मुख्यमंत्री एक्शन मोड में, धमाकेदार पारी शुरू, लीक से हटकर होगा काम, फाईलों पर कुंडली मारे और घुन की तरह उत्तराखंड को खोखला कर रहे नौकरशाहों पर भी कसेगा लगाम!!

✍️हरीश मैखुरी

मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने कैंट रोड स्थित कैंप कार्यालय से कार्य शुरू कर दिया है। बुधवार को मुख्यमंत्री श्री तीरथ ने कैंप कार्यालय में पूजा अर्चना कर कामकाज की शुरुआत की। एक तरह से देखा जाए तो मुख्यमंत्री पूरे एक्शन मोड में हैं और वे धमाकेदार पारी शुरू कर चुके हैं। मुुख्यमंत्री ने कहा कि विभागोंं को लीक से हटकर काम करना होगा , लेकिन मुख्यमंत्री की चुनौतियां भी कम नहीं हैं उन्हें सांपों की भांति फाईलों पर कुंडली मारे नानपर्फारमिंग व फाईलों को लटकाने वालेे विभागीय अधिकारियों को चिन्हित कर उनको रिचार्ज करने या उन्हें वीआरएस देने और घुन की तरह उत्तराखंड को खोखला कर रहे नौकरशाहों  पर भी लगाम लगाने की आवश्यकता है। सल्ट विधानसभा उप चुनाव व आगामी 2022 की चुनावी समर में पार्टी के लिए चुनावी जीत दिलाना भी चुनौती है। 

मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने जनता के साथ चलते चलते बात करने की दृष्टि से अपनी फॉर्च्यूनर गाड़ी त्याग करके इनोवा गाड़ी पर आना जाना शुरू कर दिया है जिससे वह जनता के साथ रास्ते में मिल कर भी बातचीत कर सकें यह एक नई शुरुआत है

आज मुख्यमंत्री ने अपने कैंप कार्यालय में पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज से परामर्श किया  और आगामी चारधाम यात्रा, राज्य में पर्यटन को बढ़ावा देने और पर्यटन आधारित विभिन्न गतिविधियों को लेकर चर्चा की। राज्य में पर्यटन से संबधित गतिविधियों की अपार संभावनाएं हैं। राज्य में पर्यटन और तीर्थाटन को बढ़ावा देने के साथ ही इन क्षेत्रों में लोगों की आर्थिकी में सुधार लाने के लिए राज्य सरकार प्रतिबद्ध है।

कैंट रोड स्थित कैंप कार्यालय में आज पर्यावरणविद एवं पद्मभूषण डॉ. Anil Prakash Joshi जी ने शिष्टाचार भेंट की। इस अवसर पर उन्होंने पर्यावरण के संरक्षण और संवर्द्धन के संबंध में चर्चा की।

सीएम कैम्प कार्यालय परिसर स्थित जनता दर्शन हॉल में आज आम जनता से मिलकर उनकी शिकायतों और समस्याओं को सुना। आमजन की समस्याओं का निराकरण राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। जनसमस्याओं के समयबद्ध तरीके से निराकरण करने के लिए अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए हैं। हमारी पूरी कोशिश है कि लोगों को अपने काम के लिए अनावश्यक रूप से यहां न आना पड़े। राज्य सरकार प्रदेश की जनता के लिए निरंतर कार्य कर रही है। गांवों के लोगों की समस्याओं का समाधान ग्राम स्तर पर ही हो जाए, इसकी व्यवस्था की जा रही है और इसी उद्देश्य से रात्रि चौपाल का भी आयोजन किया जा रहा है।

मुख्यमंत्री श्री तीरथ सिंह रावत ने सीएम कैम्प कार्यालय परिसर स्थित जनता दर्शन हॉल में आम जनता से मिलकर उनकी शिकायतों और समस्याओं को सुना। मुख्यमंत्री एक-एक व्यक्ति से मिले और उनकी समस्याओ को सुना।

मुख्यमंत्री ने कहा कि आमजन की समस्याओं का निराकरण उनकी सर्वोच्च प्राथमिकता है। जनसमस्याओ के समयबद्ध तरीके से निराकरण करने के लिए अधिकारियों को सख्त निर्देश दिये गये हैं। हमारी पूरी कोशिश है कि लोगों को अपने काम के लिये अनावश्यक रूप से यहां न आना पङे। राज्य सरकार प्रदेश की जनता के लिये काम कर रही है। गांवों की समस्याओं का निदान ग्राम स्तर पर ही हो जाए, इसकी व्यवस्था की जा रही है। रात्रि चौपाल का आयोजन इसी दिशा में किया जा रहा है। 

*स्कूल शिक्षा में सुधार के लिये लीक से हटकर काम किया जाए : मुख्यमंत्री*

*जिला योजना में स्कूल शिक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता*

*सभी स्कूलों में बिजली, पानी, शौचालय, फर्नीचर सभी सुविधाएं सुनिश्चित हों*

*मुख्यमंत्री श्री तीरथ सिंह रावत ने सचिवालय में विद्यालयी शिक्षा विभाग की समीक्षा की*

मुख्यमंत्री श्री तीरथ सिंह रावत ने सचिवालय में विद्यालयी शिक्षा विभाग की समीक्षा करते हुए लीक से हटकर काम करने के निर्देश दिये। सिस्टम में जो ठीक नहीं है, उसे सुधारें। जरूरी होने पर नियमों में संशोधन किये जाएं। 
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस वित्तीय वर्ष में जिला योजना में सबसे ज्यादा प्राथमिकता स्कूल शिक्षा को देनी है। सभी स्कूलों में पेयजल, शौचालय, बिजली, फर्नीचर व अन्य उपकरण सभी सुविधाएं उपलब्ध कराना सुनिश्चित किया जाए। स्कूल स्वच्छ व सुंदर हों। कक्षाएं स्मार्ट हों। यह भी सुनिश्चित किया जाए कि बच्चों के पास किताबें जरूर हों। 

मुख्यमंत्री ने कहा कि शिक्षकों की उपस्थिति के लिये जीपीएस आधारित मोबाईल एप्लीकेशन के प्रयोग की योजना बनाई जाए। जो बच्चे केन्द्र सरकार की योजनाओं में आच्छादित न हो रहे हों उनके लिये राज्य स्तर पर योजनाएं बनाई जाएं। 

मुख्यमंत्री ने कहा कि अटल उत्कृष्ट विद्यालयों में मानिटरिंग की जाए कि वहां मानकों के अनुरूप व्यवस्थाएं की जा रही हों। व्यावसायिक शिक्षा पर भी ध्यान दिये जाने की आवश्यकता है।

लेकिन मुख्यमंत्री के संज्ञान में शिक्षकों के पिछले तीन वर्षों से लटके वार्षिक ट्रांसफर यहां तक कि गंभीर बीमारी वाले ट्रांसफर फाईलें भी धूल फांक रही है ये विषय नहीं लाया गया 

बैठक में अपर मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूङी, सचिव श्री आर मीनाक्षी सुंदरम, श्रीमती सौजन्या, महानिदेशक शिक्षा श्री विनयशंकर पाण्डेय, अपर सचिव सुश्री रवनीत चीमा व विद्यालयी शिक्षा विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।