रूद्रप्रयाग के मयंक रावत एवं चमोली के चित्रस्थ मयंक बने परमाणु वैज्ञानिक तो हिमानी बिष्ट बनी सैन्य अधिकारी

उत्तराखंड की बेटी हिमानी बिष्ट बनेंगी सेना में अफसर
ग्राफिक एरा की छात्रा हिमानी बिष्ट ने विश्वविद्यालय और राज्य का नाम रोशन किया है। आइटी सेक्टर में विश्व की दो बेहतरीन कंपनियों में नौकरी का ऑफर छोड़कर देशसेवा की राह चुनने वाली हिमानी ने शॉर्ट सर्विस कमीशन में देश में पहला स्थान हासिल किया है। उन्हें यह स्थान एनसीसी स्पेशल वुमेन कैटेगरी में मिला है। वहीं, ग्राफिक एरा के ही छात्र सार्थक चौहान ने सीडीएस परीक्षा पास कर सेना में अफसर बनने की राह प्रशस्त की है।(हिमालय न्यूज) 
गढ़वाल के एक नहीं दो मयंक बने परमाणु वैज्ञानिक
   
  कल दूरभाष पर श्री प्रदीप थपलियाल योगाचार्य जी ने बताया कि उनके यहाँ के मयंक का चयन परमाणु वैज्ञानिक पद पर हुआ है। मैंने कहा कि कंडारा, रुद्रप्रयाग के मयंक रावत का चयन हुआ है, आप गलत बोल रहे हैं, लेकिन मुझको आज पता चला कि चमोली जिले के नारायण बगड़ क्षेत्र में स्थित केशपुर गांव के चित्रस्थ मयंक का चयन भी दूसरे संस्थान ‘भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र’ में परमाणु वैज्ञानिक पद के लिए हुआ है। ये दोनों होनहार एम टैक ही हैं, मुझको तो लगता है कि सभी मयंक नाम के जीनियस ही होते हैं, इस नाम का एक हमारा नाती  भी एमटैक है और इसी उम्र में बैंक मैनेजर है।
    इन सभी प्रतिभाओं ने अपने नाम मयंक (चन्द्रमा) के अनुकूल पूरे देश में कीर्ति की चंद्रिका फैला दी है।
     इनको भी हमारी तरफ से इस उच्च स्तरीय सफलता हेतु हार्दिक बधाई–(सच्चिदानंद सेमवाल) 
क्यूंजा घाटी के कंडारा (रूद्रप्रयाग) गांव निवासी मयंक रावत का इंदिरा गांधी परमाणु अनुसंधान केंद्र कलपक्कम, चेन्नई में परमाणु वैज्ञानिक के पद पर चयन हुआ है। 
वर्तमान में वह आईआईटी मद्रास से मेकेनिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहे हैं। उनकी इस उपलब्धि पर क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों ने उन्हें बधाई दी है।
पौड़ी जिले में सीईओ कार्यालय में मुख्य प्रशासनिक अधिकारी के पद पर तैनात विजयपाल सिंह रावत व कमला रावत की दो संतानों में बड़े बेटे मयंक रावत ने वर्ष 2012 में केवि अगस्त्यमुनि से हाईस्कूल उत्तीर्ण किया। इसके बाद उन्होंने नवोदय विद्यालय जाखधार से इंटरमीडिएट की पढ़ाई वर्ष 2014 में पूरी की। वर्ष 2015 में मयंक रावत ने एनआईआटी श्रीनगर गढ़वाल में बीटेक में प्रवेश लेते हुए वर्ष 2019 में मैकेनिकल इंजीनियरिंग की चार वर्ष की पढ़ाई पूरी की। बीते वर्ष उन्होंने आईआईटी मद्रास में एमटेक में प्रवेश किया। अब, छात्र का चयन इंदिरा गांधी परमाणु अनुसंधान केंद्र कलपक्कम चेन्नई में परमाणु वैज्ञानिक के पद पर हुआ है। उनके पिता ने बताया कि 18 जनवरी को मयंक को ज्वाइनिंग के लिए बुलाया है। युवा के परमाणु वैज्ञानिक बनने पर जिपं अध्यक्ष अमरदेई शाह, विधायक मनोज रावत, विधायक भरत सिंह चौधरी, पूर्व विधायक शैलजारानी रावत, आशा नौटियाल, जिपं उपाध्यक्ष सुमंत तिवारी, नपं अध्यक्ष अरुणा बेंजवाल, अशोक खत्री, चंडी प्रसाद भट्ट, जिपंस सुमन नेगी ने खुशी जताते हुए बधाई दी है। कहा कि क्षेत्र के साथ जिले का मान भी बढ़ा है।(अमर उजाला)