उत्तराखंड के अनेक इलाके शराब तस्करों के निशाने पर, पुलिस ने पकड़ी चार सौ पेटी शराब

पौड़ी से पत्रकार खंडूडी लिखते हैं “उत्तराखंड के अनेक इलाके शराब तस्करों के निशाने पर हैं। इसके लिए तस्कर अनेक तरीके अपना रहे हैं। बीरवार को पुलिस ने पंजाब नंबर के एक शब्जी के ट्रक को रोका। पुलिस के मुताबिक इससे 400 पेटी विदेषी मदिरा का जखीरा पकड़ा गया है, ये 400 पेटी विदेषी शराब से लदा ट्रक ? कोटद्वार से चला था।  बताया जा रहा है कि सब्जी के ट्रक में शराब लाद कर लाई गई और पकड़े जाने पर ट्रक चालक परिचालक फरार हो गए । लेकिन सवाल है कि कोडिया पोस्ट, कोटद्वार, दुगड्डा, गुमखाल आदि जगह पर चैकिंग क्यों नहीं हुई, और चालक फरार कैसे हुए? बहरहाल शराब का जखीरा पकड़ने के बाद  पुलिस ने कानूनी प्रक्रिया शुरू कर दी है। शराब तस्करों के कारनामें से लोगों की जेब और स्वास्थ्य पर विपरीत प्रभाव पड़ने की पर्याप्त संभावना रहती है। समझा जा रहा है कि पंचायत चुनावों के दौरान शराब और नशे के कारोबारी ज्यादा सक्रिय हो सकते हैं। इसलिए और अधिक सतर्कता की आवश्यकता रहेगी। 

चमोली पुलिस की शोशल मीडिया सेल लिखती है ” थाना थराली चौकी नारायण बाग़ड पुलिस द्वारा 02 पेटी सोलमेट व्हिस्की अंग्रेजी शराब के साथ एक व्यक्ति गिरफ्तार किया गया है *

पुलिस अधीक्षक चमोली श्री यशवन्त सिंह चोहान के निर्देशन में अवैध शराब के विरुद्ध जनपद चमोली में चलाये जा रहे अभियान के क्रम में दिनाँक 14/9/19 को क्षेत्राधिकारी कर्णप्रयाग श्री पी डी जोशी महोदय के पर्यवेक्षण में गश्त व चैकिंग के दौरान मुखबिर की सूचना पर *चौकी प्रभारी नारायण बगड़* उपनिरीक्षक राज नारायण व्यास द्वारा कस्बा नारायण बगड़ के भगौती तिराहा में *अभियुक्त नरेंद्र सिंह पुत्र सोवन सिंह निवासी ग्राम कोब तहसील नारायणगढ़ थाना थराली* को 02 पेटी अंग्रेजी शराब soulmate whisky मार्का के साथ गिरफ्तार किया गया। 

*अभियुक्त के विरुद्ध थाना थराली में आबकारी अ0स0*-23/19

धारा-60आबकारी अधिनियम के अंतर्गत वाद पंजीकृत किया गया है। 

अमित तोमर अपनी फेसबुक वाल पर जानकारी देते हुए लिखते हैं “नशे की राजधानी- देहरादून
एक मासूम बच्ची को 14 साल की उम्र में स्मैक और चरस का आदि बनाया गया, पहले नशा मुफ्त कराया और जब लत लगी तो पैसे की पूर्ति के लिए उसे नोचा-खरोंचा गया। एक बार नही अनेको बार इस नाबालिग बच्ची से बलात्कार हुआ। यह अकेली नही इसकी दर्जनों नाबालिग सहेलियों को भी शिकार बनाया गया जिनका पता इस बच्ची ने बताया। बताया कि देहरादून की बच्चियों को किस प्रकार पहले फ्री में नशा देते है फिर उनका बलात्कार होता है और उसके बाद उन्हें ड्रग पैडलर बनाया जाता है। पुलिस और प्रशासन को हर सूचना है तब भी केवल नाम मात्र कार्यवाही होती है। क्यो??
जब भी कोई नया एसएसपी आता है वो दो-चार दिन नशे के विरुद्ध लड़ता है और थाने वाले कुछ खेप पकड़ वाहवाही लूटी लेते है। पर वास्तव में यह ज़हर देहरादून में रोज़ बिक रहा है, हर जगह, हर क्षण उपलब्ध है पर पुलिस गायब है। वाहनों के चालान काटने से अधिक महत्वपूर्ण है इस नशे के दलालो की कब्र खोदना। समाज साथ है पर किसे कहे??

“बने है अहले हवस, मुंसिफ भी मुजरिम भी
किसे वकील करे किससे मुंसिफी चाहे”

यह अपराध की क्षेणी से बहुत ऊपर है। इतना घिनोना कि आप कल्पना भी नही कर सकते। लगभग 5000 ड्रग पैडलर देहरादून की सड़कों पर घूम रहे जो आपकी मासूम बच्चियों की तलाश में है। सावधान हो जाये। #विरुद्ध 8006001350

कोटद्वार में भी अब 12 लाख की शराब पकड़ी गयी है