चार और हेली कंपनियों पर सरकार मेहरबान

रुद्रप्रयाग। नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने केदारनाथ के लिए चार और हेली कंपनियों को उड़ान शुरू करने की अनुमति दे दी। सोमवार को पांच कंपनियों ने अपनी उड़ानें प्रारंभ कर दी थीं। अब तक कुल नौ कंपनियों उड़ान शुरू कर चुकी हैं। पांच और कंपनियों कोजल्द अनुमति मिलने की उम्मीद है।

केदारनाथ के लिए हेलीकॉप्टर के जरिये दर्शनों के लिए आने वाले यात्रियों की संख्या खासी है। पिछले साल कुल तीन लाख नौ हजार यात्री केदारनाथ पहुंचे। इनमें से करीब एक लाख लोगों ने हेलीकॉप्टर सेवाओं का उपयोग किया।

इस बार तीन मई को केदारनाथ के कपाट खुलने के बावजूद हेली सेवाओं को लेकर असमंजस बना हुआ था। इस कारण यात्री हेलीकॉप्टर की बुकिंग कैंसिल कराने लगे। यद्यपि राज्य सरकार ने 14 हवाई कंपनियों को केदारनाथ के लिए उड़ान भरने की अनुमति दी, लेकिन मानकों को लेकर डीजीसीए की आपत्ति के कारण ग्रीन सिग्नल नहीं मिल पा रहा था।

हेली सेवाओं के सहायक नोडल अधिकारी सुरेन्द्र सिह पंवार ने बताया कि अब यूटिआर, ऐरा, पिनकल और सार कंपनियों के हेलीकॉप्टर भी उड़ान भरने लगे हैं। उन्होंने कहा कि अब केवल पांच और कंपनियां अनुमति की प्रतीक्षा कर रही हैं। उन्होंने उम्मीद जताई कि इन कंपनियों की उड़ानें भी जल्द शुरू हो जाएंगी।

विशेषज्ञों की राय में हेलीकाप्टरों की बेतहाशा उड़ान और शोर प्रदूषण से केदारनाथ वन्य जीव विहार के वन्य प्राणियों की जीवन चर्या पर बहुत विपरीत प्रभाव पड़ सकता है और उनकी संख्या में कमी आ सकती है इसलिए सरकार को यहां हेली सेवाओं का मोह त्यागकर रोपवे पर जोर देना चाहिए।