भंडाफोड़ : देहरादून के नशा मुक्ति केंद्र से भागी लड़कियों ने बताया कि उनसे ड्रग्स के बदले सेक्स की मांग की जाती थी

राजधानी में मंगलवार  को  एक बड़ा भंंडाफोड़ हुआ, एक सनसनीखेज विषय का अनावरण किया गया जिसमें ड्रग्स की लत छुड़ाने के लिए उत्तराखंड  में चल रहे चल रहे कई निजी नशा मुक्ति केंद्र ( डी-एडिक्शन सेंटर ) में भयानक खेल का पता चल रहा है। 6 अगस्त गुरूवार को क्लेमेंटटाउन थाना क्षेत्र के वॉक एंड विन सोबर नाम के नशा मुक्ति केंद्र से चार युवतियां भाग गईं थीं। प्राप्त जानकारी के मुताबिक ज्ञात हो कि पीछले  दिनो  अगस्त  के पहले साप्ताह में नशा मुक्ति केंद्र से भागी हुई चारों लड़कियां खोजी गयी तो उनके सामने आंखें खोल देने वाला सच आया।सूत्रों के अनुसार नशा मुक्ति केंद्र से भागी लड़कियों ने बताया कि उन्हें ड्रग के बदले सेक्स की डिमांड पूरी करनी पड़ती थी, और जब कोई लड़की इनकार करती थी तो उसको तरह-तरह की यातनाएं सहनी पड़ती थी।  इस पूरे मामले का खुलासा करते हुए 20 साल की पीड़ित लड़की की दास्तान रोंगटे खड़ी कर देने वाली है। यह उन चार लड़कियों में शामिल है जो चार दिन पहले देहरादून के इस नशा मुक्ति केंद्र से भाग गयी थी. पुलिस ने जब चारों लड़कियों को ढूंढ निकाला तो उनके सामने आंखें खोल देने वाला सच आया।बीते कुछ वर्षों में  देहरादून समेत प्रदेश के कई शहरों में युवा तेजी से ड्रग्स की लत के शिकार हुए हैं। इसके साथ ही ड्रग्स की लत छुड़ाने के लिए कई नशा मुक्ति केंद्र भी स्थापित किए गए हैं।. मामला सामने आने के बाद पुलिस ने सेंटर के मालिक को गिरफ्तार कर लिया है।

 सूत्र बताते है कि पहले भी कुछ नशा मुक्ति केंद्रों में कुव्यवस्था और मारपीट की खबरें मिलती रहती हैं। लेकिन हर बार उनको नजरंदाज किया जाता रहा है। जबकि सरकारी एजेंसियों के पास इसका कोई रिकॉर्ड नहीं है। वहीं सूत्र बताते हैं कि देहरादून में करीब 100 ऐसे नशा मुक्ति केंद्र चल रहे हैं, अभी तक इन केंद्रों को लेकर कोई सरकारी पॉलिसी नहीं है। आरोप है कि नशे की आदत छुड़ाने के लिए जो लड़कियां यहां भर्ती होती थीं, नशा मुक्ति केंद्र में भर्ती युवतियों को सेक्स के बदले  नशा/ड्रग्स परोसा जाता था। इस केंद्र का संचालक विद्यादत्त भी इन युवतियों को खोज रहा था। सूत्रों के अनुसर जैसे ही इनमें से एक लड़की को पुलिस ने खोज निकाला वह अपना फोन बंद कर भाग निकला। वहीं पूछताछ से पता चला कि इन युवतियों में से एक के साथ उसने दुष्कर्म किया और बाकी के साथ अश्लील छेड़छाड़ की गई है। वहीं दून पुलिस ने केंद्र की डायरेक्टर विभा को तो गिरफ्तार कर लिया था, जनकारी के अनुसार दून में नशा मुक्ति केंद्र में युवतियों से दुष्कर्म और छेड़खानी के आरोपी संचालक को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। वह ऋषिकेश के श्यामपुर में छिपा हुआ था। मुख्य अरोपी के गिरफ्तार होने के बाद सीओ सदर अनुज कुमार ने बताया कि विद्यादत की तलाश में उसके घर छिद्दरवाला, पौड़ी आदि में दबिश दी गई। इस बीच पता चला कि वह ऋषिकेश के पास श्यामपुर में छुपा हुआ है। जहां से सोमवार सुबह  उसे वहां से गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया जहां से उसे 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया।  उसकी गिरफ्तारी के बाद क़ड़ी पूछताछ में उसने पुलिस को सारा राज खोल दिया। सूत्रों के अनुसार विद्यादत्त शादीशुदा है, आरोपी को वर्ष 2017 में एक युवती को  भगाने के आरोप में टिहरी पुलिस ने पकड़ा था, इस प्रकरण में भी वह महीनों जेल में रहा। 

     इस बारे में डीआईजी नीलेश आनंद भरणे ने बताया कि देहरादून के नशा मुक्ति केंद्र में जिस तरह से ड्रग्स देकर नाबालिग लड़कियों के साथ बलात्कार करने का मामला सामने आया है, वह बहुत संवेदनशील है, इसी को देखते हुए जनपद स्तर पर संचालित होने वाले स्पेशल टास्ट फोर्स के अधीन काम करने वाली एंटी ड्रग्स टास्क फोर्स को नशा मुक्ति केंद्र की गोपनीय व आकस्मिक तरीके से छापेमारी की कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं, इसके पता चल पाएगा की नशा मुक्ति केंद्रों ने ड्रग्स कहां से सप्लाई हो रही है।