते दिनों उसकी सात साल की बेटी की मौत हो गई और उसका कोई अता पता नहीं चला। 11 साल का पुत्र बीमार होकर अस्पताल में रहा। उसकी पत्नी ने दो टूक शब्दों में उसके साथ रहने से मना कर दिया।

वार्ता के दौरान युवती के ससुराल वालों को युवक की ओर से रुपए दिए जाना तय हुआ। युवती ने ससुराल जाने से मना कर प्रेमी के साथ रहने की बात कही। युवक व युवती उसके बाद थल से चले गए। रात भर साथ रहे, कहां रहे इसका पता नहीं चल सका। शनिवार की सुबह थल से लगभग पांच किमी दूर चैपड़ा के सामने रामगंगा नदी पार बेरीनाग तहसील क्षेत्र में दोनों ने एक पेड़ पर ओएफसी लाइन में बिछाई जाने वाली केबिल के सहारे पेड़ से लटक कर जान दे दी।

सुनसान स्थल पर सायं को कुछ लोगों द्वारा दो शव लटकने की सूचना मिलने पर राजस्व विभाग के कानून गो बेरीनाग विरेंद्र सिंह बोरा, थल के कानून गो कमल कोठारी, पटवारी वीसी पाठक मौके पर पहुंचे। देर सायं राजस्व टीम ने शवों को उतार कर अपने कब्जे में ले लिया है। शवों के पंचनामा की तैयारी चल रही है। मामले को लेकर पूरे क्षेत्र में चर्चा है।