हरीश रावत का ककड़ी पार्टी से सियासी सफर

हरीश मैखुरी

पहाड़ी भोजन और पहाड़ी किसानों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत काफल पार्टी और प्रदेश के किसानों को बढ़ावा देने के लिए आम पन्ना पार्टी देते रहे हैं। इस बार भी उन्होंने पहले गढ़वाल मंडल के देहरादून में ककड़ी पार्टी के बाद कुमाऊं में हल्द्वानी के कल्प बैंकट हाॅल, पीलीकोठी चौराहा, में “ककड़ी-रायता, मशरूम, गेठी, कचरी व अमरूद का स्वाद-आप सबके साथ” कार्यक्रम आयोजित कर उसकी की फोटोज भी शोशल मीडिया पर साझा की। उन्होंने लिखा है “पार्टी में हमारे सभी साथियों व बहनों ने पहाड़ी व्यंजनों का स्वाद चखा और हमारी महिला स्वयं सहायता समूह की बहनों ने चटनी प्रतियोगिता में बढ़-चढ़कर भाग लिया। इस आयोजन में चटनी प्रतियोगिता में भाग लेने वाली महिलाओं को प्रथम, द्वितीय व तृतीय पुरस्कार भी दिया गया”

इस पार्टी में भारी संख्या में कुमाऊं मंडल के दिग्गज नेता शामिल हुए जिसमें मुख्य रूप से पूर्व विधानसभा अध्यक्ष गोविंद सिंह कुंजवाल पूर्व काबीना मंत्री श्रीमती इंदिरा हृदयेश पूर्व मंत्री श्री दुर्गा पाल सहित बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधियों पार्टी के धुरंधर नेताओं स्थानीय जनप्रतिनिधियों और महिलाओं ने प्रतिभाग किया। इस आयोजन में भारी संख्या में मीडियाकर्मी भी शरीक हुए इस गैर राजनीतिक पार्टी के बड़े सियासी मायने निकाले जा रहे। हैं समझा जा रहा है कि हरीश रावत इन पार्टियों से जहां उत्तराखंड के किसानों को बढ़ावा देने की मुहिम को निरंतर आगे बढ़ा रहे हैं, वहीं 2022 के लिए भी राजनीतिक गोल्स सेट कर रहे हैं। उम्र व स्वास्थ्य के बावजूद हरीश रावत निरंतर सक्रिय हैं, तरोताजा है और पार्टी में जान फूंकने का काम कर रहे हैं। इस बात को कहने में कोई गुरेज नहीं है कि इस समय कांग्रेस पार्टी के अंतर्गत अंदर हरीश रावत सर्वमान्य नेता के रूप में उभरे हैं, और यदि 2022 के चुनाव में कांग्रेस को बहुमत मिला तो पार्टी की ओर से हरीश रावत का पुनः मुख्यमंत्री बनना तय समझा जा रहा है।