देहरादून से पिथौरागढ़ हवाई सेवा शुरू हो सकती है तो गौचर क्यों नहीं? – भंडारी

 डॉ हरीश मैखुरी

अपणु पहाड़ अपणि संस्कृति बैनर तले जोगीवाला देहरादून के स्काई गार्डन में आज के दिन खासी रौनक रही, यहां चमोली और रुद्रप्रयाग जनपदों के लोग भारी संख्या में एकत्र हुए। सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए गए, हेमा नेगी करासी और किशन महिपाल ने खासा समा बांधा, नीति माणा सांस्कृतिक संगठन ने पारम्परिक नृत्य प्रस्तुत किया। इस मौके पर श्रीदेव सुमन विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ डीएस रावत, बदरीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति के सीईओ बी. डी. सिंह, उत्तराखंड के पूर्व काबीना मंत्री राजेंद्र सिंह भंडारी, बद्रीनाथ के पूर्व धर्माधिकारी जे. पी सती, कुलदीप रावत, प्रवीन पुरोहित, आशीष राणा, अंकुर रौथाण,  डॉ मोहन सिंह बिष्ट, चमोली की पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष रजनी भंडारी सहित बड़ी संख्या में मीडिया कर्मियों सहित हजारों की संख्या में लोग पहुंचे। इस आयोजन में चमोली रुद्रप्रयाग की अनेक विभूतियों को सम्मानित भी किया गया। इस ऐतिहासिक अवसर पर उत्तराखंड के पूर्व काबीना मंत्री राजेंद्र सिंह भंडारी ने कहा कि आज देहरादून की डेमोग्राफी पूरी तरह से बदल गई है अब देहरादून में पहाड़ की कंदराओं से आए हुए लोगों की बड़ी हिस्सेदारी है, लेकिन एकजुटता की कमी के कारण हम अपनी समस्याओं को सरकार के सम्मुख पुरजोर तरीके से नहीं रख पाते, इसीलिए पहाड़ की घोर उपेक्षा हो रही है। श्री भंडारी ने कहा कि आज पहाड़ के लोगों की देहरादून में इतनी संख्या है कि वह जिस पद पर चाहें चुनाव लड़ सकते हैं। उन्होंने कहा कि जब पिथौरागढ़ के लिए देहरादून से हेली सेवा शुरू हो सकती है तो गोचर के लिए क्यों नहीं? उन्होंने मुख्यमंत्री पर चमोली व रुद्रप्रयाग की उपेक्षा का आरोप लगाते हुए कहा कि इस सरकार ने स्थाई राजधानी का मुद्दा ठंडे बस्ते में डाल दिया है। वहीं आज भी ग्रामीण क्षेत्रों में मोटर सड़कों का अभाव और स्वास्थ्य सुविधाओं की कमी आज भी हमारे लिए बड़ी समस्या बनी हुई है इसलिए पहाड़ के लोगों को विकास की के लिए संघर्ष करने के साथ ही अपनी संस्कृति और परंपराएं बचाने हेतु एकजुट होने की भी आवश्यकता है। अनेक लोगों में कौतुहल था कि आयोजन का उद्देश्य लोकसभा चुनाव तो नहीं? लेकिन आयोजकों ने ऐसा कोई संकेत खास नहीं देकर लोगों की जिज्ञासा और बढ़ा दी है।