उत्तराखंड में कोरोना महामारी के लिए हाई-प्रोफाइल दानदाताओं ने खोला खजाना

 डॉ हरीश मैखुरी 
मुख्यमंत्री श्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कोरोना वायरस के दृष्टिगत अपने 5 माह का वेतन मुख्यमंत्री राहत कोष में देने का निर्णय लिया है। 
मुख्यमंत्री की पत्नी श्रीमती सुनीता रावत ने कोरोना वायरस के दृष्टिगत 1 लाख रुपए का चेक, मुख्यमंत्री की बेटी कृति रावत ने 50,000  एवं श्रृजा  ने 2000 रुपए का चेक मुख्यमंत्री राहत कोष के लिए दिए हैं। द इंडियन एकेडमी सीनियर सेकेंडरी स्कूल की ओर से कोविड-19 के दृष्टिगत मुख्यमंत्री राहत कोष हेतु दो लाख का चेक दिया है, यह चेक स्कूल के डायरेक्टर *श्री मुनेंद्र खण्डूङी* ने दिया। डीजी स्वास्थ्य डॉ अमिता उप्रेती ने 50,000 रुपए का चेक एवं उनके पति डॉ ललित मोहन उप्रेती ने भी 50,000 रुपए का चेक कोविड-19 के दृष्टिगत मुख्यमंत्री राहत कोष के लिए दिए। मुख्यमंत्री के ओएसडी श्री जे.सी खुल्बे ने 5,000 रुपए का चेक, वरिष्ठ प्रमुख निजी सचिव श्री के.के मदान ने 11000 रुपए का चेक एवं वरिष्ठ निजी सचिव श्री हेमचंद्र भट्ट ने 5,100 रुपए का चेक मुख्यमंत्री राहत कोष में दिए हैं। वहीं *उत्तराखंड से राज्यसभा सांसद और भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय मीडिया प्रमुख श्री अनिल बलूनी ने अपनी सांसद निधि से एक करोड़ रुपये की राशि और अपने एक माह का वेतन प्रधानमंत्री राहत कोष हेतु प्रदान किया है।  उन्होंने कहा कि  इस राशि का उपयोग उत्तराखंड प्रदेश में कोविड-19 (कोरोना ) से राहत के कार्यों में खर्च होगा।*118,300 लाभार्थियों तक पहुंची है।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष 
वंशीधर भगत ने बताया कि 28 मार्च से शुरु किए गए अभियान के दौरान मंगलवार तक 84,385 भोजन पैकेट, 12,540 खाद्यान्न व अन्य सामग्री के पैकेट जरूरतमंदों तक पहुंचाए गए हैं। इसके अलावा विभिन्न स्थानों पर मोदी रसोई भी संचालित की जा रही है।
केंद्रीय नेतृत्व के आह्वान पर प्रदेश भाजपा द्वारा गरीब, असहाय व बुजुर्गों तक खाद्यान्न व अन्य आवश्यक वस्तुओं को पहुंचाने के लिए व्यापक स्तर पर कार्य किए जा रहे हैं 
                    *सांसद बलूनी ने 1करोड़ की राशि दान की। उन्होंने कहा कि संपूर्ण देश जागरूक होकर कोरोना से लड़ रहा है। लोग इस बीमारी से बचने की एकमात्र उपाय सोशल डिस्टेंसिंग व अपने घर में ही रह कर अपना योगदान दे रहे हैं। माननीय प्रधानमंत्री जी द्वारा देश से की गई अपील का व्यापक प्रभाव देखने को मिला है। इसी एकजुटता से हम देश को इस महांसंकट से उबार लेंगे।*
   *यूजेवीएन लिमिटेड का रामगंगा जलविद्युत गृह कलागढ़ ने भी अनोखी पहल करते हुए विश्व व्यापी आपदा में लॉक डाउन के कारण कालागढ में जिन परिवारों को रोटी का संकट खड़ा हो गया,ऐसे समय है यूजेवीएन लिमिटेड के रामगंगा जलविधुत के अधिकारी-कर्मचारी संगठित होकर गरीब परिवारों को 5 किलो आटा, 5 किलो चावल, 2 किलो आलू, 1 किलो प्याज, 1 किलो सरसों का तेल, 1 किलो चना दाल, 1 किलो नमक 250ग्राम  सोयाबीन बडी, 100ग्राम हल्दी, 100ग्राम धनिया,100ग्राम लाल मिर्च, 1 डिटॉल साबुन आदि के पैकेज 50 घरों को वितरित किया गया। किसी को भी राहत सामग्री देते हुये फ़ोटो इत्यादि नहीं खींची, क्योंकि इस देश का मजदूर वर्ग भी स्वाभिमानी हैं उन्होंने कहा कि हम कालागढ में किसी को लाचार और भूख नहीं होने देंगे। 
  इसके साथ ही मानव संसाधन विकास मंत्री डॉ रमेश पोखरियाल ने 5 करोड़ रुपया। हंस फाउंडेशन ने भी दुखियों की मदद के लिए सरकार के साथ कंधे से कंधा मिलाने का आश्वासन दिया है। देहरादून में भी मुख्यमंत्री के औद्योगिक सलाहकार श्री के एस पंवार और गरीब की मुस्कान आदि अनेक संस्थाएं, प्रदेश का पुलिस महकमा, आईटीबीपी, आदि शासकीय एवं गैर सरकारी विभाग व स्वयं सेवी संस्थायें आगे आयी हैं। चमोली में भी वीरेंद्र असवाल ने 1लाख रू तथा जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया आदि ने भी दान दियाकोविड-19 के दृष्टिगत उत्तराखंड पूर्व सैनिक कल्याण निगम लिमिटेड ने मुख्यमंत्री राहत कोष हेतु 11 लाख रुपए का चेक दिया। यह चेक उपनल के एमडी ब्रिगेडियर रिटायर श्री पी पी एस पाहवा ने मुख्यमंत्री को सौंपा।
हेरिटेज स्कूल के चेयरमैन श्री अवधेश कुमार चौधरी ने अपने निजी खाते से 11 लाख एवं हेरिटेज स्कूल की ओर से 4 लाख रुपए का चेक मुख्यमंत्री राहत कोष हेतु मुख्यमंत्री श्री त्रिवेंद्र सिंह रावत को सौंपा।
दून सिख वेलफेयर सोसाइटी के संस्थापक अध्यक्ष श्री के.एस. चावला ने 1 लाख रुपए का चेक मुख्यमंत्री राहत कोष हेतु दिये। मुख्यमंत्री के मुख्य निजी सचिव श्री विक्रम सिंह चौहान ने भी 11 हजार रूपए का चेक मुख्यमंत्री राहत कोष के लिए दिए
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