सब्जी के बढ़ते दामों ने गरीब परिवार के निकाले आंसू

प्रदेश में सब्जी के बढ़ते दामों ने में भी उपभोक्ताओं के आंसू निकालने शुरू कर दिए हैं। प्याज ही नहीं पिछले एक माह से विभिन्न प्रकार की सब्जियों के दामों में उछाल आया है। महंगाई के कारण मध्यमवर्गीय परिवारों की थाली से सब्जी गायब हो रही है तो गरीब परिवार उसकी पहुंच से दूर हो रहे हैं। पिछले कुछ दिनों में ही चम्पावत बाजार में सब्जियों के दामों में 10 रुपये से 20 रुपये तक का उछाल आया है।

उपभोक्ताओं को सबसे अधिक प्याज ने रुलाया है। पिछले एक माह में दो बार प्याज के दाम बढे हैं। चम्पावत बाजार में प्याज 60-70, भिंडी 60, टमाटर 60, शिमला मिर्च 50-60 रुपया किलो तक पहुंच गया है। यहां सब्जियों का रेट अलग-अलग दुकानों में अलग-अलग है, लेकिन हर जगह महंगाई मार रही है। थोक विक्रेता मैदानी क्षेत्रों से आलू का बोरा 800 रुपये, टमाटर कैरेट 1100 रुपये, प्याज 1100 रुपये प्रति बोरा के हिसाब से खरीद रहे हैं। मेन मार्केट में सब्जी की दुकान चला रहे हिमांशु का कहना है कि महंगी होने से इस बार सब्जी की बिक्री में गिरावट शुरु हो गई है।

शांत बाजार में सब्जी की दुकान कर रहे ललित मोहन घस्यारा ने बताया कि मंडियों से ही प्याज 55 के रेट से आ रहा है, ट्रान्सपोर्ट की लागत लगाकर इस भाव में बेचना उनकी मजबूरी हो गई है। गोरलचैड़ सड़क की गली में दुकान चला रहे तुलसी दत्त पॉलीवाल का कहना है कि इस माह शिमला मिर्च में लगभग 20 रुपये की बढ़ोतरी हो गई है। लेकिन गोभी के रेट घटे हैं।