हरीश मैखुरी
14 साल के लम्बे इंतजार के बाद प्रतापनगर के लोगों के लिए जल्द ही वह शुभ अवसर आने वाला है जिसका उन्हें वर्षों से इंतजार था। टिहरी को प्रतापनगर से सीधे जोड़ने वाला डोबराचांठी पुल बनकर तैयार है। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत बहुत जल्दी टिहरी के बहुचर्चित पुल और प्रताप नगर वासियों की लंबी प्रतीक्षा को पूरी कर सकते हैं।
त्रिवेंद्र सिंह रावत ने डोबरा चांठी चांठी पुल के बारे में आश्वस्त करते हुए कहा कि अब लम्बे समय की प्रतीक्षा समाप्त होगी और बहुत जल्दी डोबरा चांठी पुल आवागमन के लिए सुलभ हो जाएगा।
बता दें कि तकनीकी दृष्टि से भी देश के इस सबसे लम्बे पुल पर विगत 14 सालों में अनेक बार संकट आए कभी बजट का रोना रहा तो कभी मौसम का साथ नहीं देना और कभी ठेकेदारों की मनमानी तो कभी सरकारों की हीला हवाली अब जाकर यह पुल तैयार हुआ है। खुशी की बात यह है कि मुख्यमंत्री ने ना केवल इस पुल को बनाने में संबंधित कंपनी और ठेकेदारों के ऊपर अंकुश रखा बल्कि इससे हर हाल में यथा समय पूरा करने के लिए भी प्रयास किए और उसके लिए त्रिवेंद्र सिंह सरकार ने एकमुश्त बजट भी जारी किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि “प्रतापनगरवासियों की पीड़ा और डोबरा चांठी पुल की अहमियत को समझते हुए हमने इसे अपनी सर्वोच्च प्राथमिकताओं में रखा। इसके लिए एकमुश्त बजट जारी किया गया। इसका परिणाम हम सभी के सामने है।
440 मीटर लंबा डोबराचांठी पुल भारत का सबसे लम्बा मोटरेबल सिंगल लेन झूला पुल है। टिहरी झील के ऊपर डोबरा चांठी पुल से 3 लाख से ज्यादा की आबादी को जिला मुख्यालय तक आने के लिए 100 किलोमीटर की दूरी तय नहीं करनी पड़ेगी”