तेजी से समाप्त हो रहे हैं हमालयी जल स्रोतः चण्डी प्रसाद भट्ट

संदीप आर्य

तेजी से समाप्त हो रहे हिमालयी जल स्रोतों पर पदम विभूषण व प्रर्यावरणविद् चण्डी प्रसाद भट्ट ने गहरी चिंता व्यक्त की। वे आज जल दिवस के अवसर पर गोपेश्वर के कुण्ड कालोनी वन चेतना केन्द्र पहुंचे, जहां पर उन्होने वृक्षारोपण करते हुये देश व प्रदेश के लोगो को संदेश देते हुये कहा कि जल संचय के लिय पेड लगाना बहुत जरुरी है पेड बारीश के पानी की मारक क्षमता को कम करते हैं। हम सबको जल संचय के लिए अधिक से अधिक वृक्षारोपण करना चाहिए। ताकि मानव जीवन सुरक्षित रह सके।

जल संचय, जल संरक्षण-सम्र्वद्धन के लिए 25 मई को ‘‘जल दिवस‘‘ जिले में धूमधाम से मनाया गया। जल दिवस पर जिला पंचायत सभागार में आयोजित मुख्य कार्यक्रम मेंपर्यटन, तीर्थाटन एवं जनपद के प्रभारी मंत्री सतपाल महाराज ने दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभांरभ किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता जिला पंचायत अध्यक्षा मुन्नी देवी शाह ने की। जल संचय जागरूकता अभियान के तहत कुण्ड स्थित वन चेतना केन्द्र में वृक्षारोपएण किया गया। वही जीजीआईसी के छात्र-छात्राओं ने जन जागरूकता रैली निकालकर जल संचय के प्रति लोगों को जागरूक किया।

जल दिवस का शुभांरभ करते हुए प्रभारी मंत्री ने कहा कि जलस्रोतों में हो रहे पानी की कमी एवं जनसंख्या वृद्वि को देखते हुए जल संचय, संरक्षण एवं संर्वद्वन जरूरी है। कहा कि सभी लोग पानी का अपव्यय रोककर, पानी की खपत में कमी करके, भूमिगत जल भण्डार को रिर्चाज करके तथा वर्षा जल को रोककर जल संचय एवं पर्यावरण संतुलन में बहुमूल्य योगदान कर सकते है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में पर्याप्त मात्रा में पानी है। पहाड़ों में पानी को रोककर जल संचय की आवश्यकता है। जल संरक्षण के लिए अधिक से अधिक चाल-खाल एवं तालाबों को बनाने की आवश्यकता है। उन्होंने वन विभाग तथा जल से जुड़े विभागों को इस योजना पर गम्भीरता से कार्य करने को कहा। कहा कि पानी की कमी से निरन्तर सूख रहे नौले धारों के कारण गांवों से पलायन हो रहा है। सूख रहे नौले-धारों का सुधारीकरण किया जाना चाहिए इसके लिए सभी की सहभागिता जरूरी है। प्रभारी मंत्री ने कहा कि जल संचय के लिए और अधिक से अधिक वृक्षारोपण करने तथा जंगलों के सम्र्वद्धन की आवश्यकता है। कहा कि हिमालय के ग्लेशियर व प्रदेश के जंगल शिव की जटाओं के समान है जो अपने में जल का आपार भण्डार समाये हुए है।

इससे पूर्व जिला मुख्यालय स्थित कुण्ड काॅलोनी के निकट वन चेतना केन्द्र में पद्म विभूषित एवं पर्यावरणविद् चण्डी प्रसाद भट्ट ने वृक्षारोपण किया। उन्होंने कहा कि जल संचय के लिए अधिक से अधिक वृक्षारोपण किया जाना आवश्यक है। इस अवसर पर जिलाधिकारी अशीष जोशी, मुख्य विकास अधिकारी विनोद गोस्वामी, डीएफओ एसपी सिंह सहित अन्य अधिकारियों व कर्मचारियों ने भी वृक्षारोपण किया।