टकटकी लगाए मां को निहारती हुई दुनियां को अलविदा कह गई जांबाज महिला दरोगा

हरीश मैखुरी

हल्द्वानी – विगत दिनों ड्यूटी के दौरान सड़क दुर्घटना मे घायल  पुलिस विभाग की SI माया बिष्ट मौत से जिंदगी की जंग हार गयी। दीपावली के दिन पुलिस महकमे से बहुत दुखद खबर, बोलेरो दुर्घटना में घायल हुई महिला दरोगा माया बिष्ट की उपचार के दौरान मृत्यु हो गयी। राज्यपाल की सुरक्षा व्यवस्था में लगे वाहन हादसे में दिवंगत हुए नंदन सिंह बिष्ट, ललित और अब एस.आई.माया बिष्ट की मौत से सरकारी कार्यप्रणाली पर भी अनेक सवालिया निशान लगे हैं। 

लालकुआं कोतवाली में तैनात महिला दरोगा श्रीमती माया बिष्ट की मौत, चार दिन पूर्व नैनीताल में बोलेरो दुर्घटना में घायल हुई थी, उसके साथ के दो पुलिस कर्मियों की पहले ही मौत हो गयी थी, अपने अंतिम समय में वह टकटकी लगाए अपनी मां को निहारती रही और दुनिया को अलविदा कह गई। इस कारण न केवल माया बिष्ट के परिवार की दिवाली  सुनी हो गई  बल्कि  पुलिस महकमे में भी  मातम पसर गया। जांबाज दरोगा को अश्रुपूरित श्रद्धांजलि। भगवान आपको अपने श्रीचरणों मे स्थान दे और शोकाकुल परिवार को हिम्मत प्रदान करे।

इस हादसे पर दुख जताते हुए पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने लिखा “चार दिन कृष्णा हाॅस्पिटल, हल्द्वानी में जिन्दगी की जंग लड़ते हुये, माया बिष्ट अनन्तोगत्वा जिन्दगी की लड़ाई हार गई। उत्तराखण्ड ने एक बहादुर, कर्तव्यनिष्ठ, साहसी महिला पुलिस अधिकारी को खो दिया। माननीय राज्यपाल महोदया की फ्लिट की अगवानी करते हुये, कार के दुर्घटनाग्रस्त होने में घायल हुई थी माया बिष्ट, दो सिपाही तत्काल काल कलवित हो गये थे। काश माया बिष्ट को एयर लिफ्ट कर एम्स दिल्ली में भेजा जा सकता, शायद उन्हें बचाया जा सकता था। सारा उत्तराखण्ड भावपूर्ण तरीके से अपनी कर्तव्यनिष्ठ, बहादुर पुलिस अधिकारी को श्रद्धांजलि अर्पित कर रहा है, हम सबकी संवेदनाऐं माया बिष्ट के परिवार के साथ हैं, उनके उस बड़े परिवार के साथ भी हैं, जो पुलिस परिवार है, उन्होंने भी अपने कर्तव्यनिष्ठ, बहादुर साथी को खोया है। भगवान माया बिष्ट की आत्मा को शांति प्रदान करेंं”। 

वहीं इस हादसे पर उतराखंड के वर्तमान मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने भी गहरा दुख प्रकट किया। जबकि उत्तराखंड की राज्यपाल महामहिम बेबी रानी मौर्या ने सभी तीनों मृतकों के परिवारों को एक एक लाख रू की सहायता प्रदान करते हुए अपनी संवेदना प्रकट की। उत्तराखंड के डीजी ला एण्ड आर्डर अशोक कुमार ने कहा कि पुलिस महकमा भी इन शहीदों के लिए अपने स्तर पर चंदा पैंशन और आश्रितों को विभाग में सेवा अवसर हेतु कार्यवाही के प्रयास कर रहा है।