आपदा पीड़ितों की याद में विरही में स्मृति वन

रंजीत रावत

डीएम चमोली ने किया स्मृति वन का शुभारंभ :

केदारनाथ की भीषण त्रासदी में मारे गए लोगों की याद में पर्यटन एवं वन विभाग की ओर से रविवार को चमोली जिले में दशोली ब्लाक के बिरही में आयोजित स्मृति वन कार्यक्रम का जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया ने उद्घाटन किया। राज्य सरकार ने 2013 में केदारनाथ आपदा में अपने प्रियजनों को गंवा चुके यात्रियों, स्थानीय निवासियों, राज्य में आने वाले तीर्थ यात्रियों के सहयोग से स्मृति वनों को विकसित करने हेतु इस योजना की शुरूआत की है। बिरही में स्मृति वन कार्यक्रम में स्थानीय वन पंचायत सदस्य, महिला मंगल दल, जनप्रतिनिधियों, पर्यटकों एवं जिला प्रशासन के अधिकारियों व कर्मचारियों ने प्रतिभाग कर पौधरोपण किया।
जिलाधिकारी ने कहा कि स्मृति वन कार्यक्रम के माध्यम से धर्म, पर्यटन और पर्यावरण का मेल करते हुए सभी को इस योजना से जोड़ने की एक पहल की गई है। जिसके तहत कोई भी श्रद्वालु, पर्यटक, स्थानीय नागरिक अपने पित्रों, पूर्वजों, प्रियजनों की याद में कोई भी पौध लगा सकते है। कहा कि उस वृक्ष की देखरेख स्थानीय वन पंचायत एवं स्वयं सेवी संस्थाओं द्वारा की जाएगी। जिलाधिकारी ने कहा कि दशोली ब्लाक के बिरही में वन पंचायत की भूमि पर केदारनाथ त्रासदी में मारे गए लोगों की पुण्य स्मृति में वन तैयार किया जा रहा है। इस स्मृति वन में कोई भी आपदा प्रभावित अपनों की याद में पौध लगा सकते है, जिसे संरक्षित रखा जाएगा।
उप वन संरक्षक अमित कंवर ने कहा कि वर्ष 2013 में केदारनाथ आपदा में मारे गए लोगों की याद में स्मृति वन योजना की शुरूआत की गई है। कहा कि स्मृति वन में लगाए गए प्रत्येक पौध को संरक्षित करने हेतु वन पंचायत और महिला मंगलदलों को जिम्मेदारी दी जाएगी।
इस अवसर पर जिप. सदस्य देवेन्द्र सिंह नेगी, महिला मंगल दल, अन्य जनप्रतिनिधियों सहित मुख्य कोषाधिकारी वीरेन्द्र कुमार, जीएम डीआईसी डा0 एमएस सजवाण, जिला पर्यटन विकास अधिकारी वृजेन्द्र पांडेय, वन विभाग के अधिकारी व कर्मचारी, वन पंचायत सदस्य आदि मौजूद थे।