यदि समय रहते सचेत नहीं हुए तो भारत को सीरिया बनने में समय नहीं लगेगा

 

रिपोर्ट – हरीश मैखुरी

आईएसआईएस एक सुन्नी मुस्लिम चरमपंथी संगठन है सीरिया के राष्ट्रपति बरअलअसाद शिया मुस्लिम हैं जिन्हें हटाने के लिए सीरिया के सुन्नी विद्रोहियों ने आईएसआई की आड़ में सीरिया के अनेक शहरों में जंग छेड़ रखी है। जिसमें पिछले एक हफ्ते में 200 बच्चों सहित कुल 500 से अधिक लोगों की मौत हो गई, और जो इन हमलों में बच गये हैं उनकी दशा इतनी खराब और विभत्स हो गई कि वे बचना ही नहीं चाहते। इन इस्लामिक चरमपंथियों की क्रूरता देखिए कि उन्होंने सबसे पहले अस्पताल ही तारगेट किए ताकि किसी को इलाज भी नहीं मिल सके यह बहुत दुखद और खौफनाक है। दुर्भाग्य से सीरिया पाकिस्तान, भारत जैसे देशों सहित सुन्नी मुस्लिम चरमपंथी पूरी दुनिया में तेजी से बढ़ रहे हैं। पिछले दिनों जेएनयू से गायब हुए एक छात्र नजीब के  आईएसआई में शामिल होने की चर्चा भी वायरल फोटो सहित की जा रही है। कहा जा रहा कि नजीब ने अपनी अम्मी को मैसेज पर इस आशय की सूचना दी। जबकि इससे पहले अनेक बामपंथी संगठन नजीब के गायब होने पर प्रदर्शन कर रहे थे। इस वाकये से बामपंथियों को भी सांप सूंघ गया। भटके हुए युवाओं के आतंकवादी बनने की घटनायें अब रोज का किस्सा बन रही हैं। यदि समय रहते इस विषय पर सचेत नहीं हुए तो भारत को भी शरियत के रास्ते सीरिया बनने में समय नहीं लगेगा और सम्भलने का समय भी नहीं मिलेगा।