विश्व प्रैस स्वतंत्रता दिवस पर विधायक ने पत्रकारों की पीड़ा समझी, मुख्यमंत्री को लिखा पत्र

उत्तराखंड में कोरोना वारियर के रूप में काम कर रहे पत्रकारों के पक्ष में उत्तराखंड के बद्रीनाथ क्षेत्र से विधायक एवं उत्तराखंड देवस्थानम बोर्ड के सदस्य श्री महेंद्र भट्ट ने कमर कस ली है। यहां पहली बार किसी जनप्रतिनिधि ने मीडिया पत्रकारों का दर्द समझा, उन्होंने मुख्यमंत्री से पत्रकारों की सहायता के लिए आगे आने का अनुरोध किया, उन्होंने मुख्यमंत्री को एक पत्र भी लिखा जिसको हम ज्यों का त्यों यहां छाप रहे हैं

सेवामें,
मा0मुख्यमंत्री महोदय,
उत्तराखंड सरकार
देहरादून।
विषय;-कोरोना के योद्धा पत्रकार
मित्रो के संकट के संदर्भ में।
महोदय,
जैसा कि आपको बिदित है कोरोना की इस महामारी की लड़ाई में पत्रकार एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। परन्तु वर्तमान में इनकी निजी जिंदगी में काफी संकट उत्पन्न हो गया हैं। जिन संस्थानों में ये कार्य कर रहे हैं,उनमे से काफी लोगो को नोकरी से हटाने की सूचना है तथा काफी पत्रकारों को मिलने वाला वेतन अथवा पारिश्रमिक इतना कम कर दिया कि जिसमे इनके परिवार का भरण पोषण सम्भव नहीं है। इनमें काफी संख्या में छोटे एवम मंझोले पत्रकार भी हैं जो विभन्न जनपदों में कार्यरत हैं।
अतः मेरा आपसे आग्रह है कि जिले में जिलासूचना अधिकारी से पत्रकारों की सूची के आधार पर पत्रकार कल्याण कोष या अन्य मद से इनको आर्थिक सहायता प्रदान करने की कृपा करेंगे।
धन्यवाद। – – – महेंद्र भट्ट, विधायक बद्रीनाथ।

ताज़ा शोशल मीडिया पर आज एक खबर तेजी से वायरल हो रही है कि “भारत में बन्द होंगे विदेशी न्यूज चैन” इसमें कहा गया है कि 
“डॉ सुब्रमण्यम स्वामी की अपील पर सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार को दिया नोटिस…!
अपने अपील में, डॉ स्वामी ने कहा है कि भारत में सभी समाचार चैनल और मीडिया हाउस केवल भारतीयों के स्वामित्व में होने चाहिए…!
लेकिन सच्चाई यह है कि अधिकांश न्यूज़ चैनल्स और न्यूज़ मैगज़ीनों का स्वामित्व सऊदी अरब, इटली, अमेरिका, ब्रिटेन और दुबई के नागरिकों के पास है…!
इस स्वामित्व की स्थिति के कारण, ये मीडिया हाउस अपने मालिकों की धुन पर नृत्य करने के लिए बने हैं, जिन्होंने एजेंडा को हासिल करने के लिए छिपाया है…!
उनकी अपील एक दलील के साथ समाप्त होती है कि सर्वोच्च न्यायालय को राष्ट्र के हित में इस स्थिति को समाप्त करने के लिए एक उपयुक्त आदेश पारित करना चाहिए…!”
अगर सुप्रीम कोर्ट डॉ स्वामी की अपील के पक्ष में एक फर्म और निर्णायक आदेश जारी करता है  तो भारत के खिलाफ षडयंत्र करने वाले बहुत से चैनल बोरिया बिस्तर समेट लेंगे। विश्व प्रैस स्वतंत्रता दिवस की आप सभी को शुभमंगल कामनाऐं।