चमोली की मानसी ने नेशनल स्कूल चैम्पियनशिप में जीता स्वर्ण पदक

चमोली जिले की मानसी नेगी सुपुत्री स्व० लखपत सिंह नेगी , गांव मजोठी जनपद चमोली उत्तराखंड ने 65 वीं नेशनल स्कूल चैम्पियनशिप में स्वर्ण पदक जीत कर जिला और प्रदेश का नाम रोशन किया है।
2019 – 2020 की राष्ट्रीय स्कूल एथलेटिक्स चैंपियनशिप में 3000 मीटर की वांक रेस में मीनाक्षी ने स्वर्ण पदक जीता, पंजाब के संगरूर में हुई चैम्पियनशिप में उन्होंने ने 3000 मी की वांक रेस 14 मिनट 34 सेकिन्ड में पूरी की। ब्रेकिंग उत्तराखंड डाट काम न्यूज चैनल की ओर से बहुत बहुत बधाई मीनाक्षी।

पूर्व में गोपेश्वर के नैग्वाड़ स्थित कन्या जूनियर हाइस्कूल में दसवीं तक छात्रा रही मानसी नेगी मूल रूप से चमोली के दशोली ब्लाक के दूरस्थ गांव मजोठी की रहने वाली है। मानसी के शिक्षक पिता लखपत सिंह नेगी की 2016 में मृत्यु हो चुकी है। मानसी की मां शकुंतला देवी गांव में ही खेती मजदूरी कर बेटी को आगे बढ़ने का हौसला देती रही। यही कारण है कि बेहद अभावों में भी उसके अंदर कुछ अलग करने का जज्बा हमेशा रहा। इससे पहले उसने उसने तीन हजार मीटर वाक रेस में प्रथम स्थान प्राप्त कर चमोली ही नहीं बल्कि उत्तराखंड का भी नाम रोशन किया है। मानसी की प्रारंभिक शिक्षा कक्षा तीन तक अलकनंदा पब्लिक स्कूल मजोठी में हुई। इस स्कूल के बंद हो जाने के कारण उसने आठवीं तक की पढ़ाई नेशनल पब्लिक स्कूल व नवीं से कन्या हाइस्कूल नैग्वाड़ में की है। मानसी का कहना है कि अगर इसी तरह सही मार्गदर्शन व आगे बढ़ने के लिए संसाधन मिले तो वह ओलम्पिक  में भी नाम रोशन कर सकती है। वह इस सफलता का श्रेय मां सहित गुरुजनों को देती है और कहती है कि उनके गुरू श्रीमती लता झिंकवाण, कुसुम मैखुरी  के साथ ही अब  स्पोर्ट्स कालेज देहरादून के कोच श्री अनूप बिष्ट ने उसे हौसला दिया।