84 वर्ष की आयु में पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी का निधन : मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत सहित अनेक नेताओं ने दी श्रध्दांजलि

पूर्व राष्ट्रपति भारत रत्न प्रणब मुखर्जी का दिल्ली आरआर अस्पताल में निधन हो गया है, यह जानकारी उनके बेटे अभिजीत मुखर्जी ने ट्वीट कर दी। सोमवार शाम को 84 साल की उम्र में प्रणब मुखर्जी ने अंतिम सांस ली। वो पिछले कई दिनों से बीमार थे और अस्पताल में भर्ती थे. बीते दिनों प्रणब मुखर्जी कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे, उनकी सर्जरी भी हुई थी। पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी 35 वर्षों तक भारतीय संसद की शोभा रहे, 5 बार राज्यसभा से और 2 बार लोकसभा मेंबर रहे। भारतीय राजनीति में एक कद्दावर नेता रहे। उनके भाषण सदैव राष्ट्र को समर्पित रहते और उन्होंने सदैव गंभीर राजनीति की। उनका जन्म 11 दिसम्बर 1935 को पश्चिम बंगाल में हुआ था। वे अपने दम के नेता थे और परिस्थितियों से जूझना जानते थे इसलिए वे प्रधानमंत्री बनते बनते रह गये। लेकिन उनकी छवि इतनी बेदाग और बेबाक थी कि जनदबाव के चलते वे भारत के राष्ट्रपति बने। वे पक्ष विपक्ष का कभी अंतर नहीं करते थे इसलिये वे पार्टी के विरोध के बावज़ूद राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के एक कार्यक्रम में भी मुख्य वक्ता के रूप में देखे गये। 

भारत के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने गहरा दुख व्यक्त करते हुए उन्हें भावभीनी श्रध्दांजलि दी। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि एक वे हमारे लिए अभिभावक की तरह थे। गृहमंत्री अमित शाह, शिक्षा मंत्री डॉ रमेश पोखरियाल निशंक ने भी उनके देहावसान पर गहन संवेदना प्रकट करते हुए श्रध्दांजलि दी। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने भारत रत्न पूर्व राष्ट्रपति श्री प्रणब मुखर्जी के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। उन्होंने दिवंगत आत्मा की शान्ति तथा शोक संतप्त परिजनों को धैर्य प्रदान करने की ईश्वर से कामना की है। उन्होंने कहा कि स्वर्गीय प्रणब मुखर्जी बहुआयामी व्यक्तित्व के धनी थे। राजनीति, वित्त, विधि आदि क्षेत्रों के वे विशेषज्ञ थे। अपने लम्बे सार्वजनिक व राजनीतिक जीवन में उन्होंने गहरी छाप छोड़ी है। वे कुशल प्रशासक और भारतीय राजनीति के शिखर पुरुष थे। स्वर्गीय मुखर्जी जी का देवभूमि उत्तराखंड के प्रति गहरा लगाव था। जब वे राष्ट्रपति थे तो उन्होंने उत्तराखण्ड विधानसभा को सम्बोधित किया था। विधानसभा अध्यक्ष श्री प्रेमचंद अग्रवाल, पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज, उच्च शिक्षा मंत्री डॉ धन सिंह रावत, वनमंत्री डााॅ हरकसिंह रावत, कृषि मंत्री सुबोध उनियाल, कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य, शिक्षा मंत्री अरबिन्द पांडे, बद्रीनाथ के विधायक महेंद्र भट्ट, कर्णप्रयाग के विधायक सुरेंद्र सिंह नेगी, थराली की विधायक मुन्नी देवी शाह, पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत पूर्व विधानसभा उपाध्यक्ष अनुसूया प्रसाद मैखुरी तथा बद्रीनाथ के पूर्व विधायक और उत्तराखंड के कैबिनेट मंत्री रहे राजेंद्र सिंह भंडारी ने भी पूर्व राष्ट्रपति को भावभीनी श्रद्धांजलि दी। breakinguttarakhand.com की ओर से भी पूर्व राष्ट्रपति मुखर्जी को भावभीनी श्रद्धांजलि–💐🙏 हरीश मैखुरी