दून में अवैध निर्माण  पर चला डोजर

देहरादून के घंटाघर से आईएसबीटी तक चिन्हित अतिक्रमण को हटाने के लिए जिला प्रशासन की टीम ने भारी पुलिस बल के साथ सुबह 7 बजे से अभियान शुरू कर दिया है। छह टीमें एक साथ अलग व अलग क्षेत्रों में अतिक्रमण हटाने का कार्य कर रही है। छिटपुट विरोध बीच अभियान शांतिपूर्वक चल रहा है। लोगों में मिलजुली प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है। साढ़े छह किमी लंबे आइएसबीटी से घंटाघर मार्ग तक हर जगह अतिक्रमण पसरा हुआ है। व्यापारियों ने दुकानों को सड़क तक बढ़ा दिया है। साथ ही, ठेली और फड़ वालों ने सड़क पर अतिक्रमण कर रखा है। इस रोड पर यातायात को सुगम बनाने के लिए कैबिनेट मंत्री मदन कौशिक ने कमान संभाली है। प्रशासन की तरफ से अतिक्रमणकारियों को लगातार मोहलत दी जाती रही। इससे प्रशासन के साथ शहरी विकास मंत्री की मंशा पर भी सवाल उठने लगे थे।

अतिक्रमण हटाओ अभियान की सबसे पहले घंटाघर के पास दर्शन लाल चैक पहुंची। यहां आरके स्टुडियों के बाहर छज्जे, सीढ़ियां व उसके सामने के अवैध निर्माण को गिराना शुरू किया। अतिक्रमण हटाने के लिए जीसीबी के साथ ही मजदूरों को भी साथ रखा गया है। कई जगहों पर बिजली के पोल व तारें जीसीबी के प्रयोग करने में बाधिक बन रहे हैं। जिला प्रशासन की टीम पूरी तैयारी के साथ अतिक्रमण हटाने निकली है। कई जगहों पर ड्रिल मशीन का इस्तेमाल किया जा रहा है। इसके लिए एक ट्रक में जनेरेटर रखा गया है जिससे ड्रिल मशीन को चलाया जा रहा है। अतिक्रमण हटाये जाने पर व्यापारियों का छिटपुट विरोध भी हो रहा है। लेकिन इस ओर अधिकारी कोई ध्यान नहीं दे रहे हैं। घटनास्थलों पर विरोध करने के अलावा तमाशबीन भी खूब जुट रहे हैं। इससे विरोध करने वालों का ज्यादा विरोध करने का साहस नहीं हो पा रहा है। इस अतिक्रमण हटाओ महाअभियान से नेताओ ने पूरी तरह दूरी बनाई हुई।