जाने क्यों गो धूलि की बेला पर होगा प्रधानमंत्री मोदी शपथ ग्रहण समारोह

हरीश मैखुरी

आज गो धूलि की बेला पर होगा प्रधानमंत्री मोदी शपथ ग्रहण समारोह – संसदीय बोर्ड में बहुमत दल का नेता चुने जाने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सबसे पहले अपनी माता हीराबेन का आशीर्वाद लिया उसके बाद बनारस अपने संसदीय क्षेत्र में जाकर काशी विश्वनाथ का आशीष लिया और आज शाम को गोधूलि की बेला पर नरेंद्र मोदी इसी स्टेडियम में प्रधानमंत्री पद की शपथ लेंगे, इस समारोह में शामिल होने के लिए उत्तराखंड से मुख्य त्रिवेंद्र सिंह रावत पांचों नव निर्वाचित सांसद राज्य सभा सांसद अनिल बलूनी, बद्री केदार मंदिर समिति के अध्यक्ष श्री मोहन प्रसाद थपलियाल और उत्तराखंड की प्रांतीय मंत्री महेंद्र प्रसाद भट्ट भी प्रतिभाग करेंगे। गोधूलि की बेला पर प्रधानमंत्री ने पहली बार भी शपथ ग्रहण के लिए मुहूर्त निकाला था और इस बार भी गोधूलि की बेला पर ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का शपथ ग्रहण समारोह है। गोधूलि की बेला पर सभी गायें वनों से घर की ओर आती हैं और सुरक्षित रहतीं हैं, इसीलिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी गोधूलि की शुभ बेला को शपथ ग्रहण समारोह के लिए उचित समझा है। गोधूलि की बेला  राष्ट्र की समृद्धि, शांति और  एकात्म भाव के लिए  शुभ मानी जाती है इससे एनडीए के घटकों में टूट की संभावना नहीं रहेगी। इस बार प्रधानमंत्री मोदी ने सभी पड़ोसी देशों के राष्ट्राध्यक्षों को आमंत्रित किया, लेकिन पाकिस्तान से किनारा कर लिया। प्रधानमंत्री मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों को भी बुलाया गया है लेकिन अपनी हार से बौखलाई मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने 69 बीजेपी कार्यकर्ताओं की चुनावी हिंसा में हत्या के आरोप झेलने के चलते शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने का साहस नहीं कर पा रही हैं .. 30-05-20-19