पति ही निकला कामना का हत्यारा¡

 

देहरादून माता मंदिर मार्ग की एक बुटीक संचालिका कामना रोहिल्ला की हत्या का पुलिस ने अनावरण कर दिया है। विवेचना के अनुसार उसी के पति अशोक उर्फ कपिल रोहिल्ला ने अवैध रिश्तों के शक में सुपारी देकर यह हत्या कराई थी। पुलिस ने बुधवार को अशोक के  सरधना निवासी दोस्त और उसके छोटे भाई को गिरफ्तार कर हत्याकांड का खुलासा कर दिया। साथ ही यह भी खुलासा हुआ है कि अशोक जिस रिंकू नाम के रिश्तेदार पर हत्या का आरोप लगा रहा था, उसकी वह नवंबर में ही हत्या करा चुका है। उसके शव को राजस्थान के जंगल में फेंक दिया गया था। दोनों हत्याएं अशोक ने दो लाख रुपये की सुपारी देकर कराई थी।

देहरादून के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अरुण मोहन जोशी ने बताया कि पुलिस ने कई दिन की भागदौड़ के बाद माता मंदिर रोड पर हुई कामना रोहिल्ला की हत्या की गुत्थी सुलझा दी है। कामना की हत्या के दौरान पेट में गोली लगने से घायल पति अशोक की कहानी पर पुलिस को शुरू से ही शक था। कामना के परिजनों और अन्य लोगों से पूछताछ में यह पता चला कि दोनों के बीच एक महिला को लेकर झगड़ा होता था। उधर, हत्या में नामजद कराया गया रिंकू नवंबर 2018 से किसी के संपर्क में नहीं था। जांच में पुलिस के हाथ मेरठ के सरधना का एक मोबाइल नंबर लगा।

पुलिस जांच में सामने आया कि बीते साल तीन नवंबर को रिंकू अशोक के जन्मदिन में पार्टी में शामिल होने आया। दीपक, गौरव और परवेज भी आए। योजना के तहत चार नवंबर को अशोक ने रिंकू को अपने दोस्तों के साथ यह कहकर राजस्थान भेजा कि वहां उसे नौकरी दिला देगा। इस बहाने से उसे ले जाकर दीपक, गौरव और परवेज ने राजस्थान में रिंकू की गला घोंटकर हत्या कर दी और चुरू में शव को झाड़ियों में छिपा दिया। रिंकू की हत्या के बाद अशोक की आधी योजना बिना किसी अड़चन के पूरी हो चुकी थी। अब बारी कामना की थी। कामना की हत्या के लिए भी इन्हीं तीनों दोस्तों से बात की और दो लाख रुपये देने की बात की। गौरव ने कामना की हत्या की सुपारी ले ली। तय योजना के तहत 28 अगस्त को ही गौरव अशोक के घर आ गया, लेकिन उस दिन कामना के कुछ रिश्तेदार भी आ गए। इस वजह से उस दिन वारदात को अंजाम नहीं दे सका।

दूसरे दिन अशोक और कामना घर में अकेले थे। रात 11.30 बजे जब कामना बेडरूम में सोने चली गई तो गौरव ने कामना को गोली मार दी। इसके बाद अशोक ने कहा कि वह उसे भी पेट में गोली मार दे। गौरव ने ऐसा ही किया। इसके बाद अशोक ने ही डीवीआर उखाड़ कर गौरव को दिया और पिस्टल उससे लेकर अपने पास रख ली। गौरव वहां से अशोक की कार लेकर फरार हो गया। गौरव की निशानदेही पर डीवीआर और 15 हजार रुपये बरामद किए गए हैं। कामना की हत्या करने के बाद गौरव 30 हजार रुपये लेकर गया था। इनमें से 15 हजार रुपये वह खर्च कर चुका है। एसपी सिटी श्वेता चौबे और सीओ डालनवाला जया बलूनी इस दौरान मौजूद रहीं।पुलिस का कहना है कि अपराधी कितने ही शातिर क्यों न हो पुलिस अपराधियों को बख्सेगी नहीं।