मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत सहित माननीयों ने स्व प्रकाश पंत को याद किया, देहरादून के टाउन हॉल में उत्तराखंड राज्य आन्दोलनकारियों से स्व प्रकाश पंत ने किया था ये वादा

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने अपने मंत्रिमंडल के पूर्व सहयोगी स्व प्रकाश पंत जी को भावपूर्ण रूप से याद करते हुए कहा “मेरे साथी-सहयोगी रहे बेहद ही शांत, सौम्य और सरल स्वभाव के धनी उत्तराखंड के पूर्व कैबिनेट मंत्री स्व0 प्रकाश पंत जी ने प्रदेश के गठन और फिर उसे नई दिशा देने में अहम भूमिका निभाई। सबको साथ लेकर चलने की कुशलता, वित्तीय मामलों का बेहतर ज्ञान, विपक्ष के हर तीखे वार का मीठी मुस्कान से जवाब देना, उनके व्यक्तित्व की विशेषताएं थीं। आज उनकी जन्मजयंती के अवसर पर उन्हें कोटि-कोटि वंदन।”“आज उत्तराखंड के वरिष्ठ नेता स्व0 प्रकाश पन्त जी की 61 वीं जयंती है।बहुत याद आती है भाई जी आपकी।मेरा शत शत नमन।श्रद्धांजलि।

वर्तमान त्रिवेन्द्र सिंह रावत सरकार में काबीना मंत्री स्व प्रकाश पंत जी उत्तराखंड राज्य आन्दोलनकारियों के एक कार्यक्रम में देहरादून के टाउन हॉल में मुख्य अतिथि थे। तब उत्तराखंड राज्य आन्दोलनकारियों से स्व प्रकाश पंत ने एक वादा किया था। स्व. प्रकाश पंत जी ने उत्तराखंड आन्दोलनकारियों में विभेद करने वाले सभी प्रावधान समाप्त करने  बात की थी। और कहा था कि सभी राज्य आन्दोलनकारी एक ही उदेश्य के लिए लड़े हैं, और उत्तराखंड राज्य निर्माण के लिए के लिए बलिदान हुए हैं। इसलिए हमारी सरकार उनमें किसी तरह का कोई विभेद नहीं रखेगी। और सभी के लिए एक जैसी पेंशन आदि व्यवस्था लागू करेगी। राज्य आंदोलनकारियों को श्रेणियों में विभाजित करना न्यायोचित भी नहीं है। 
दुर्भाग्य से प्रकाश जी नहीं रहे और उन्हीं के साथ उनका यह वादा भी भुला दिया गया।

इसी 9 नवंबर को 21 वें राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री श्री त्रिवेंद्र सिंह रावत जी ने भी राज्य आन्दोलनकारी शहीदों को श्रद्धासुमन अर्पित किए। उत्तराखंड विधानसभा परिसर, देहरादून में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान विधानसभा अध्यक्ष श्री प्रेमचंद अग्रवाल ने उत्तराखंड आंदोलन के शहीदों के चित्रों पर माल्यार्पण कर अपने श्रद्धा सुमन अर्पित किए। कार्यक्रम के दौरान उत्तराखंड आंदोलन के शहीदों को उपस्थित महिला आंदोलनकारीयों एवं अन्य लोगों द्वारा अपनी भावभीनी श्रद्धांजलि भी अर्पित की गई। विधानसभा अध्यक्ष ने सभी को उत्तराखंड राज्य के विकास में महत्वपूर्ण योगदान देने के लिए संकल्प भी दिलवाया। इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष ने महिला आंदोलनकारियों को गैरसैण विधान सभा भवन का प्रतीक फोटो एवं गंगाजली भेंट कर सम्मानित किया। इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष ने उत्तराखंड आंदोलन में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाली महिला आंदोलनकारियों को सम्मानित भी किया। सम्मानित होने वाली राज्य महिला आंदोलनकारियों में श्यामा देवी, विमला ज़खमोला, मनोरमा बमराड़ा, मोहिनी नौटियाल, माया पवार, प्रभा बहुगुणा विजयलक्ष्मी गुसाई, सुंदरी देवी, कमला कंडारी, गुरदीप कौर, भूमा रावत, लक्ष्मी भंडारी, उषा भट्ट, भानुमति रावत, गोदाम्बरी देवी, रामी देवी, सोनी देवी, रामेश्वरी देवी एवं शकुंतला देवी मुख्य रूप से मौजूद थी। को सम्मानित भी किया गया।

 विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि 20 उत्तराखंड राज्य आंदोलन के निर्माण में महिलाओं का अहम योगदान रहा है। महिला आंदोलनकारियों के ही बलबूते आज उत्तराखंड राज्य का सपना साकार हुआ है।श्री अग्रवाल ने कहा कि यह आंदोलन ही था, जिसमें राज्य ने अपनी मातृ शक्ति की ताकत का अहसास किया और युवाओं के उत्साह को स्वीकार किया

इस अवसर पर विधायक एवं पूर्व विधानसभा अध्यक्ष हरबंस कपूर ने कहा कि उत्तराखंड हमेशा शहीदों का ऋणी रहेगा। राज्य आन्दोलन के शहीदों के प्रति हमारी सच्ची श्रद्धांजलि यही होगी कि हम उनकी आकांक्षाओं के अनुरूप राज्य बनाए। उन्हीं अधिकारों के सपनों को लेकर अलग उत्तराखंड राज्य के लिए संघर्ष किया गया था। अगर हम सभी ईमानदारी से कोशिश करें तो अवश्य ही एक ऐसा उत्तराखंड बनाने में सफल होंगे जहां सभी क्षेत्रों की बुनियादी जरूरतें पूरी होंगी, सभी को आगे बढ़ने के तमाम अवसर और साधन उपलब्ध भी होंगे। परन्तु आन्दोलनकारियों के लिए एक विधान करने की सुध किसी को नहीं आ रही है।

पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने प्रकाश पंत को याद करते हुए कहा कि “राज्य आंदोलनकारियों के संगठन ने आज स्व प्रकाश पंत का वादा याद दिलाया।आज मेरे मित्र, #उत्तराखंड के पूर्व कैबिनेट मंत्री एवं भाजपा के वरिष्ठ नेता स्व. श्री #प्रकाश_पंत जी की जयंती है। उनकी जयंती के अवसर पर मैं, उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित एवं कोटि-कोटि नमन करता हूं।Chandra Prakash Pant”