बद्रीनाथ धाम में देव पूजा की शुरू, मानव पूजा के लिए कपाट बंद

 

हरीश मैखुरी

पारम्परिक विधि विधान एंव मंत्रोच्चारण के साथ भगवान श्री बद्रीनाथ जी के कपाट शीतकाल के लिए हुए बन्द। 

17 नवम्बर को सांय 05:13 बजे, पारम्परिक विधि-विधान एंव मंत्रोच्चाण के साथ भगवान श्री बद्रीनाथ धाम के कपाट शीतकाल के लिए बन्द किये गये, इस वर्ष भगवान श्री बद्रीनाथ जी की यात्रा कई मायनों में अभूतपूर्व रही।
इस वर्ष श्री बद्रीनाथ जी के कपाट 10/05/2019 को प्रातः 04:15 बजे श्रद्धालुओं हेतु खोले गये थे। मोहन प्रसाद थपलियाल अध्यक्ष बद्रीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति के अनुसार प्रधानमंत्री भारत सरकार श्री नरेन्द्र मोदी, राज्यपाल उत्तराखंड सरकार श्रीमती बेबी रानी मौर्य, श्री रमेश पोखरियाल निशंक मानव संसाधन एवं विकास मंत्री भारत सरकार, श्रीमती उमा भारती केंद्रीय मंत्री भारत सरकार, श्री मुकेश अंबानी चेयरमैन रिलाइंस कंपनी, श्री विपिन रावत थलसेना प्रमुख, श्री तीरथ सिंह रावत माननीय सांसद गढ़वाल, स्वामी रामदेव के साथ-साथ लगभग 112 अन्य VVIP/VIP तथा रिकॉर्ड संख्या (12लाख 30 हजार से अधिक) श्रद्धालुओं द्वारा भगवान श्री बद्रीनाथ जी के दर्शन किये गये।
पुलिस प्रशासन द्वारा श्रद्धालुओं एवं पर्यटकों की सुरक्षित एवं निर्विघ्न यात्रा हेतु सभी प्रकार की सुरक्षा व्यवस्था के कड़े इंतजाम किये गए थे, तथा श्रद्धालुओं/यात्रियों की सहायता एवं मार्गदर्शन हेतु यात्रा मार्ग पर जगह जगह पर्यटन पुलिस के जवानों की तैनाती की गई थी। बदरी-केदार मंदिर समिति के  पं भुवन उनियाल – धर्माधिकारी बद्रीनाथ के अनुसार अगले वर्ष और अधिक श्रद्धालु आयेंगे इसकी तैयारी अभी से जुटेंगे। श्रद्धालुओं एवं पर्यटकों के अलावा स्थानीय निवासियों की हर संभव सहायता हेतु चमोली पुलिस द्वारा प्रतिबद्ध होकर अपनी ड्यूटी का निर्वहन किया गया एवं सेकड़ो श्रद्धालुओं की मानवीय दृष्टिकोण के आधार पर सहायता कर उन्हें सकुशल अपने गंतव्य तक पहुँचाया गया।

बद्रीनाथ मंदिर के पूर्व धर्माधिकारी  श्री जगदंबा प्रसाद सती के अनुसार  इस धरा धाम पर बद्रीनाथ जैसा सुंदर  और  पाप मोचक कोई भी धाम नहीं है और ना विष्णुपदी गंगा जैसी सुंदर  इस धरती पर कोई नदी है। इस वर्ष यात्रा पर आए लगभग 18 यात्रियों के खोये हुए फ़ोन पुलिस कर्मियों द्वारा सकुशल लौटाए गये एवं लगभग 10 गुमशुदा यात्रियों को जिसमे से 05 नाबालिक थे को सकुशल रेस्क्यू कर उनके परिजनों से मिलवाया गया इसके अलावा पुलिस कर्मियों द्वारा लगभग 15 यात्रियों के खोए हुए पैसे भी ढूंढ कर लौटाए गये, पुलिस अधीक्षक महोदय द्वारा भी समय समय पर अच्छे कार्य करने वाले पुलिस कर्मियों को सम्मानित कर पुलिस कर्मियों का उत्साहवर्धन किया गया, यात्रियों द्वारा भी जनपद पुलिस के कार्यों की सराहना की गयी।
पुलिस अधीक्षक चमोली श्री यशवंत सिंह चौहान के अनुसार आने वाले नव वर्ष में भी इसी प्रकार श्रद्धालुओं एवं पर्यटकों का आगमन जनपद चमोली में होता रहेगा। उनके अनुसार सुरक्षित, सुव्यवस्थित एवं निर्विघ्न यात्रा हेतु जनपद चमोली पुलिस प्रतिबद्ध है। बद्रीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति के मुख्य कार्य अधिकारी श्री बीडी सिंह ने सभी कर्मचारियों पुलिस अधिकारियों जिला प्रशासन और श्रद्धालुओं का निर्विघ्नं यात्रा संपन्न करने के लिए आभार व्यक्त किया