डाॅ अनुसूया प्रसाद मैखुरी के मासिक श्राद्ध में शामिल हुए पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत और कृषि मंत्री सुबोध उनियाल सहित सैकड़ों विभूतियां

सदैव मुस्कान लिए चेहरे पर वो जब गुजर गया तब पता चला कितनी गहराई थी इस समंदर में – – – – – – – हरीश मैखुरी         पूर्व विधायक और उत्तराखंड सरकार में विधानसभा उपाध्यक्ष रहे विकास पुरुष डॉ अनुसूया प्रसाद मैखुरी का मासिक श्राद्ध उनके देहरादून स्थित जोगीवाला आवास पर संपन्न हुआ। इस अवसर पर कर्णप्रयाग के प्रमुख व्यवसायी रहे श्री दिनेश चंद्र मैखुरी (DCM) जो अब पूर्ण रूप से गायत्री परिवार की सेवा में समर्पित हैं, ने पूर्व मुख्यमंत्री श्री हरीश रावत को गायत्री परिवार की पुस्तकें भेंट की। हरीश रावत और कृषि मंत्री सुबोध उनियाल सहित यहां पधारे सभी महानुभावों ने डाॅ अनुसूया प्रसाद मैखुरी को श्रध्दांजलि अर्पित की। जीवन *गणित* है सांसें *घटती* है अनुभव *जुड़ते* है अलग अलग *कोष्ठकों* में बंद हम बुनते रहते हैं *समीकरण* लगाते रहते हैं *गुणा-भाग* जबकि जीवन का बड़ा सत्य *शून्य का परमधाम है* श्राद्ध के अवसर पर प्रदेश के पूर्व मुख्य मंत्री हरीश रावत, वर्तमान कृषि मंत्री सुबोध उनियाल, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह, पूर्व विधायक डाॅ जीतराम, प्रदेश उपाध्यक्ष आर्यन शर्माा, प्रदेश महामंत्री नरेश जोशी प्रदेश महामंत्री हरिकिशन भट्ट, ओमप्रकाश सती बब्बन, ईश्वरी मैखुरी, चमोली जिला कांग्रेस अध्यक्ष वीरेंद्र रावत, ब्लॉक अध्यक्ष राजेंद्र सिंह सैगोई, चमोली जिला पंचायत उपाध्यक्ष लक्ष्मण सिंह रावत, जिला पंचायत सदस्य लक्ष्मण बिष्ट, पुरन सिंह नेगी, राजेन्द्र शाह, कमल सिंह रावत, नंदन बिष्ट, राकेश नेगी संदीप कुमार, सुरेश कुमार डिमरी, ओम प्रकाश सती आदि सहित सैकड़ों समाजिक कार्यकर्ता और भारी संख्या में इष्ट मित्र गण सम्मिलित हुए। पूर्व में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, विधानसभा अध्यक्ष श्री प्रेमचन्द अग्रवाल और पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने भी डाॅ अनुसूया प्रसाद मैखुरी के प्रति अपनी संवेदना प्रकट की। डॉ मैखुरी के पुत्र राजेश मैखुरी, नवीन मैखुरी और भांजे सुजीत थपलियाल और परिजनों ने संवेदना व्यक्त करने के लिए सभी का आभार व्यक्त किया।  बता दें कि जनता की सेवा करते करते डाॅ अनुसूया प्रसाद मैखुरी इस दुनियाँ को अलविदा कहा पूर्व विधायक अनुसुया प्रसाद मैखुरी, स्वास्थ्य में गिरावट आने के कारण 25 नवम्बर को मैक्स अस्पताल में भर्ती कराया गया था, वे कोरोना पॉजिटिव थे, कुछ दिन वे ठीक रहे, लेकिन ३७ वें दिन अचानक उनकी तबियत खराब होने लगी, और ४२ वें दिन ५ दिसम्बर २०२० को वे आखिरकार जिंदगी की जंग हार गये, उन्होंने पूर्वाह्न 11 बजे मैक्स अस्प्ताल में अंतिम सांस ली, ६ दिसंबर रविवार को पूर्वाह्न 11 बजे  हरिद्वार में उनका अंतिम संस्कार हुआ। डाक्टर अनुसूया प्रसाद मैखुरी के निधन के बाद से पूरा जनपद चमोली स्तब्ध और शोकाकुल है। डॉ मैखुरी राजनीति से उपर उठे हुए व्यक्ति थे उन्होंने पक्ष विपक्ष में कोई भेद नहीं किया। इसीलिए वे सदैव सबके प्रिय रहे। 

   डॉक्टर अनुसूया प्रसाद मैखुरी का राजनीतिक जीवन सफर मैखुरा गांव के ग्राम प्रधान मैखुरा इंटर कॉलेज के प्रबंधक चमोली जिला पंचायत के सदस्य कर्णप्रयाग विकासखंड के ब्लाक प्रमुख, बद्रीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति के  अध्यक्ष रहे, बद्रीनाथ के विधायक, नारायण दत्त तिवारी सरकार में वे चार धाम विकास परिषद के उपाध्यक्ष रहे। जब वे कर्णप्रयाग विधायक रहे तो साथ ही उत्तराखंड विधानसभा उपाध्यक्ष के रूप में भी सुशोभित रहे। वे उच्च शिक्षित विनम्र गुणवान विद्वान थे। उनकी शिक्षा एम ए, वीएड, एलएलबी, और पीएचडी थी। गैरसैंण राजधानी भराङीसैण भूमि चयन और भवन निर्माण में उनका महत्वपूर्ण योगदान रहा। आदिबद्र ततहसील निर्माण और सिमली में महिला बेस चिकित्सालय का शिलान्यास नन्दासैंण महाविद्यालय, आईटीआई और दर्जनों विद्यालयोंकी स्थापना भी उनके कार्यकाल में हुई। सैकड़ों मोटर सड़कों का निर्माण और स्वीकृति भी उनकी प्रमुख उपलब्धियों मे हैं।