गीता दुनियां के लिए सबसे उपयुक्त मार्गदर्शक ग्रंथ – प्रेम चन्द्र अग्रवाल

गीता जयंती विशेष

ऋषिकेश 30, नवम्बर, संस्कृत भारती एवं भारत भारती सेवा संस्थान के तत्वाधान में श्री हरिशचंद्र गुप्ता आदर्श कन्या इंटर कॉलेज, ऋषिकेश में आयोजित श्री गीता जयंती महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड विधानसभा अध्यक्ष श्री प्रेम चंद्र अग्रवाल द्वारा किया गया।

गीता जयंती के महत्व को बताते हुए विधान सभा अध्यक्ष ने कहा कि गीता दुनियां के लिए सबसे उपयुक्त मार्गदर्शक ग्रंथ है। कलयुग के प्रारंभ होने के 30 साल पहले मार्गशीर्ष शुक्ल एकादशी के दिन कुरुक्षेत्र के मैदान में श्रीकृष्ण ने अर्जुन को जो उपदेश दिया था वह श्रीमद्भगवद् गीता के नाम से प्रसिद्ध है। उन्होंने कहा कि गीता जयंती हमें उस पावन उपदेश की याद दिलाती है जो श्रीकृष्ण ने मोह में फंसे हुए अर्जुन को दिया था। गीता के उपदेश सिर्फ उपदेश नहीं बल्कि यह हमें जीवन जीने का तरीका सिखाते हैं।

विधान सभा अध्यक्ष ने कहा कि गीता मनुष्य का परिचय जीवन की वास्तविकता से कराकर बिना स्वार्थ कर्म करने के लिए प्रेरित करती है।उन्होंने कहा कि श्रीमद्भगवद् गीता हिंदुओं का पवित्र ग्रंथ है. यह विश्व का इकलौता ऐसा ग्रंथ है जिसकी जयंती मनाई जाती है। इस अवसर पर विधान सभा अध्यक्ष ने कार्यक्रम में मौजूद सभी लोंगो के साथ-साथ प्रदेशवासियों को भी गीता जयंती की बधाई दी है

इस अवसर पर पंडित योगेश्वर प्रसाद ध्यानी, पूनम रानी शर्मा प्रधानाचार्य, मंजू बडोला जी, अमृता अरोड़ा, नीलम गुप्ता, साधना गुप्ता, ममता गुप्ता, सविता रानी संध्या गुप्ता, डॉ दयाकृष्ण लेखक, संदीप भार्गव, बंशीधर पोखरियाल जी एवं अन्य लोग उपस्थित थे। (सुजीत थपलियाल)