डेंगू एवं कोरोना अपडेट, राज्य के सरकारी मेडिकल कॉलेजों में पीजी कोर्सेज की फीस में 80% तक की कमी

राज्य के सरकारी मेडिकल कॉलेजों में गैर क्लीनिकल पोस्ट ग्रेजुएट कोर्सेस की फीस को 80 फीसदी तक कम कर दिया गया है। सरकार ने इन कोर्सेस में फीस को 5 लाख रुपए से घटाकर 1 लाख रुपए करने के फैसला लिया है।-मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत 

कोरोना अपडेट – उतराखंड में कुल संक्रमितों की संख्या 2691 पंहुची जबकि 1758 रिकवर होने वाले कुल और कोरोना से मरने वालों की संख्या 36 हुई।  जबकि भारत में कुल संक्रमितों की संख्या पंहुची 490401 जबकि रिकवर होने वाले कुल 285637 और कोरोना से मरने वालों की संख्या हुई  15301 चमोली जनपद में गुरूवार को किसी भी व्यक्ति की सैंपल रिपोर्ट नहीं आई है। जिले में कुल 67 कोरोना संक्रमित मरीज है। जिसमें से 44 लोग स्वस्थ होकर अस्पताल से घर लौट चुके है। टिहरी से भी सुखद खबर आज नही मिला कोई कोरोना पॉजिटिव, 410 केस, 348 स्वस्थ, 62 एक्टिव केस। जाखणीधार का चौंड जसपुर गांव कंटेन्मेंट जोन से बाहर। इसलिए सावधानी बरतेंगे और घरों में रहेंगे। संख्या अधिक होनै पर फिर सेे लाॅकडाउन की स्थिति आ सकती है। 

 

*डेंगू निरोधात्मक उपाय सुनिश्चित करें जिलाधिकारी: सचिव अमित नेगी*

*क्वारेंटाईन सेंटरों और कोविड केयर सेंटरों के आसपास जलभराव न हो।*

*सचिव, चिकित्सा, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण श्री अमित सिंह नेगी ने डेंगू की रोकथाम के लिए जिलाधिकारियों, विभागाध्यक्षों, नगर आयुक्तों को निर्देश जारी किए।*

कोविड-19 के साथ ही डेंगू की रोकथाम के लिए भी प्रदेश के चिकित्सा स्वास्थ्य विभाग द्वारा आवश्यक उपाय किए जा रहे हैं। सचिव श्री अमित सिंह नेगी ने सभी जिलाधिकारियों को डेंगू निरोधात्मक गतिविधियों का संचालन करने के निर्देश दिए हैं। जिलाधिकारियों को जारी निर्देशो में यह सुनिश्चित करने को कहा गया है कि कोविड-19 के नियंत्रण के लिए बनाए गए क्वारेंटाईन फैसिलिटी और कोविड केयर सेंटरों में जलभराव की समस्या न हो। इसी प्रकार जिला चिकित्सालयों और अन्य चिकित्सा इकाईयों में भी पानी इकट्ठा न होने पाए। यहां जलभराव की समस्या को दूर करने के लिए पीआरडी के कार्मिकों/स्वयंसेवकों को तैनात किया जा सकता है। जिन स्थानों पर भी पानी की निकासी अवरूद्ध रहती है, वहां समस्या का निराकरण समय से कर लिया जाए। जनजागरूकता व जनसहभागिता के लिए आई०ई०सी० संसाधनों का समुचित व समयान्तर्गत उपयोग हो। स्वास्थ्य विभाग के साथ अन्य विभागों जैसे नगर निगम, शिक्षा विभाग, ग्राम्य एवं शहरी विकास, सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग, लोक निर्माण, जल संस्थान, जल निगम आदि में अंतर्विभागीय समन्वय किया जाए। सभी जिलाधिकारी, डेंगू की रोकथाम के लिए किए जा रहे कार्यों की नियमित रूप से समीक्षा भी करें।

*डेंगू की रोकथाम के लिए ब्लाॅकवार माइक्रो प्लान*

डेंगू रोग पर रोकथाम और नियंत्रण के लिए ब्लाक वार, माइका्रे प्लान बनाकर कार्यवाही की जाए। जनपदों के चिकित्सालयों (जिला/बेस व मेडिकल कालेज) में भारत सरकार की गाईडलाइन के अनुसार आवश्यक कार्यवाही जैसे पृथक डेंगू आईसोलेशन वार्ड तैयार कर मच्छरदानी युक्त पर्याप्त बेड की उपलब्धता, स्टेंडर्ड केस मेनेजमेंट आदि सुनिश्चित किया जाए और डेंगू आइसोलेशन वार्ड के लिए नोडल अधिकारी नामित किया जाए।

*प्लेटलेट्स की उपलब्धता सुनिश्चित हो*

डेंगू पीड़ित गंभीर रोगियों के लिए प्लेटलेट्स की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। डेंगू जांच केन्द्रों में समय से आवश्यक सामग्री जैसे एलिसा जांच किट व अन्य जांच सामग्री की उपलब्धता अवश्य हो। डेंगू रोगियों की शुरूआती चरण में पहचान के लिए फीवर सर्वे किये जाए, लक्षणों के आधार पर डेंगू रोग की संदिग्धता होने पर जांच की जाये। डेंगू रोगी पाये जाने की स्थिति में रोगी के घर के आस-पास लगभग 50 घरों की परिधि में आवश्यक रूप से स्पेस/फोकल स्प्रे कराने के साथ-साथ जनपदीय आर0आर0टी0 द्वारा क्षेत्र में सघन फीवर सर्विलेन्स एवं लार्वा निरोधात्मक कार्यवाहियां (सोर्स रिडक्शन) कराई जाएं। स्वास्थ्य विभाग व आई0एम0ए0 प्रतिनिधियों/निजी चिकित्सालयों/पैथोलॉजी लैबों के मध्य समन्वय बैठक की जाये ताकि आमजन में डेंगू रोग के प्रति व्याप्त भ्रान्ति/भय को दूर किया जा सके। किसी भी प्रकार की आकस्मिक/आपातकालीन आवश्यकता के दृष्टिगत जनपद स्तर पर जिला कार्ययोजना में भी डेंगू के लिए अतिरिक्त बजट का प्रावधान किया जाये।

*डेंगू के लिए हेल्पलाईन 104*

आमजन को डेंगू सम्बन्धी जागरूकता और समुचित जानकारी प्रदान करने के लिये राज्य मुख्यालय पर इंटीग्रेटेड हेल्पलाईन क्रियाशील है जिसका टोल फ्री नं 104 है। इसी प्रकार जनपद स्तर पर डेंगू के संक्रमण काल (माह जून से नवम्बर तक) के दौरान कन्ट्रोल रूम स्थापित कर उक्त दूरभाष न० से राज्य एन०वी०बी०डी०सी०पी0 यूनिट को अवगत कराया जाए।

*नगर क्षेत्रों में पार्षदों के सहयोग से हो साफ-सफाई*

सचिव श्री अमित सिंह नेगी ने सभी नगर निगमों के नगर आयुक्तों और नगर पालिका परिषद व नगर पंचायतों के अधिशासी अधिकारियों को नगर क्षेत्रों में जन सहयोग से डेंगू की रोकथाम के लिए प्रभावी कदम उठाने के निर्देश दिए हैं। नगर निगमों द्वारा स्वच्छता अभियान चलाया जाये ताकि डेंगू रोग के मच्छरों को पनपने से रोका जा सके। समस्त पार्षदों के सहयोग से लोगों को जागरूक किया जाए और साफ-सफाई की माॅनिटरिंग की जाए। निगम और नगर पंचायतों में ऐसे क्षेत्रों को चिन्हित किया जाए जहां मच्छर पनपने का खतरा बना रहता है। शहरी क्षेत्रों के साथ-साथ परिसीमांत उप नगरीय क्षेत्रों में डेंगू निरोधात्मक गतिविधियों जैसे सोर्स रिडक्शन (डेंगू मच्छर के पैदा होने के स्थान को नष्ट करना), फागिंग आदि कार्य सुनिश्चित किए जाएं। 

*आनलाईन कक्षाओं में डेंगू से बचाव की जानकारी दी जाए*

सचिव श्री नेगी ने शिक्षा विभाग से भी अपेक्षा की है कि विद्यार्थियों को आॅनलाईन कक्षाओं के माध्यम से डेंगू रोग से बचाव के लिए जागरूक किया जाए। अभिभावकों को भी जागरूक किया जाए। सभी विभागाध्यक्षों को भी निर्देशित किया गया है कि राजकीय कार्यालयों में नियमित रूप से परिसर में साफ सफाई की जाए। पानी की टंकियों को ढक कर रखा जाए। परिसर में कहीं भी जलभराव की समस्या न हो।       

जनपद चमोली।
            जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया के निर्देशो पर सभी संदिग्ध व्यक्तियो के सैंपल टेस्ट के लिए भेजे जा रहे गुरूवार को 65 संदिग्ध व्यक्तियों के सैंपल टेस्ट के लिए भेजे गये हैं। अब तक कुल 2469 सैपल टेस्ट के लिए भेजे गये जिनमे से 1942 की रिपोर्ट नेगेटिव व 67 की रिपोर्ट पाॅजिटिव आई है। जबकि 385 सैंपल की रिर्पोट आनी बाकी है। 
             कोविड संक्रमण से बचाव के दृष्टिगत बाहरी प्रदेशों से आए 292 प्रवासी अभी फेसलिटी क्वारेन्टाइन में चल रहे है। जिला प्रशासन ने इन प्रवासियों को गौचर, कर्णप्रयाग, मंडल, गैरसैण, ग्वालदम, भराडीसैंण, पीपलकोटी इत्यादि स्थानों पर फेसलिटी क्वारंन्टाइन किया है। मेडिकल टीम फेसलिटी क्वारंन्टीन में ठहराए गए लोगों की रेग्यूलर जाॅच कर रही है। 
इसके अलावा 6852 प्रवासी अभी होम क्वारंन्टीन में चल रहे है। होम क्वारंन्टीन लोगों के स्वास्थ्य परीक्षण के लिए गठित 23 मोबाइल चिकित्सा टीमों ने बुधवार को 36 गांवों में घर-घर जाकर 274 क्वारेंटीन व्यक्तियों की स्वास्थ्य जाॅच की। जिले के विभिन्न क्षेत्रों से कोरोना संक्रमण की जानकारी जुटाने के लिए 18 ब्लाक एवं सिटी रिसपोंस टीम निरंतर कार्य कर रही है।
जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया सभी प्रवासियों को क्वारेंटाइन नियमों का पूरी तरह से पालन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए है। वही शासकीय कार्मिकों के माध्यम से क्वारेंटीन लोगों पर निरतंर निगरानी रखते हुए नियमों का उल्लंघन करने वाले व्यक्तियों के विरूद्व सख्त कार्यवाही भी की जा रही है।
जिले में लाॅकडाउन का उल्लंघन करने पर डीएम एक्ट के तहत 35 ए फआईआर, महामारी अधिनियम के तहत 4, सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने पर 02, सीआरपीसी-151 के तहत 65, डीएम एक्ट के तहत गिरफ्तारियां 60, महामारी अधिनियम के तहत गिरफ्तरियां 8, सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने पर गिरफ्तारियां 1, पुलिस एक्ट के तहत 1122 लोगों के खिलाफ मामले दर्ज किए जा चुके है। इसके आलावा 1375 चालान और 89 वाहनों को सीज किया गया है।
       जिले में आवश्यक सेवाओं के तहत खाद्यन्न की आपूर्ति सुचारू बनी हुई है। स्टाॅक में गेहूं 7153.10 कुन्तल, चावल 12590.86 कुन्तल, मसूर दाल 375.20 कुन्तल, चना दाल 203.38 कुन्तल, चीनी 88.41 कुन्तल, पीएम गरीब कल्याण चावल 620.64 कुन्तल व दाल 332.72 कुन्तल तथा घरेलू गैस के 3447 गैस सिलेण्डर अवशेष है।